सुशासन सप्ताह के तहत लोगों को बताया पेसा एक्टस का महत्व

दिलाई गई नशा मुक्ति की शपथ
शहडोल। कलेक्टर श्रीमती वंदना बैठ के मार्गदर्शन एवं निर्देशन में जिले के समस्त विकासखंडों में सुशासन सप्ताह दिवस मनाया जा रहा है। इसी कड़ी में आज जिले के मैदानी अधिकारियों एवं कर्मचारियों द्वारा ग्रामों का भ्रमण कर लोगों को पेसा एक्ट की जानकारी नशामुक्ति की शपथ जैसे अन्य नवाचार किए गए। सुशासन सप्ताह के तहत जन अभियान परिषद के जिला समन्वयक विवेक पाण्डेेय की अगुवाई में जिला मुख्या लय के नगर विकास प्रस्फुटन समिति घरौला द्वारा ग्राम पिपरिया में पेसा एक्ट की जानकारी चौपाल लगाकर दी गई। लोंगो को बताया गया कि पेसा एक्ट यानि पंचायतों के प्रावधान अनुसूचित क्षेत्रों तक विस्तार अधिनियम 1996 भारत के अनुसूचित क्षेत्रों में रहने वाले लोगों के लिए पारंपरिक ग्राम सभाओं के माध्यम से स्वशासन सुनिश्चित करने के लिए भारत सरकार द्वारा अधिनियमित एक कानून है, इसमें अनुसूचित क्षेत्रों की ग्रामसभा को सशक्त बनाया गया है। पेसा एक्टध के प्रचार-प्रसार हेतु जन जागरूकता कार्यक्रम किया जा रहा है अब बाजार एवं मेलों का प्रबंधन का अधिकार भी ग्रामसभा के पास रहेगा और ग्राम विकास की कार्ययोजना भी ग्राम सभा ही बनाएगी। जनजाति वर्ग के व्यक्ति की भूमि पर किसी गैर जनजाति व्यक्ति ने अनधिकृत कब्जा कर रखा है तो ग्रामसभा को उसे हटवाकर मूल व्यक्ति को दिलाने का अधिकार दिया गया है।
ग्रामसभा की सहमति के बिना अनुसूचित क्षेत्रों में नई शराब दुकान नहीं खुलेगी। भूमि अधिग्रहण के पहले भी सहमति लेनी होगी। स्थानीय पुलिस स्टेशन में ग्राम के व्यक्ति से संबंधित कोई भी प्राथमिक सूचना दर्ज होती है तो इसके सूचना ग्रामसभा को देनी होगी। जमीन भू-अर्जन के लिए ग्रामसभा की सहमति जरूरी जैसे अन्य महत्वपूर्ण जानकारियों से अवगत कराया गया। चौपाल कार्यक्रम में कल्याहणी बाजपेई, अरूण कुमार बाजपेई, राजेश कोल, समयलाल, प्रकाश, समनी बाई, मनीषा कोल, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता अंजू कोल, पूजा बैगा एवं ग्रामवासी उपस्थित थें। इसी प्रकार जनपद पंचायत सोहागपुर के ग्राम पंचायत जमुई में लोगों को नशा मुक्ति की शपथ दिलाई गई, बुढार के ग्राम बटुरा में पेसा एक्टं के प्रति लोंगो को जागरूक किया गया। साथ ही लोगों की समस्याएं भी सुनी गई है और यथासंभव निराकरण के प्रयास भी किये गये। गौरतलब है कि सुशासन सप्ताह दिवस 25 दिसंबर तक मनाया जाएगा।