डीजल के दाम बढऩे के कारण बस स्टैंड से 70 बसों का संचालन हुआ बंद
डीजल मैकेनिक हुए बेरोजगार, बढ़ती महंगाई का
असर अब सफर पर भी
शहडोल। जिला मुख्यालय स्थित शहडोल बस स्टैंड से लगभग 170 का संचालन प्रतिदिन होता था, लेकिन पेट्रोल और डीजल के बढ़ते दामों के कारण बस संचालक बसों का संचालन करने में असमर्थ हो गए है। जिसके कारण बस स्टैंड में लम्बे समय से कार्य कर रहे डीजल मैकेनिक, बेरोजगारी कि कगार पर पहुंच गए है। बस ऑनर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष महंत प्रसाद गौतम ने बताया कि इन मैकेनिकों ने अपना पूरा जीवन बस स्टैंड में काम करते बिताया है। अब ये कहाँ जाये और क्या करे ये बहुत बड़ा प्रश्न है। केवल डीजल मैकेनिक ही नहीं साथ ने खलासी ,ड्राइवर, कुली और बस सर्विस से जुड़े लोग बस बंद होने से परेशान है और इन लोगो के सामने रोजगार का संकट खड़ा हो गया है।
आसमान छूता डीजल का दाम
डीजल के रेट में लगातार हो रही बढोत्तरी से बस संचालक परेशान है। अब रीवा जाने का किराया भी बढ़कर 300 तक पहुंच गया है। लोगों की जेब का बजट गड़बड़ा रहा है। लगातार छह महीने से पेट्रोल व डीजल के दामों में इजाफा होने के कारण लोगो को अब परेशानी हो रहगी है कि वे किस तरह से अपने गृहस्थी का खर्च व्यवस्थित करें। सरकारी कर्मचारियों के भत्तों में सरकार पिछले दो साल से रुके इजाफे की घोषणा कर चुकी है और गरीब आदमी के लिए सारी योजनाएं सरकार बना रही है। आम आदमी की हालत खस्ता है इसे कहीं से भी राहत की उम्मीद नहीं है। विपक्ष भी इस समय मौन है और सुनने वाला कोई नहीं है। शहडोल जिले में शनिवार को पेट्रोल के दाम 118 रुपए 33 पैसे है और डीजल के रेट भी 107 रुपए 52 पैसे दर्ज किए गए हैं। यह है पिछले सात दिनों की पेट्रोल /डीजल की किमस्तो पर नजर डेल तो पेट्रोल कि कीमत जहाँ 17 अक्टूबर को 116.16 थी आज लगभग 119 पर पहुंच गयी है। वही डीजल कि कीमते 17 अक्टूबर 105.66 थी आज 108 से भी अधिक हो गयी है।

हर वस्तु के बढे दाम
तेल के दाम बढऩे से मंहगी हो रही सब्जी दालें व अन्य सामग्री पेट्रोल डीजल के दामों में बढोत्तरी होने से खाद्य तेल, दालों, सब्जियों व किराना सहित सभी सामानों के रेट में इजाफा हो रहा है। व्यापारियों का कहना है कि माल ढुलाई बढ़ा दी गई है जिससे निश्चित तौर पर सामानों के रेट में बढोत्तरी होगी और इससे महंगाई भी बढ़ेगी। व्यापारियों का कहना है कि हर सामान के दाम में 15 से 20 प्रतिशत का इजाफा हुआ है। सरल सी हर आदमी के पहुंच वाली माचिस कि डब्बी भी 01 रूपये से बढ़कर अब 02 रुपये की हो गयी है।
बस स्टैंड से यात्री घटे
बस ऑनर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष महंत प्रसाद गौतम ने बताया कि लगातार बढ़ते डीजल के कारण यात्री बसों के किराये में भी वृद्धि करने कि आवश्यकता हुई और हमारे बस संचालकों ने बसों के नियमित खर्चो और मेंटनेंस के अनुरूप किराये में बढ़ोत्तरी भी की है। लेकिन बढ़ते दामों के कारण हुई किराये की वृद्धि का असर बस से यात्रा करने वाले लोगो पर भी हुआ है। पहले जहाँ 04 लोग 800 में रीवा जाकर लौट सीधा असर बस से जुड़े हुए लोगो पर पड़ा है। डीजल मैकेनिक, ग्रीस करने वाला, सामान उठाने वाला हम्माल, बस की उद्घोषणा करने व बस की साफ-सफाई करने वाला और अन्य सभी वे लोग जो बस के माध्यम से अपना जीवन यापन करते थे, 70 बसों के पहिये थम जाने के कारण सभी की आजीविका पर बड़ा प्रश्न खड़ा हो गया है।
