लाडली बहना योजना की राशि का ऋण में समायोजन करने वाले बैंक पर कार्यवाही करने कलेक्टर ने लिखा पत्र
लाडली बहना योजना की राशि का ऋण में समायोजन करने वाले बैंक पर कार्यवाही करने कलेक्टर ने लिखा पत्र
कटनी। शासन के नियम विरुद्ध कार्य करने वाले एक निजी बैंक के विरुद्ध कलेक्टर अवि प्रसाद ने आवश्यक कार्यवाही किए जाने हेतु संयोजक राज्य स्तरीय बैंकर्स समिति भोपाल को पत्र लिखा है। उल्लेखनीय है कि माधवनगर क्षेत्र में स्थित फिन केयर स्माल फाइनेंस बैंक के विरुद्ध कई महिला खाताधारकों द्वारा धोखाधड़ी का आरोप लगाते हुए लिखित शिकायत कलेक्टर श्री प्रसाद के समक्ष प्रस्तुत की थी। समदाडिया सिटी माधवनगर स्थित फिन केयर स्माल फाइनेंस बैंक की महिला खाता धारकों पार्वती बाई, प्रेमलता, सावित्री बाई, कीर्ति, रामकली, कान्ति सभी निवासी देवराकला ने गत 27 जून को कलेक्टर श्री प्रसाद के समक्ष लिखित शिकायत प्रस्तुत करते हुए बताया था कि उन सभी के द्वारा फिन केयर स्माल फाइनेंस बैंक से लोन लिया गया था जिसकी समस्त राशि ब्याज सहित बैंक को भुगतान किए जाने के बाद भी उक्त बैंक के स्थानीय प्रबंधन द्वारा उनके खाते में प्रतिमाह प्राप्त होने वाली लाडली बहना योजना की 1000 रुपए राशि निकाली जा रही है और खाते का बैंक द्वारा स्वयं संचालन किया जा रहा है। कलेक्टर श्री प्रसाद द्वारा महिला हितग्राहियों की उक्त शिकायत को गंभीरता से लेते हुए बैंक द्वारा शासन के नियम निर्देशों के विपरीत किए जा रहे इस कृत्य पर कड़ी नाराजगी व्यक्त की गई । कलेक्टर श्री प्रसाद ने संयोजक राज्य स्तरीय बैंकर्स समिति भोपाल को पत्र लिखकर बताया कि संचालनालय संस्थागत वित्त मध्य प्रदेश के स्पष्ट निर्देश है कि भारत सरकार या राज्य सरकार द्वारा अपनी किसी योजना अंतर्गत हितग्राही को निर्गमित की गई अनुदान राशि या सहायता राशि का समायोजन किसी भी ऋण खाते में नहीं किया जाएगा। जबकि फिन केयर स्माल फाइनेंस बैंक द्वारा महिला हितग्राहियों को प्रदेश सरकार से लाडली बहना योजना के तहत निर्गमित 1000 रुपए की राशि का ऋण में समायोजन न सिर्फ शासन के निर्देशों के विरुद्ध है बल्कि निर्देशों की अवमानना है। साथ ही शाखा प्रबंधक द्वारा सदस्यों से उनके बैंक खाते बंद कराकर उनके आधार कार्ड दूसरे बैंक से लिंक करने पत्र लिखा जाना बैंकों की योजनाओं के विपरीत और असहयोग की भावना को परिलक्षित करता है। पत्र में कलेक्टर श्री प्रसाद द्वारा उक्त बैंक पर आवश्यक कार्यवाही किए जाने कहा गया है।