सचिव के मनमानी रवैया के आगे नतमश्तक है प्रशासन, शिकायत तो कई हुई, पर कार्यवाही आज तक नहीं
Ajay Namdev- 7610528622
करपा। जनपद पंचायत पुष्पराजगढ अंतर्गत ग्राम पंचायत करपा में पदस्थ सचिव की मनमानी के आगे प्रशासन नतमस्तक नजर आ रहा है। ग्रामीणों ने कलेक्टर अनूपपुर, जिला पंचायत अनूपपुर व अन्य को शिकायत की थी, लेकिन सचिव पर आज दिनांक तक कार्यवाही न की गई। सचिव के द्वारा कार्यो में मनमानी करते हुये पंचायत की राशि को आहरित कर ली गई। ग्राम पंचायत करपा में विगत 26 जनवरी को महत्वपूर्ण ग्राम सभा का आयोजन किया गया जिसमें सरपंच व सचिव एवं ग्रामीण मौजूद रहे। ग्राम सभा के दौरान जब ग्रामीणों के द्वारा सचिव भुजलू प्रसाद कुर्मेश्वर से अपने प्रश्रो के जवाब मांगे गये तो सचिव आग बबूला हो गया और ग्रामीणों को गाली-गलौज करते हुये अपने आप को पंचायत कार्यालय में बद कर लिया गया। जिससे विशेष ग्राम सभा की कार्यवाही पूर्ण नहीं हो सकी।
जवाब देने बचता रहा सचिव
ग्रामीणों ने बताया कि जब हमारे द्वारा पूछा गया कि आपने एजेंडा जारी नही कराया और पिछली ग्राम सभा 24 दिसम्बर को जो हुई थी, उनमें क्या कार्यवाही की गई। हाट बाजार, मुख्यमंत्री हाट बजार की राशि किन-किन मदों में खर्च किया गया व शासन की महत्वपूर्ण योजना नल-जल योजना विगत एक माह से बंद है कि जानकारी के साथ-साथ प्रधानमंत्री आवास योजना की जानकारी एवं शासन द्वारा संचालित योजनाओं की जानकारी चाही गई तो सचिव आग-बबूला हो गया और जवाब से बचने अपने आप को कार्यालय में बंद कर लिया और ग्रामीणों को झूठे मामलो में फंसाने तक की धमकी देने लगा।
कार्यालय में खुद को किया बंद
जानकारी अनुसार जब ग्रामीण अपनी मागों पर अडे रहे तो सचिव ने अपने आपको कार्यालय में बंद कर लिया। जब ग्राम सभा में उपस्थित लोग लामबंद हो गए और बाहर निकल कर जवाब देने को कहा तो इनके द्वारा कूटरचित शिकायत 100 डायल में किया गया। पुलिस जब आ गई तो इनके द्वारा झूठा आरोप लागते हुए ग्राम सभा के कार्यवाही में बाधा उत्पन्न करने की बात कही गई। इससे ग्रामीण आक्रोशित होकर नारे बाजी करते रहे।
शिकायत तो कई हुई
ग्रामीणों की माने तो सचिव के कारनामे व शिकायत का पुलिंदा 22 मार्च 2017 को कमिश्नर कार्यालय, कलेक्टर कार्यालय, जिला पंचायत व जनपद पंचायत कार्यालय पुष्पराजगढ को लिखित रूप से अवगत कराया गया, लेकिन शासन व प्रशासन के द्वारा अभय दान सचिव के विरुद्ध किसी भी प्रकार की कार्यवाही की गई। जबकि किसी भी शिकायत की जांच होना आवश्यक है। इन्हीं हौसला अफजाई के चलते अपने मनगढंत कार्यो को अंजाम देते हैं।
पूर्व मिला था नोटिस
जिला पंचायत अनूपपुर द्वारा 26 लाख का नोटिस जारी कर मामले को इतिश्री कर दिया गया। अभी तक किसी को ये जानकारी नही है कि क्या उक्त राशि शासन के खाते में जमा कराया गया और अगर नही तो क्यों। जानकारी अनुसार ग्राम पंचायत करपा में अधोहस्ताक्षरी द्वारा 15 दिवस शौचालय निर्माण कार्य की समीक्षा के दौरान यह पाया गया कि करपा में निर्धारित लक्ष्य 250 में से मात्र 33 शौचालय का निर्माण कार्य कराया जाकर लक्ष्य की पूर्ति नहीं की गई। लेकिन सचिव लगातार पंचायत में अनुपस्थित रहा और अपने कार्यो के प्रति रूचि नहीं दिखाई गई। फिर भी सचिव के ऊपर आज दिनांक तक कार्यवाही नहीं की गई।
फार्म भरवाने भटक रहे किसान
ग्रामीणों ने बताया कि शासन की महत्वपूर्ण योजना ऋण माफी योजना का लाभ हमें नहीं मिल पा रहा है। सचिव के मनमानी के कारण 26 जनवरी से लेकर अब तक सचिव पंचायत में उपस्थित नही हो पाये, जिससे किसानों को ऋण माफी योजना का लाभ लेने के लिए दर-दर भटकना पड रहा है। इस तरह सचिव के तानासाही रवैया के कारण किसानों को ऋण माफी योजना का लाभ कैसे मिलेगा यह तो किसानों की चिंता बनी हुई है।
इनका कहना है-
जब तक जिला पंचायत सीईओ नही आ जाती तब तक न तो कोई ग्राम सभा होगी और न ही कोई जानकारी प्रदान की जायेगी।
भुजलू प्रसाद कुर्मेश्वर
सचिव, ग्राम पंचायत करपा