शासन के आदेशों को ठोकर मारकर स्वेच्छाचारी आचरण करने के मामले में विश्वविद्यालय के गरिमापूर्ण पदाधिकारी भी किसी से पीछे नहीं हैं।

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लेखापाल को बचाने आदेश की धज्जियां उड़ा रहे व्हीसी

आदेश के बावजूद मूल पद के लिए रिलीव नहीं हो रहा

राजपाल को ज्ञापन सौंपने की तैयारी में छात्र संघ

शहडोल। शासन के आदेशों को ठोकर मारकर स्वेच्छाचारी आचरण करने के मामले में विश्वविद्यालय के गरिमापूर्ण पदाधिकारी भी किसी से पीछे नहीं हैं।


विश्वविद्यालय की अंदरुनी प्रशासनिक प्रक्रिया में इन्ही का राज चलता है। भले ही शासन के आदेशों की मंशा कुछ और ही हो, लेकिन शासन के आदेश यहां कोई मायने नहीं रखते। पंडित शंभूनाथ शुक्ला विश्वविद्यालय अभी कुछ ही वर्षों पूर्व अस्तित्व में आया है और गैरजिम्मेदाराना क्रिया कलापों के कारण विवादों के घेरे में आने लगा है। इन दिनों भी एक प्रतिनियुक्ति और स्थानांतरण के आदेश को लेकर इसकी काफी चर्चाएं हैं। बताया जाता है कि उच्च विभाग के आदेश को हवा में उड़ाते हुए पंडित एस.एन.शुक्ला विश्वविद्यालय शहडोल के कुलपति राम शंकर एवं रजिस्टर ने सरकार की प्रबंधन व्यवस्था की धज्जियां उड़ा कर रख दी हैं। मामला यह है कि उमरिया महाविद्यालय में पदस्थ लेखापाल कमलभान पिछले कुछ वर्षों से पंडित शंभूनाथ शुक्ला विश्वविद्यालय में प्रतिनियुक्ति पर है, लेकिन शासकीय आदेश के बावजूद इसे उमरिया के लिए रिलीव नहीं किया जा रहा है।

आदेश को दिखाया ठेंगा

एक जानकारी के अनुसारा मध्य प्रदेश शासन उच्च शिक्षा विभाग ने 14 फरवरी 2025 को आरव्हीपीएस पीजी महाविद्यालय उमरिया में पदस्थ लेखापाल कमल भान को उमरिया महाविद्यालय में उसके मूल पद स्थापना पर वापसी के आदेश दिए थे। लेकिन आदेश के 10 दिन बाद भी कमलभान को विश्वविद्यालय के कुलपति ने लेखापाल को रिलीव नहीं किया। कुलपति द्वारा इस मामले में हठधर्मिता व स्वेच्छाचारिता का परिचय दिया जा रहा है। ज्ञातव्य है कि बीते कई वर्षों से पं. एस एन शुक्ल विश्वविद्यालय शहडोल में कमलभान प्रतिनियुक्ति पर आया था और धीरे-धीरे उसने अपने पैर जमा लिए। वह कुलपति का चहेता बन गया, उसके लिए कुलपति ने शासन के आदेश की भी अवज्ञा कर दी है। उच्च शिक्षा विभाग ने एक आदेश के तहत कमलभान की तत्काल प्रतिनियुक्ति समाप्त कर उमरिया महाविद्यालय में उसके मूल पद स्थापना पर वापसी के आदेश दिए थे।

हटाए जाने पर नहीं हटा

गंभीर सवाल यह है कि जहां उमरिया महाविद्यालय में लेखापाल का टोटा है, वही विश्वविद्यालय में एक लेखापाल को का बनाकर विश्वविद्यालय के कुलपति को संदेहो के कटघरे में खड़ा कर रहा है। सूत्रों की माने तो पिछले कुलपति के कार्यकाल में भी कमल भान नामक लेखापाल की कार्य शैली काफी चर्चे में रही। जिसके बाद लेखापाल को विश्वविद्यालय से हटाया भी गया था, लेकिन उस समय भी वर्तमान कुलपति लेखापाल को बचाने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगाते रहे। बार बार उसका बचाव किए जाने से वह उमरिया अपनी मूलपदस्थापना के लिए वापस नहीं हो सका। शासन का आदेश मानने के लिए कुलपति शायद तैयार नहीं हैं। उनके द्वारा कमलभान का संरक्षण किए जाने से मामला चर्चा का विषय बना हुआ है।

