शहर व गांव में सज रही सट्टे की महफ़िल

पुलिस की भूमिका पर संदेह

(दीपू त्रिपाठी+91 99268 71070)
बिरसिंहपुर पाली । थाना क्षेत्र में अब सट्टे की महफ़िल अपने शबाब पर दिखाई देने लगी है, पहले तो यह खेल आड़ में किया जाता था, लेकिन बीते दिनों से सट्टे का कारोबार सर चढ़कर बोलने लगा है जिसमे थाना प्रभारी की कार्य प्रणाली पर प्रश्नचिन्ह लगता दिखाई दे रहा है। एक तरफ जिले के पुलिस कप्तान सभी अपराधों में अंकुश लगाने के लिए हर सम्भव प्रयासरत है वही पाली क्षेत्र में जगह जगह चल रहा सट्टे का कारोबार पुलिस व्यवस्था के लिए आईना का काम कर रहा है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक नगर के बस स्टेंड बाबुलाइन कालोनी पाली प्रोजेक्ट तिराहा विन्झला टोला सहित अन्य कई नामी जगह है जहाँ से अब सट्टे का कारोबार बेधड़क तरीके से किया जाता है। सूत्र बताते है कि जब कभी भी पुलिस का सट्टा पकड़ो अभियान चलता है तब उन्ही चिन्हित लोगो से कम मात्रा में पैसे की जब्ती कर केश बना दिया जाता है जिसका कागजी प्रमाण खुद पुलिस के पास हो सकते है। यहाँ यह बात भी स्मरणीय है कि उन सट्टा पट्टी काटने वालो के माध्यम से जब पुलिस को यह पता चलता है कि यह किसकी पट्टी काटता है तो उन पर अब तक प्रभावी कार्रवाई क्यो नही की जाती जो यह सोचने पर विवश करता है कि यह खेल बिना सहयोग के संचालित नही हो सकता। बहरहाल इस मामले में अब यह बात धीरे धीरे बढ़ने लगी है कि यदि कोई इस खेल का विरोध किया तो स्थानीय पुलिस मुखिया उसे नही बख्शने वाले..?
फोन से भी सट्टे की बुकिंग
जानकारी के मुताबिक बड़े सटोरिया अब अपने गुर्गों के अलावा खुद सुरक्षित जगह में बैठकर फोन के माध्यम से सट्टे की बुकिंग करते है और जब सट्टे की रकम अदा करनी हो या वसूली करनी हो तो उसके गुर्गे खुद ग्राहक के पास जाकर पैसे की लेनदेन करते है जिसका खुलासा निःस्वार्थ पुलिस अधिकारी कर सकते है। जानकारों की माने तो पाली नगर में प्रकाश चौक के समीप,रविवारीय सब्जी मंडी व वार्ड 8 में शहर के मुख्य सटोरियों का गुमनाम कार्यालय संचालित है जहां से पूरे क्षेत्र में व्यवसाय के तार जुड़े हुए है।