30 दिनों से भूखे पेट भर रहे युवा बने मिसाल

शहडोल-अनूपपुर की सीमा पर दोनो पहर बांट रहे सैकडों पैकेट भोजन
कोई बना रसोईया, कोई सफाईकर्मी, तो किसी ने संभाला आर्थिक मोर्चा
(Amit Dubey-8818814739)
शहडोल। 24 मार्च की दोपहर जब लॉकडाउन का पहला दिन था और आज लॉकडाउन पार्ट-2 के 9वें दिन तक लगातार 1 हजार से अधिक भूखे पेटो तक दोनो पहर खाना पहुंच रहा है। किसी दिन खिचडा तो किसी दिन दाल-चावल, पूडी सब्जी, छोला चावल, इटली सांभर जैसे व्यंजन सामूहिक रूप से बनकर छोटे-छोटे पैकेटो में पैक होते है और उसके बाद कोरोना वालेंटियर उन्हे दो पहिया वाहनों में आगे रखकर शहडोल और अनूपपुर जिले के सीमावर्ती कस्बाई व ग्रामीण इलाकों में चिंहित लोगों तक पहुंचाते है। 200 नागरिकों तक भोजन पहुंचाने की 24 मार्च को शुरू हुई व्यवस्था 1200 लोगों तक पहुंच गई। चचाई से लेकर अमलाई धनुपरी व बुढार पुलिस के अलावा स्थानीय प्रशासन के नुमाईदें, समय-समय पर यहां अपनी आमद भी दर्ज करा रहे है, इतने बडे पैमाने पर भोजन की व्यवस्था में स्थानीय युवाओं की मदद उनके परिजनों के साथ ही स्थानीय व्यापारी, राजनैतिक दलों के नुमाईदें, पुलिस और प्रशासनिक कर्मचारी कर रहे है, लेकिन कोरोना जैसे भयंकर महामारी की फिक्र किये बिना, घर-घर तक भोजन पहुंचाने वाले कोरोना फाइटर्स की मेहनत व जज्बा मिसाल बन चुका है।
नई भूमिका में युवा
24 मार्च से पहले जो युवा व्यवसाय, पढाई या नौकरी में लगे हुए थे, कोरोना की दस्तक ने इन्हे नई भूमिका में लॉकर खडा कर दिया, इसमें जिला प्रशासन शहडोल और अनूपपुर ने भी उनके इस साहस और सेवा कार्य को समर्थन दिया। क्षेत्र के दो दर्जन से अधिक युवा जो पहले अपने दैनिक कार्यो में लीन थे, अब भूखे पेटो तक भोजन पहुंचाने के लिए उनमें से कोई रसोइया बन गया है तो किसी ने खाने के पैकिटों को पैक करने की जिम्मेदारी संभाली है। कोई सूची बनाकर खाना दोनो समय पहुंचा या नही पहुंचा इसकी तस्दीक कर रहा है तो किसी ने सफाईकर्मी और किसी ने डिलेवरी ब्वॉय व खाद्य सामग्री एकत्र करने का बीडा उठा रखा है।
ये है कोरोना फाइटर्स
कोयलांचल के धनपुरी, अमलाई, विवेकनगर, संजय नगर, बकहो व इससे सटे बस्तियों में इस पूरी व्यवस्था में खुद को झोक दिया है। इसमें मनीष चौहान, आकाश पासवान, चंदन राय, अरविंद राय, पवन चीनी, राजन शर्मा, संतोष टंडन, सचिन पुरी, रंजू पुरी, नियामुद््दीन अली, अमित द्विवेदी, दीपक ङ्क्षसह, राहुल सिंह, शुभम पांडेय, संजू बाबा, रोहित विश्वकर्मा, मनीष तिवारी, रवि विश्वकर्मा, शौर्य विश्वकर्मा, मो. फिरोज, संजू ओटवानी, अनिल छगानी, अशोक जेठानी, राजेश जेठानी, महमूद, निखिल सिंह, रितिक ङ्क्षसह, मंयक ङ्क्षसह, गुरूदयाल, राजेश यादव, संजू सोनी, करण, गुड्डू, नवीन यादव, राजा कैटर्स सहित अन्य कई युवा शामिल है।
लॉकडाउन तक जारी रहेगा सिलसिला
24 मार्च से आज 23 अपै्रल तक लगातार इस बीते एक माह में कोरोना फाइटर्स न तो अपनी जिम्मेदारी से हठे और न ही कहीं धके या रूके, इस दौरान इन्होंने खुद कोरोना वायरस के डर को हराते हुए निराश्रितों तक भोजन पहुंचाया। खास बात यह भी रही कि युवाओं ने सोशल डिस्टेंस से लेकर मास्क, ग्लब्स व सेनेटाइजर जैसे बचावों का भी न सिर्फ खुद प्रयोग किया, बल्कि अन्य माध्यमों से प्राप्त यह सामग्री, ग्रामीणों तक पहुंचाई।