स्टूडेंट यूनियन ने उच्च शिक्षा मंत्री को सौंपा ज्ञापन
(अनिल तिवारी+8827479966)
शहडोल। पं. शंभू नाथ शुक्ल विश्वविद्यालय के एक स्टूडेंट यूनियन ने उच्च शिक्षा मंत्री जीतू पटवारी को विश्वविद्यालय में हो रही लापरवाही सहित विश्वविद्यालय स्ववित्तीय पाठ्यक्रमों की फीस कम करने की मांग की, साथ ही ज्ञापन में उल्लेख किया गया है कि परीक्षा फीस के साथ-साथ स्ववित्तीय पाठ्यक्रमों की द्वितीय किश्त ली जा रही है, जिसके कारण छात्रों पर दोहरा बोझ पड़ रहा है, चूंकि छात्रों को स्ववित्तीय पाठ्यक्रमों के स्थान पर साधारण डिग्री प्रदान की जा रही है, जो बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। विश्वविद्यालय में संचालित कोर्स बीएससी बायोटेक, बीएससी सीएस, बीएस इलेक्ट्रॉनिक, बीएससी, बीकॉम सीए जो कोर्स संचालित है, इन्ही की डिग्रियां प्रदान कराई जाये, करीब सात साल से ये कोर्स संचालित है और इनसे मोटी फीस ली जाती है, परन्तु इन्हें डिग्री प्लेन को दी जाती है, अत: निवेदन है कि इस विषय को संज्ञान में लेते हुए छात्रों को इन्हीं की डिग्रियां दी जाएं ताकि आगे रोजगार के अवसर बढ़े, मुख्यमंत्री की सकारात्मक सोच को आगे बढ़ाया जाये, विश्व विद्यालय में बिना विज्ञापन के अस्थायी कर्मचारियों की नियुक्ति की जा रही है यदि इसकी जांच कराई जाए तो किसी न किसी कर्मचारी के उसी विश्वविद्यालय में पदस्थ कर्मचारियों के सगे संबंधित, रिश्तेदार की भर्ती की जा रही है साथ ही वो दो-दो डिग्री एक साथ कर रहे हैं,
शीघ्र उपलब्ध कराये लाइब्रेरी
उच्च शिक्षा मंत्री से यूनियन ने उक्त मामले की जांच के साथ ही दोषियों पर कड़ी कार्यवाही की जाए ताकि भविष्य में विश्वविद्यालय में पारदर्शिता बनी रहे। विश्वविद्यालय में सूचना के अधिकार अधिनियम हेतु सूचना बोर्ड नहीं लगा है जिसे तत्काल लगाया जाए जिसमें सूचना अधिकारियों के नाम एवं पते तथा निराकरण की समयावधि लिखी जाए इसी तरह विश्वविद्यालय में हजारों शिकायतें दर्ज हैं। लेकिन निराकरण नहीं हो रहा है, विश्वविद्यालय द्वारा अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति तथा अन्य पिछड़ा वर्ग एवं गरीब सवर्ण छात्रों को मुफ्त स्टेशनरी उपलब्ध कराई जाए, लाइब्रेरी में छात्रों को पुस्तकें उपलब्ध कराई नहीं जा रही है, साथ ही छात्रों से अभद्र व्यवहार किया जाता है, स्ववित्तीय पाठ्यक्रमों की पुस्तकें अभी तक लाइब्रेरी में उपलब्ध नहीं है, शीघ्र ही उपलब्ध कराई जाए।
आंदोलन सहित भूख हड़ताल की चेतावनी
विश्वविद्यालय के संविदा/अस्थायी कर्मचारियों द्वारा छात्र-छात्राओं से लगातार अभद्र व्यवहार किया जा रहा जिसके विरोध में पहले भी कई बार शिकायत की जा चुकी है किंतु आज तक इनके विरूद्ध किसी प्रकार की कार्यवाही नहीं की गई है। शीघ्र कठोर कार्यवाही की जाए तथा पूरे विश्वविद्यालय के बारीकियों की जांच कराई जाए। स्टूडेंट यूनियन की उक्त मांगे शीघ्र पूरी की जाएं, अन्यथा छात्र हित के लिए आंदोलन, भूख हड़ताल, आमरण अनशन किया जायेगा।