4 प्रतिष्ठानों पर आयकर विभाग की दबिश
(Amit Dubey-8818814739)
शहडोल। संभागीय मुख्यालय से चार प्रतिष्ठित व्यवसायिक घरानों के प्रतिष्ठानों पर आयकर विभाग के तीन जिलों की अलग-अलग टीम ने संयुक्त रूप से शाम 5 बजे के आस-पास दबिश दी, खबर है कि उक्त व्यवसायियों द्वारा आयकर विभाग को पेश किये गये दस्तावेजों में हेरफेर की गई थी और संभवत: इनके द्वारा बड़े पैमाने पर राजस्व की चोरी की जा रही थी। विभाग के अधिकारियों द्वारा पूर्व में इनके द्वारा किये गये क्रय-विक्रय तथा राशि के अंतरण की जानकारियां एकत्र की गई थी। जिसके बाद विभाग के आलाधिकारियों द्वारा तीन जिलों की संयुक्त टीम बनाकर यहां दबिश दी गई है।
संभागीय मुख्यालय के गांधी चौक के समीप स्थित फैसला गोल्ड पैलेस के साथ ही रघुराज स्कूल के सामने स्थित विनीत इंटरप्राइजेज और पंचायती मंदिर के समीप स्थित ज्ञान सायकल के साथ ताम्रकार बर्तन भण्डार में विभाग के अधिकारियों द्वारा दबिश दी गई, यहां पहुंचाने के बाद अधिकारियों ने प्रतिष्ठान के संचालकों से आय-व्यय के साथ क्रय-विक्रय का लेखा-जोखा मांगा और वहां रखे गये दस्तावेज खंगालने शुरू किये, देर शाम तक इस संबंध में आयकर विभाग के अधिकारियों द्वारा मीडिया के समक्ष आधिकारिक तौर पर किसी भी प्रकार की कर चोरी या बड़ा खुलासा नहीं किया, देर शाम तक विभाग की पड़ताल जारी रही। बीते कुछ वर्षाे से गांधी चौक के समीप फैसला गोल्ड पैलेस बीते कुछ वर्षाे से अचानक ही संभागीय मुख्यालय में उभरकर सामने आया है, फैसला गोल्ड के सहयोगी प्रतिष्ठान साधू साड़ी पैलेस के अलावा अन्य कई गुमनाम संपत्तियां व प्रतिष्ठान संचालकों द्वारा चलाये जाने की खबर है, करीब 1 दशक पूर्व जैतपुर थाना अंतर्गत ग्राम रसमोहनी से शहडोल आ कर प्रतिष्ठान खोलने वाले फैसला गोल्ड पैलेस के संचालकों ने एक दशक के दौरान इतनी अधिक मात्रा में संपत्ति कैसे अर्जित की, यह लगातार चर्चा का विषय बिन्दु रहा है। इसी तरह विनीत इंटर प्राईजेज द्वारा शासकीय कार्यालय में बड़े पैमाने पर सप्लाई का कार्य किया जाता रहा है, खबर यह है कि कथित संस्थान द्वारा जितनी मात्रा में फर्नीचर आदि क्रय किये जाते रहे हैं, उससे कहीं अधिक संख्या में इनकी सप्लाई की गई है। यही नहीं आयकर विभाग सहित वाणिज्य कर विभाग को कथित प्रतिष्ठानों द्वारा दी गई जानकारी भी आधी-अधूरी ही है, ऐसी लगातार शिकायतों के बाद आयकर विभाग द्वारा संभवत: यह कार्यवाही की गई।