स्कूल प्रबंधन की लापरवाही ने ली छात्रा की जान
परिजनों ने प्राचार्य सहित प्रबंधन पर की एफआईआर की मांग
ग्रामीणों ने स्कूल का किया घेराव
(शंभू यादव+91 98265 50631)
शहडोल। जिले में इन दिनों व्यवस्था पूरी चौपट हो चुकी है, अभी जिले में चिकित्सा विभाग में हुई बच्चों की मौत का मामला ठण्डा ही नहीं हुआ था कि जिले में शिक्षा विभाग का नया मामला सामने आया है, जहां शिक्षकों की लापरवाही के चलते एक मासूम छात्र की जान चली गई, घटना के संबंध में बताया गया कि पपौंध थाना क्षेत्र अंतर्गत हॉयर सेकेण्ड्री निपनिया के कक्षा 9 वीं 10, 11, 12 के लगभग 60-65 बच्चों को रविवार की सुबह सुबह 10 बजे
110 किलोमीटर दूर सीधी जिले में परसली रिसोर्ट प्राइवेट बस में पिकनिक ले गये थे। आरोप है कि बस ड्राइवर शराब के नशे में था और शिक्षक ड्राइवर के भरोसे बच्चों को छोड़ शिक्षक अपने-अपने घर चले गये थे। रात्रि 8 बजे के आस-पास संजना शुक्ला पिता शांतकर शुक्ला निवासी सकंदी का बस की चपेट में आ गई, जिससे उसे गंभीर चोटे आई, इलाज के लिए ले जाते वक्त रास्ते में ही छात्रा ने दम तोड़ दिया।
यह है पूरा मामला
हायर सेकेण्ड्री स्कूल निपनिया के कक्षा-12 में पढने बाली छात्रा संजना शुक्ला पिता शांतकार शुक्ला उम्र-18 वर्ष निवासी ग्राम सकंदी स्कूल प्रबंधन के द्वारा स्कूली छात्रों को शैक्षणिक भ्रमण हेतु सीधी जिले के परसिली रेस्टहाउस ले जाया गया था। जिनकी वापसी उसी दिन शांम को हुई। जिस बस से छात्रों को भ्रमण हेतु ले जाया गया था। लौटकर रात्रि लगभग 8: 00 बजे छात्रा संजना को उसके घर से लगभग दो किलोमीटर पहले सकंदी बिजयसोता तिराहे पर बस से उतार दिया। उतारने के बाद बस ड्राइवर ने बस को तेजी से पीछे की तरफ बैक किया अंधेरा होने के कारण उक्त छात्रा बस की चपेट मे आकर गंभीर रुप से घायल हो गई और बिना देखे बस बापस चली गई। बस की ठोकर से छात्रा को गंभीर चोट लगी, जिससे वह गिर कर वही पर तड़पती पड़ी रही।
एफआईआर की मांग
रात अधिक होने और पुत्री के वापस नहीं लौटने से परेशान पिता शांतकर शुक्ला ने स्कूल प्राचार्य राधिका तिवारी को पुत्री का हालचाल जानने फोन भी लगाया लेकिन लापरवाह प्राचार्य ने अभिभावक का फोन उठाना मुनासिब नही समझा। रात के समय सड़क पर तड़पती छात्रा को देखकर कुछ लोगों ने उसके घर में सूचना दी तब घर के लोग घटनास्थल पर पहुंच छात्रा को गंभीर हालत में ब्यौहारी सिविल हॉस्पिटल लाए। जहां कुछ ही समय के बाद छात्रा की मृत्यु हो गई। चिकित्सकों ने पीएम कर लाश परिजनों को सौंप दिया। छात्रा की मृत्यु की खबर सुनकर लोगों में स्कूल प्रबंधन के खिलाफ आक्रोश दिखाई दे रहा है। परिजनों ने स्कूल प्रबंधन के खिलाफ एफआईआर की मांग की है।