हटाए जाने पर भी नहीं हटा था

महाविद्यालय में लेखापाल की कमी को लेकर बांधवगढ़ विधानसभा क्षेत्र के विधायक व एनएसयूआई ने इस मुद्दे को गंभीरता से ऊपर तक उठाया था। जिसके बाद हरकत में आते हुए उच्च शिक्षा विभाग ने लेखापाल को एकतरफा मुक्त कर दिया था। बावजूद उसके आज तक विश्वविद्यालय द्वारा रिलीव ना किए जाने को लेकर तरह-तरह की बातें खड़ी होने लगी है। सच यह है कि कमलभान के मामले में कुलपति कोई सुनवाई ही नहीं करना चाहते हैं। उसे वे संरक्षण भी प्रदान कर रहे हैं। कमलभान यहां सर्वेसर्वा जैसा बना हुआ है। वह कर्मचारियों व छात्रोंं से अभद्रता भी करता रहता है। जिसकी शिकायत होती है पर विश्वविद्यालय के आका उसके बगलगीर बने हुए हैं। जानकारों की माने तो शातिर लेखापाल की कमियां जब पिछले कुलपति ने पकड़ी और विश्वविद्यालय से हटाने की कार्यवाही की उसी दौरान समय की नजाकत को समझते हुए लेखापाल दूसरा पैतरा खेलते हुए नये कुलपति के शरण में जा पड़ा और एक दूसरे की बुराई कर करके अपनी जगह पक्की कर ली।

वीसी का पहुंच मार्ग बना है

सूत्रों की माने तो विश्वविद्यालय में कोई भी फाइल और वीसी तक पहुंचने के लिए सबसे पहले सुपर वीसी यनि की कमलभान से मिलाना पड़ता है, बिना कमलभान के सहमति और सुकृति के विश्वविद्यालय का एक पत्ता नहीं हिलता है, रजिस्टर समेत प्रोफेसर से नौकरों की तरह बिहेव करने वाले पिए का जलजला देखते ही बनता है। जिसमें इसके द्वारा जमकर मनमानी की जाती है। जो कागज कमलभान चाहता है वही कागज वीसी तक पहुंच पाता है। जिन्हे कमलभान चाहता है वही लोग व्हीसी से मिल पाते हैं, पहले कमलभान को संतुष्ट करना पड़ता है। कुलपति के दाहिने हाथ माने जाने वाले पर्सनल असिस्टेंट के दबंगई के चलते प्रोफेसर समेत छोटे-मोटे कर्मचारी भी जिल्लत की जिंदगी और डरे सहमे नौकरी करने को मजबूर है। कमलभान के आचरण के कारण विश्वविद्यालय का आंतरिक वैचारिक एवं टीम भावना के साथ काम करने वाली ग्रोथ दफन हो कर रह गई है।

राजपाल को सूचित करने की तैयारी

छात्र संघ एनएसयूआई आने वाले 25 फरवरी को राज्यपाल के दीक्षांत समारोह के दौरान विश्वविद्यालय की हठधर्मिता एवं उच्च शिक्षा विभाग के आदेश के बाद भी लेखापाल को कार्य मुक्त न करने के विरोध में राज्यपाल से मिलकर ज्ञापन सौंपने की तैयारी कर रहा है। छात्र संघ के पदाधिकारी के अनुसार यदि समय रहते लेखापाल को तत्काल विश्वविद्यालय द्वारा रिलीव नहीं किया गया तो वह राज्यपाल से मिलकर कुलपति एवं विश्वविद्यालय प्रबंधन के विरुद्ध ज्ञापन सौपेंगे। इसके अलावा छात्र संगठन विश्वविद्यालय के आंतरिक गतिरोधों को भी राज्यपाल के समक्ष प्रस्तुत करेगा। कारण यह है कि विश्विद्यालय दिनोदिन अव्यवस्थाओं की ओर बढ़ता जा रहा है।

इनका कहना है…

14 फरवरी को आदेश जारी हुआ था, बेटे की शादी के कारण मैं उसी दिन से छुट्टी पर हूं, शासन का मुलाजिम हूं, जब रिलीव करेंगे, जहां आदेश होगा, जाकर नौकरी करूंगा, मैं व्यक्ति से नहीं कुर्सी से बंधा हूं।

कमलभान सिंह

लेखापाल

पं. शंभूनाथ विश्वविद्यालय, शहडोल

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प्रतिनियुक्ति समाप्ति और लेखापाल कमलभान कार्य मुक्त करने का आदेश मिला है, लेकिन स्टॉफ की कमी है, व्हीसी सर ने उच्च शिक्षा विभाग को नई नियुक्ति तक लेखापाल को यही रहने की चर्चा की है। इसीलिए अभी तक आदेश के बाद भी कार्य मुक्त नहीं किया।

