शिव के जाने के बाद भूखे भटकते रहे भगवान

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सीएम से मिलने की बांट जोहते रहे स्थानीय नेता

वाहनों में ठूंसकर लाये गये थे ग्रामीण

 
ब्यौहारी। नगरीय क्षेत्र में मुख्यमंत्री के आयोजित कार्यक्रम में दूरदराज के क्षेत्रों से अपने प्रदेश के मुखिया मुख्यमंत्री शिवराज सिंह का दीदार करने पहुंची, आमजनता को उम्मीद थी की भाजपा की सांसद और विधायक क्षेत्र में विकाश को लेकर कोई बड़ी सौगात दिलायेगे, लेकिन वही दशकों पुराने काम जो प्रशासन की उदासीनता से शुरु नहीं हो सके थे। जिसे यहां के विकास पुरुष कहे जाने वाले पूर्व मंत्री व विधायक दादाभाई स्वर्गीय लवकेश सिंह द्वारा ही अपने कार्यकाल के दौरान प्रस्तावित कराया था, जिसमे विजयसोता के सोननदी पर पुल निर्माण, नगरपरिषद को नगरपालिका और महाविद्यालय को स्नातकोत्तर तथा आईटीआई की स्थापना जिसकी इसके पूर्व भी शिवराज सिंह चौहान द्वारा घोषणा की जा चुकी थी।
चुनिंदा लोग मंच पर
मुख्यमंत्री के कार्यक्रम में पार्टी के पुराने नेता और पार्टी संगठन के लोग कार्यक्रम स्थल के बाहर अपनी खीझ निकालते देखे गये। बहुत से लोग आयोजन स्थल के आस-पास सीएम से मिलने की बाट जोहते रहे, लेकिन वहां तक पहुंच नही सके। पुलिस के आलाधिकारी खुद भीतर जाने वाले गेटों पर पूरी मुस्तैदी के साथ सुरक्षा व्यवस्था संभाले हुए थे। मंच के आस-पास चुनिंदा लोग ही पहुंच सके।
पोल खुलने का भय
कार्यक्रम स्थल में चार प्रवेश द्वार बनाये गये थे, जिसमें सुरक्षा के बेहद सख्त इंतजाम थे। सभी रास्तों में पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों ने मोर्चा सम्हाल रखा था। कार्यक्रम स्थल जाने वाले गेट क्रमांक-1 सिविललाइन से कार्यक्रम स्थल गेट क्रमांक- 2-एसडीओपी बंगले के बगल से गेट क्रमांक-3 हायरसेकंडी स्कूल के भीतर से और गेट क्रमांक-4 भगबानदास साइकल के बगल से बनाया गया था। अपने निर्धारित कार्यक्रम अनुसार सिंगरौली से हैलिकाप्टर से चलकर लगभग 4 बजे कार्यक्रम स्थल स्कूल मैदान पर पहुंचे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान मंच के नीचे दर्जनों की संख्या में रखें शिलालेखों से पर्दा हटा निम्न कार्यों का शिलान्यास किया। इसके बाद मंच से क्षेत्र की जनता को अपने पुराने अंदाज में संबोधित किया।
भूखे-प्यासे भटकते रहे ग्रामीण
ग्रामीण क्षेत्रों से भारी संख्या में लोगों को वाहनों में भर-भर कर कार्यक्रम स्थल तक लाया गया था। सीएम का कार्यक्रम समाप्त होने के बाद लोग वाहनों की तलाश में भूखे प्यासे इधर-उधर भटकते दिखे। मुख्यमंत्री के कार्यक्रम के मद्देनजर विपक्षी पार्टियों के दो दर्जन नेताओं और संदिग्ध लोगों को पुलिस सुबह से ही थाने में बुलाकर बैठा ली थी। वहीं भाजपा के ही स्थानीय वरिष्ठ नेता और पत्रकारों को पुलिस ने बाहर गेट में ही रोक दिया गया था। मुख्यमंत्री लगभग 4 बजे कार्यक्रम स्थल हायर सेकेन्ड्री स्कूल मैदान में पहुंच विभिन्न विकाश कार्यों का शिलान्यास कर मंच से लोगों को संबोधित किया।
पोल खुलने का भय
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के आगमन के दौरान पत्रकारों ने अपने लेटर हेड मे नगरीय क्षेत्र में व्याप्त समस्या और स्थानीय प्रशासन की कार्यगुजारियों और जनहित के कार्यों मे उदासीन रवैया बरतने की बिन्दुवार लिखित शिकायत मुख्यमंत्री को विधायक आवास से वापस जाते समय सौंपा गया। वही कुछ लोगों का कहना था कि प्रशासन द्वारा इतनी सख्त चाक-चौबंद व्यवस्था की मुख्य वजह प्रदेश के मुखिया के सामने स्थानीय प्रशासन को अपनी पोल खुलने का भय सता रहा था।

 

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