दामिनी में जमीन के दलालों को चरण वंदना का मिल रहा इनाम,कर्मचारियों से पैसा वसूल कर अधिकारियों की सज रहा महफिल
(चंद्रेश मिश्रा)धनपुरी।सोहागपुर क्षेत्र अंतर्गत आने वाली दामिनी भूमिगत खदान में जमीन के बदले नौकरी पाने वाले कुछ कर्मचारी अभी भी हाजिरी लगाकर खदान से रफू चक्कर हो जाते हैं और फिर जमीन की दलाली करते हैं कहने ने को तो यह जनरल मजदूर है लेकिन अधिकारियों की चरण वंदना करने में इसे महारत हासिल हो चुकी है सुबह खदान में हाजिरी लगाकर अधिकारियों के निजी काम करना और फिर दिनभर जमीन की दलाली करना इसका पेशा बन चुका है सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार संजय नगर में रहने वाले एक अधिकारी के बच्चों को बुढार के बचपन स्कूल पहुंचना फिर छुट्टी होने पर स्कूल से संजय नगर पहुंचना ही इसकी प्रमुख ड्यूटी है यह ड्यूटी निभाने के बाद चाहे कहीं घूमता फिरता रहे इस बात से प्रबंधन को कोई मतलब नहीं है जनरल मजदूर लगभग 2 साल से अधिकारियों की चरण वंदना करने के कारण खदान के अंदर तक नहीं गया है बच्चों को स्कूल पहुंचाने के अलावा खदान के अधिकारियों की गृह लक्ष्मियों को भी शॉपिंग करवाने के लिए यह ड्राइवर की जिम्मेदारी बखूबी निभाते हैं दामिनी भूमिगत खदान में वर्तमान समय में कर्मचारियों से एक तय नजराना वसूलने की भी जिम्मेदारी इसी चापलूस दलाल की है सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार अधिकांश कर्मचारी 7 सौ रुपए देकर हाजिरी लगाकर घूमने फिरने की आजादी पाई जाते हैं इन कर्मचारियों से पैसा वसूल कर अधिकारियों की जेब में डालने की जिम्मेदारी इसी चापलूस की है बच्चों को स्कूल लाना ले जाना बाजार करवाने की जिम्मेदारी निष्ठा पूर्वक निभाने के साथ-साथ यदि बीच में यह फोन आ गया कि विशेष तरल गरल करने की इच्छा जागृत हुई है तो फोन करने वाले अधिकारी के पास विशेष तरल और मुर्ग मुसल्लम की व्यवस्था यह चंद घंटों में कर देता है खदान से हाजिरी लगाकर जमीनों की खरीद फरोख्त करना जमीन की दलाली करना इसका पेशा बन चुका है। दामिनी भूमिगत खदान का कोयला उत्पादन दिन-ब-दिन घटता जा रहा है उसकी एक बहुत बड़ी वजह यह भी है कि बड़ी संख्या में कर्मचारी अधिकारियों की शह पर हाजिरी लगाकर खदान से रफू चक्कर हो जाते हैं कंपनी इन जैसे कर्मचारियों को लाखों रुपए वेतन देती है लेकिन दामिनी भूमिगत खदान के अधिकारी कंपनी के कर्मचारियों को अपना निजी नौकर बना कर रखते हैं उनसे अपने घरेलू काम करवाते हैं मुफ्त की हाजिरी देते हैं और प्रबंधन के यह भ्रष्ट अधिकारी कंपनी को लाखों रुपए का खुलेआम चूना लगवाते हैं। कंपनी अधिकारियों को सर्वेंट अलाउंस देती है लेकिन अधिकारी सर्वेंट अलाउंस को अपनी जेब में रखकर चापलूसी करने वाले इन जमीन के दलालों को अपना नौकर बनाकर रखते हैं अधिकारियों की चरण वंदना करने वाले यह जनरल मजदूर अपने आप को काफी पावरफुल समझने की भूल कर बैठते हैं अब देखना यह है कि दामिनी भूमिगत खदान के अधिकारी इस चापलूस को खदान में ड्यूटी करने के लिए भेजते हैं या फिर संजय नगर से पहले की तरह ही अभी भी यह बच्चों को स्कूल लाने ले जाने का काम करता रहेगा ।
अधिकारियों की कृपा से कर रहा लंबे समय से जमीन की दलाली- जमीन के बदले नौकरी पाने वाले इन दो भाइयों को पहले किसी दूसरे क्षेत्र में ड्यूटी मिली थी जहां अधिकारियों से साठ-गांठ नहीं बन पाने के कारण इन्हें उस एरिया में अंडरग्राउंड ड्यूटी करनी पड़ती थी जुगाड़ जमा कर लेन-देन करके दोनों भाई सोहागपुर क्षेत्र आ गए एक भाई दामिनी में जनरल मजदूर होने के बाद चरण वंदना के दम पर आराम की ड्यूटी कर रहा है उसे भी अधिकारियों की कृपा प्राप्त है खदान के दर्शन वह भी कभी नहीं करता है दामिनी भूमिगत खदान के अधिकारी इस जमीन के दलाल से इतना प्रसन्न रहते हैं कि इसके घर जाकर मेहमान नवाजी का लुत्फ उठाते हैं इन्हीं अधिकारियों की कृपा से खदान में हाजिरी लगाकर यह जमीन की दलाली करता है कई मामलों में खदान में इसकी हाजिरी भी लगी है और तहसील कार्यालय में जमीन की खरीदी बिक्री में काम आने वाले दस्तावेजों में इसके हस्ताक्षर भी हैं अधिकारियों की कृपा की वजह से जमीन के दलाल की चांदी ही चांदी है एक तरफ हाजिरी लगाकर साहब के बच्चों को स्कूल पहुंचाने का गृह लक्ष्मियों को कार में बैठकर शॉपिंग करवाने का लाखों रुपया वेतन मिल रहा है दूसरी तरफ जमीन की दलाली करके लाखों रुपए दलाली भी मिल रही है उसी दलाली का कुछ हिस्सा अधिकारियों को भी दे देता है जिसकी वजह से अधिकारी इसे घूमने फिरने की खुली छूट दे देते हैं।