आशीष तिवारी

रजिस्टार

पं. शंभूनाथ विश्वविद्यालय, शहडोल

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स्टॉफ की काफी कमी है, इसी वजह से अभी रिलीव नहीं किया, बाकी मेरे नाम या पद की आड़ में दुरूपयोग करना गलत जानकारी हैं। शासन को पत्र लिख स्टॉफ मांगा है।

प्रो. राम शंकर

कुलपति

पं. शंभूनाथ विश्वविद्यालय, शहडोल

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इस संदर्भ में हम पत्रों का अवलोकन कर चर्चा करते हैं, यदि ऐसा है तो, शीघ्र अग्रिम कार्यवाही होगी।

अनुपम राजन

अपर मुख्य सचिव

उच्च शिक्षा विभाग, भोपाल

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विधायक ने हाट बाजार का किया शुभारंभ

 

उमरिया। बांधवगढ़ विधानसभा क्षेत्र के विधायक शिवनारायण सिंह ने गत दिवस ग्राम बंधवाटोला के कल्दा तिराहे पर हाट बाजार का शुभारंभकिया। उन्होंने कहा कि हाट बाजार खुलने से क्षेत्र मे रोजगार के अवसर बढ़ते हैं तथा आर्थिक समृद्धि आती है। गांव के समीप बाजार लगने से अब लोगो को खरीददारी के लिए दूर-दराज नहीं जाना पड़ेगा। इसका फायदा आसपास के लगभग 15 गांवों को मिलेगा। हाट बजार शुभारंभ अवसर पर विधायक शिवनारायण सिंह, नौरोजाबाद तहसीलदार अभयानंद शर्मा, ग्राम पंचायत बंधवा टोला की सरपंच माया सिंह, जनपद सदस्य लल्ली बाई, ग्राम पंचायत पठारी के सरपंच गोविंद प्रसाद गौतम, करकेली सरपंच भैया बहादुर सिंह, राममिलन यादव, राजेश यादव, महेंद्र सिंह, मनोज सिंह सहित बड़ी संख्या मे ग्रामीणजन उपस्थित रहे।

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24 को किसान सम्मान निधि का होगा वितरण

उमरिया। किसान सम्मान निधि योजना के तहत 19 वी किश्त का वितरण 24 फरवरी को दोपहर 2 बजे से भागलपुर बिहार से आयोजित होगा। जिसका सीधा प्रसारण कृषि विज्ञान केंद्र उमरिया के सभागार देखा एवं सुना जा सकेगा। कार्यक्रम किसान कल्याण तथा कृषि विकास एवं कृषि विज्ञान केंद्र के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित किया गया है।

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27 फरवरी को मछुआ समितियो समूहों के पंजीयन के लिए शिविर

उमरिया। सहायक संचालक मत्स्त्योद्योग ने बताया कि प्रधानमंत्री मत्स्य किसान समृध्दि सह योजना अंतर्गत नेशनल फिशरीज डिजीटल प्लेटफार्म पर मत्स्य व्यवसाय से जुडे किसानो एवं संस्थाओं का पंजीयन किया जाना है । नेशनल फिशरीज डिजीटल प्लेटफार्म पर योजना के तहत ऋण सुविधा सहकारी समितियो का सशक्तिकरण, जलीय कृषि बीमा, प्रदर्शन अनुदान, ट्रेसेबिलिटी प्रशिक्षण एवं क्षमता निर्माण आदि गतिविधियों के आवेदन भारत सरकार व्दारा प्राप्त किए जा रहे है ।

उन्होने बताया कि मत्स्य व्यवसाय में संलग्न मछुआ समितियो, समूहो, सदस्यों एवं हितधारको का पंजीयन एवं विभिन्न गतिविधियो हेतु सहकारी समितियो से आनलाइन आवदेन के लिए 27 फरवरी को सहायक संचालक मत्स्योद्योग उमरिया में प्रात: 10.30 बजे से शिविर आयोजित किया गया है ।

जिले की समस्त पात्र मछुआ सहकारी समिति, समूह के सदस्यों , नदी नालो मे मत्स्याखेट करने वाले मछुआरो से कहा है कि वे शिविर में आवश्यक दस्तावेज तथा व्यक्तिगत एवं समूह के लिए आधार कार्ड, बैंक पासबुक एवं स्वयं का मोबाइल नंबर जो आधार से लिंक हो एवं मछुआ समिति के पंजीयन के लिए समिति का पेन कार्ड एवं अध्यक्ष का मोबाइल नंबर जो आधार से लिंक हो, को अनिवार्यत: लाएं । उन्होने कहा है कि दस्तावेज सहित उपस्थित होकर पंजीयन एवं समिति के ऋण हेतु आवेदन कर सकते है । अधिक जानकारी के लिए कार्यालय सहायक संचालक मत्स्योद्योग उमरिया से संपर्क किया जा सकता है ।

