50 बाबू से बने प्रभारी CMO, अब लौटेंगे अपने मूल पद पर।
50 बाबू से बने प्रभारी CMO, अब लौटेंगे अपने मूल पद पर।
भोपाल- पिछले कई वर्षो से नॉन सीएमओ कॉडर के बाबू, इंजीनियर, स्वच्छता अधिकारी प्रभारी मुख्य नगर पालिका एवं नगर परिषद अधिकारी सीएमओ के पद पर पदस्थ हैं। कोर्ट के आदेश जारी होने के 5 साल बाद नगरीय प्रशासन विभाग ने ऐसे चिन्हित 50 प्रभारी सीएमओ को उनके मूल पद पर वापस भेज दिया है। इस फेहरिस्त में सात और CMO बने अधिकारियों के नाम आने वाले एक-दो दिन में जारी होना है। बताते चलें की CMO के पद पर पदस्थ इन प्रभारी बाबुओं, इंजीनियरों एवं सुरक्षा अधिकारियों की जगह अब नियमित मुख्य नगरपालिका अधिकारियों को पदस्थ किया जाएगा। विभाग ने इन प्रभारी CMO को तत्काल कार्यमुक्त कर मूल पद पर लौटने का आदेश जारी कर दिया है। नॉन CMO कैडर के अधिकारी कर्मचारियों को प्रभारी मुख्य नगरपालिका अधिकारी पद पर पदस्थ किए जाने को लेकर 7 वर्ष पूर्व 2013 में न्यायालय में एक पिटीशन दाखिल की गई थी, जिस पर सुनवाई करते हुए माननीय न्यायालय के द्वारा 2015 में दिए गए अपने फैसले में नॉन CMO कॉडर के अधिकारियों कर्मचारियों को प्रभारी CMO बना दिया था, अब उन्हें उनके मूल पद पर वापस भेजने के निर्देश जारी कर दिए गया हैं। न्यायालय ने यह भी कहा है कि सीएमओ पद पर फीडर कॉडर में आने वाले कर्मचारियों को ही पदस्थ किया जाये। बता दें कि शिकायत किए जाने के बाद माननीय न्यायालय के द्वारा दिए गए फैसले को अनदेखा करते हुए कई वर्षो तक विभाग द्वारा कोई कार्यवाही नहीं की गई थी। इस मामले में कोर्ट की अवमानना का पिटीशन दाखिल किया गया, बाद इसके कोर्ट ने फिर अपना फैसला सुनाया जिस पर कार्यवाही करते हुए विभाग ने करीब 5 साल लंबे अंतराल के बाद कोर्ट के आदेश की सुध ली और ऐसे 57 प्रभारी CMO को चिन्हित किया, जिनमें से 50 प्रभारी CMO को उनके मूल विभाग बाबू, इंजीनियर और स्वच्छता प्रभारी के पद पर वापस भेजने का आदेश जारी कर दिया है।
कौन से पद आते हैं फीडर कॉडर में।
राजस्व निरीक्षक, उप राजस्व निरीक्षक, कार्यालय अधीक्षक, राजस्व अधिकारी और संपत्ति कर अधिकारी आते हैं।
अभी तक ये थे प्रभारी सीएमओ।
नॉन सीएमओ कॉडर के अधिकारी,कर्मचारी लेखापाल, राजस्व निरीक्षक,स्वच्छता निरीक्षक, उपयंत्री, मुख्य लिपिक कम लेखापाल