विश्वविद्यालय नवलपुर में इलेक्ट्रॉनिक्स विभाग द्वारा हुई कार्यशाला

शहडोल। पंडित एस. एन. शुक्ला विश्वविद्यालय नवलपुर परिसर में 20 जनवरी को इलेक्ट्रॉनिक्स विभाग के द्वारा
इलेक्ट्रॉनिक्स सर्किट डिजाइनिंग सिंपोजीयम-2023 का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता कुलगुरु
प्रोफेसर रामशंकर के द्वारा की गई। इस कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के डीन तथा इलेक्ट्रॉनिक्स के विभागाध्यक्ष
प्रोफेसर डॉ. प्रमोद कुमार पाण्डेय प्रमुख निरीक्षण भूमिका में उपस्थित रहे।
कार्यक्रम में सर्वप्रथम बी.एस-सी. तृतीय वर्ष के गु्रप-ए के द्वारा स्मार्ट मोशन सेंसर तथा गु्रप-बी के द्वारा मोबाइल
फोन डीटेक्टर सर्किट बनाया गया। इस दोनों गु्रप में छात्र आलोक शुक्ला, विनीता गुप्ता, जीनत, योगेन्द्र, आयुष
गुप्ता ने विशेष योगदान किया। स्मार्ट मोशन सेंसर की सहायता से हम किसी भी व्यक्ति के मोशन को 500 मीटर की
दूरी तक आसानी से डिटेक्ट कर सकते हैं। इसी प्रकार मोबाइल डीटेक्टर की सहायता से हम आसानी से मोबाइल को
क्लासरूम में या ऐेसे स्थान पर जहाँ मोबाइल ले जाना वर्जित है, वहाँ यदि कोई व्यक्ति मोबाइल ले जाता है, तो उसे
पकड़ा जा सकता है।
इसी कड़ी में बी.एस-सी. द्वितीय वर्ष के विद्यार्थी गु्रप-सी के द्वारा स्मार्ट स्ट्रीट लाइट सेंसर, गु्रप-डी के द्वारा
वेबफार्म जनरेटर तथा मोनोस्टेबल मल्टीवाइब्रेटर का प्रिटेड सर्किट बोर्ड (पी.सी.बी.) में फेब्रीकेट किया गया। इसमें
प्रमुख छात्र सौम्या त्रिपाठी, जान्हवी त्रिपाठी, राबिया सुल्ताना, दुर्गावती मौर्य, द्रौपदी रौतेल, अंजली प्रजापति,
प्रशान्त पाण्डेय, प्रशान्त तिवारी, आकांक्षा पांडे, जी. सृृजाराव, अनुराग सिंह, सूर्यप्रताप, प्रेम सिंह, सत्येन्द्र कुमार,
धर्मेन्द्र ने भाग लिया। स्मार्ट स्ट्रीट लाइट सेंसर प्रमुखत: ऊर्जा संरक्षण के सिद्धान्त पर कार्य करता है। इस उपकरण
के द्वारा हम उतनी ही ऊर्जा का उपयोग करते हैं, जितनी की आवश्यकता होती है। इसके साथ ही इलेक्ट्रॉनिक्स
विभाग के बी.एस-सी. प्रथम वर्ष के विद्यार्थियों के द्वारा क्लेप स्विच तथा बी.एस-सी. तृृतीय वर्ष के एक अन्य गु्रप
के द्वारा रेन डिटेक्टर का निर्माण किया गया। इसमें यश शर्मा, उदयराज, सचिन, हंसराम तथा आदर्श ने प्रमुख
योगदान दिया। इस कार्यक्रम को सम्पन्न कराने में इलेक्ट्रॉनिक्स विभाग की सहायक प्राध्यापिका डॉ. मौसमी कर
तथा अतिथि विद्वान वैभव द्विवेदी एवं नमन शुक्ला का विशेष योगदान रहा।