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कोयले से भरे गहरे गोफ को खनिज विभाग ने कराया बंद

 

उमरिया। जिले के पाली थाना अंतर्गत ग्राम ओदरी में दर्जन भर से अधिक अवैध कोयला खदानों में खनिज विभाग ने कार्यवाही की है। बताया जाता है कि इन सभी अवैध खदानों में मशीन की मदद से मिट्टी भरा दी गई है। घुनघुटी चौकी से करीब 18 किमी की दूरी पर स्थित ग्राम ओदरी से सटा ठाकुर बाबा क्षेत्र है, यही करीब दर्जन भर से अधिक कई फिट गहरे गोफ बनाये गए है,जिसकी जानकारी के बाद शनिवार की दोपहर खनिज विभाग एवं पुलिस टीम की मदद से गोफ को बंद किया गया है।कार्यवाही के दौरान खनिज विभाग के नरबद सिंह आरमो एवं पाली पुलिस मौजूद रही।

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बोर्ड परीक्षा देने वाले विद्यार्थियों को तिलक लगाकर दीं शुभकामनाएं

युवा टीम द्वारा बच्चों को कलम प्रदान कर उज्जवल भविष्य की कामना

 

उमरिया। कलेक्टर धरणेन्द्र कुमार जैन व मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत सीईओ अभय सिंह के मार्गदर्शन पर जिले की सक्रिय युवाओं की टोली युवा टीम उमरिया के द्वारा बोर्ड परीक्षा प्रारंभ होने के पूर्व बिरसिंहपुर पाली के बालिका आदिवासी छात्रावास में उपस्थित सभी बोर्ड परीक्षा के परीक्षार्थियों की उपस्थिति में विद्या की देवी मां सरस्वती जी की पूजा अर्चना कर विद्यार्थियों को तिलक वंदन व कलम प्रदान कर उज्जवल भविष्य की कामना की गई। इस दौरान पुलिस पाली थाना प्रभारी मदनलाल मरावी, प्रधान आरक्षक शैलेंद्र कुमार दुबे, आदिवासी छात्रावास अधिक्षिका अर्चना सिंह, टीम संयोजक हिमांशु तिवारी,खुशी सेन,खुशबू बर्मन के द्वारा विद्यार्थियों के तिलक कर पेन प्रदान की गई।

पाली थाना प्रभारी मदनलाल मरावी ने विद्यार्थियों को कहा कि तनाव मुक्त होकर बोर्ड परीक्षाएं दें।किसी भी परीक्षा की तैयारी के लिए सही मानसिक स्थिति के साथ-साथ स्वस्थ रहना भी जरूरी है। यदि आप अच्छी तरह से आराम कर रहे हैं, बैलेंस्ड डाइट खा रहे हैं और नियमित रूप से एक्सरसाइज कर रहे हैं तो ही आप एनर्जेटिक और इंस्पायर्ड महसूस करेंगे। इससे आपको बेहतर ध्यान केंद्रित करने और परीक्षा की तैयारी करने में मदद मिलेगी। ध्यान से पढाई करने के लिए अपने मानसिक स्वास्थ्य पर भी ध्यान दें।

प्रधान आरक्षक शैलेंद्र कुमार दुबे व छात्रावास अधिक्षिका अर्चना सिंह ने छात्रावास की छात्राओं को शुभकामनाएं प्रेषित करते हुए कहा कि परीक्षा के दौरान सकारात्मक सोच रखने आत्मविश्वास के साथ परीक्षा में बैठने का आवाहन किया।

टीम संयोजक हिमांशु तिवारी ने विद्यार्थियों को परीक्षा के दौरान होने वाले तनाव से मुक्त रहने के टिप्स दिए।उन्होंने प्रोत्साहित करते हुए कहा कि बच्चों को परीक्षा के दौरान तनाव को झेलने के लिए खुद को सामथ्र्यवान बनाना होगा। उन्होंने कहा कि परीक्षा के दौरान परीक्षा हॉल में होने वाले तनाव से बचने के लिए निश्चिंत होकर परीक्षा देने जाएं, परीक्षा के पहले निरन्तर लिखने का अभ्यास करते रहें, जिससे परीक्षा हॉल में तनाव दूर हो, स्वयं पर भरोसा रखें। इस दौरान छात्रावास की छात्रा सुजाता बैगा,भारती बैगा,प्रिया बैगा,अनामिका सिंह,मुस्कान बैगा,भारती बैगा,पुष्पा मेहरा,रिंकू सिंह,सरस्वती बैगा,सविता सिंह,पुप्शलाता सिंह,कमला सिंह, नीलम अगरिया देवरिया अगरिया संतोषी सिंह राधा सिंह,पूजा बैगा,रागिनी, व सभी उपस्थित रहे।

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