संविदा,आऊट सोर्स कर्मचारियों ने किया अनिश्चितकालीन हड़ताल का किया ऐलान, वेतनवृद्धि, नियमितीकरण, संविलयन सहित रखी पाँच सूत्रीय मांग
संविदा,आऊट सोर्स कर्मचारियों ने किया अनिश्चितकालीन हड़ताल का किया ऐलान,
वेतनवृद्धि, नियमितीकरण, संविलयन सहित रखी पाँच सूत्रीय मांग
कटनी ॥ जिले के करीब 100 से अधिक कर्मचारी हड़ताल पर बैठे हैं। यह लोग आउटसोर्स कर्मचारियों का बिजली कंपनी में विलय, संविदा कर्मचारियों का नियमितीकरण और वेतन वृद्धि की मांग कर रहे हैं। बिजली कंपनी के यह आउट सोर्स कर्मचारी समान वेतन समान काम की भी मांग कर रहे हैं। आउट सोर्स कर्मचारी संगठन के जिला अध्यक्ष ने बताया कि उनके काम में जोखिम काफी है और सुविधाओं के नाम पर कुछ भी नहीं। सालों से लोग काम कर रहे लेकिन पैसा उन्हें ना के बराबर मिलता है। काम के दौरान जोखिम काफी रहता है कि उन्हें सुरक्षा उपकरण भी नहीं दिए जाते हैं। दुर्घटना होने पर जब किसी कर्मचारी की मृत्यु हो जाती तो उसे मुआवजा भी नहीं दिया जाता है।
इसके पहले बिजली विभाग के आउट सोर्स कर्मचारी 6 जनवरी से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठने वाले थे, लेकिन इंदौर में होने वाले प्रवासी भारतीय सम्मेलन को देखते हुए बिजली विभाग के आला अधिकारी उन्हें भरोसा दिलाया था कि जल्द ही उनके मांगों का निराकरण कर दिया जाएगा।
लेकिन 15 दिन से ज्यादा का समय बीतने के बाद भी उनकी मांगों पर कोई विचार नहीं किया गया। जिसके बाद शनिवार से बिजली विभाग के आउट सोर्स और संविदा कर्मचारी हड़ताल पर बैठ गए हैं। आउटसोर्स कर्मचारियों का कहना है कि लिखित आश्वासन मिलने तक उनकी हड़ताल जारी रहेगी।कर्मचारियों की प्रमुख पांच मांगे विभिन्न विदयुत कंपनियों में कार्यरत आउट सोर्स कर्मियों का विभागीय पॉलिसी बनाकर संविलियन एवं वेतन वृद्धि व रुपये 20.00 लाख का दुर्घटना बीमा कराया जाए । विभिन्न विद्युत कंपनियों में कार्यरत संविदा अधिकारियों एवं कर्मचारियों का नियमितीकरण भाजपा जनसंकल्प 2013 अनुसार तत्काल किया जाए । विभिन्न विदयुत कंपनियों में कार्यरत सभी वर्गों के कर्मियों के लंबित फ्रिज बेनिफिटस का भुगतान किया जाए एव अधिकारियों कर्मचारियों एवं पेंशनरों के लिए कैशलेस मेडिक्लेम पॉलिसी लागू की जाए । विभिन्न विद्युत कंपनियों में कार्यरत सभी वर्गों के कर्मियों की वेतन विसंगतियों को सही किया जाए , कंपनी में नियुक्त अभियंताओं के लिए सातवें वेतनमान में परिलक्षित 03 पे मैट्रिक्स को विलोषित किया जाए । विभिन्न विद्युत कंपनियों के पेंशनरों के पेंशन का भुगतान ट्रेजरी के माध्यम से किया जावे व राज्य सरकार के पेंशनरों के अनुसार महगाई भत्ता और राहत दी जावें । साथ ही विद्युत कंपनियों में कार्यरत सभी कर्मियों के लिए नवीन पेंशन योजना की जगह पुरानी पेंशन योजना चालू की जाए । उपरोक्त मांगों के समर्थन में मध्य प्रदेश के 40000 आउटसोर्स कर्मी एवं 7000 संविदा कर्मी अनिश्चितकालीन कार्य बहिष्कार कर हड़ताल पर है ॥