शहडोल। जिले के सिंहपुर थाना क्षेत्र के जंगलों में में खुलेआम चल रहे जुआ के अड्डे कानून व्यवस्था का खुला मजाक उड़ा रहे हैं। पुलिस के संरक्षण में चल रहे इस खेल से युवा पीढ़ी तबाह हो रही है, जिनके भविष्य को लेकर अभिभावक भी ङ्क्षचतित व परेशान हैं। जबकि अवैध रूप से खेले जा रहे खेल से पुलिस खुद को अनजान बता रही है। पुलिस के नाक के नीचे अवैध कारोबार का खेल-खेला जा रहा है। सिंहपुर थाना क्षेत्र में रजूस ने अपना नया ठीहा तलाश लिया है, हालाकि रजूस ठीहा बदलने में माहिर है, सिंहपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत जोधपुर के जंगल के अलावा कुछ गांवों में जुए का खेल निर्बाध गति चल रहा है। ऐसा भी नहीं कि इसकी जानकारी पुलिस को नहीं है। इसके बाद भी इस पर रोक या कार्रवाई की बात सामने नहीं आई है। इतना ही नहीं पुलिस इस तरह का कारोबार होने से इंकार कर देती है। लोगों का कहना है कि इसके चक्कर में युवा पीढ़ी खुद को बर्बाद कर रही है। इसकी वजह से उनके मां-बाप भी उनके भविष्य को लेकर परेशान हैं। इस खेल का मास्टर माइंड रजूस वर्दीधारियों के संरक्षण में पूर्व में जुमई में जमकर 52 परी नचाई, अब सिंहपुर थाना में एक सितारा से लेकर मुंशी रजूस के लिए मैनेजमेंट का काम कर रहे हैं। रजूस के कारोबार में कोई अड़चन ना पड़े, इसके लिए मोटी रकम थाना के लिए बांध दी गई है, इसलिए कानून के हाथ रजूस गिरेबान तक नहीं पहुंच पाते। हालाकि रजूस ने खाकी के साथ खादीधारियों का भी साथ कर रखा है, जमुई में रजूस के ठीहों को नेताजी के खुले संरक्षण के चलते उस पर कोई हाथ नहीं डाल पा रहा था, यही हाल सिंहपुर थाना क्षेत्र में भी है। कार्यवाही न होने से रजूस के हौसले बुलंद हैं। सबसे बड़ी बात यह है कि रजूस को मिल रहे संरक्षण के चलते कोई शिकायत करने की हिम्मत नहीं करता।