10वीं और 12वीं कक्षा के पैटर्न में बडा बदलाव
एजुकेशनडेस्क । केंद्रिय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने छात्र-छात्राओ के शिक्षा को और आसान बनाने की कोशिश ,10वीं और 12वीं परीक्षा पैटर्न में बड़े परिवर्तन किए हैं। नए पैटर्न में बोर्ड परीक्षा में अब हर विषय के पेपर में 1 नंबर वाले 25 फीसदी ऑप्शनल सवाल पूछे जाएंगे।
लोकसभा में सांसद केशरी देव पटेल और चिराग पासवान द्वारा उठाए गए सवाल के जवाब देते हुए केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा कि केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने 2019-20 सेशन से 10वीं और 12वीं कक्षा के पैटर्न में बदलाव छात्रों की सोचने की क्षमता को बढ़ाने के लिए किए गया हैं। सीबीएसई के सचिव अनुराग त्रिपाठी ने कहा कि देश के भविष्य को ध्यान में रखते हुए ऐसा करना वक्त की जरूरत है।नए शिक्षा नीति का लक्ष्य व्यावसायिक विषय और मुख्य विषय के बीच के अंतर को समाप्त करना हैउन्होंने कहा कि भारत में बिजनेस सब्जेक्ट के ज्यादा स्टूडे्ंट नहीं मिलते है जिसका कारण स्थिरता की कमी और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा नहीं होना है। इसके अलावा त्रिपाठी ने शिक्षा प्रणाली में बुनियादी ढ़ांचे, शिक्षकों, अभिभावकों और विद्यार्थियों के बीच संबंध को बढ़ावा देना बेहद जरूरी है। भारतीय वाणिज्य एवं उद्योग मंडल (एसोचैम) द्वारा आयोजित शिक्षा शिखर सम्मेलन में त्रिपाठी ने कहा, ‘‘इस साल जहां 10वीं कक्षा के विद्यार्थियों को 20 फीसदी वस्तुनिष्ठ प्रश्नों को हल करना होगा, वहीं 10 फीसदी सवाल रचनात्मक विचार पर आधारित होंगे. वहीं 2023 तक 10वीं और 12वीं कक्षाओं के प्रश्नपत्र रचनात्मकता, आलोचनात्मक और विश्लेषण पर आधारित होंगे
यह है छात्रो का कहना
छात्रो से जब इस बदलाव के बारे में पूछा गया तो छात्रो ने काफी उत्साह पूर्वक कहा कि यह हमारे भविष्य को देखते हूये यह बडी अच्छी खबर हैं जिससे हमको पढाई करने में आसानी होगी और परीक्षा की तैयारी करने मे सुविधा होगी षिक्षा विभाग के इस फैसले को हम सब छात्र-छात्राएॅ स्वागत करतें है।