नर्मदा परिक्रमा के नाम पर भक्तों से ठगी

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                                                                                                                                भक्तों ने लगाये अवैध वसूली के आरोप
अमरकंटक/ शहडोल। मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ की सीमा पर स्थित पवित्र नगरी अमरकंटक हिन्दू आस्था का प्रतीक है, अमरकंटक में एक बार फिर मां नर्मदा परिक्रमा करने वाले भक्तों आना शुरू हो गया है, माई की बगिया में
माथा टेकने और जल लेकर परिक्रमा कर रहे भक्तों से अभद्रता और पूजा के नाम पर वसूली के आरोप लगे हैं। नगर परिषद की ओर से नियुक्त गणेश पाठक खुद व पुत्रों से यहां आ रहे भक्तों से वसूली करते वॉयरल वीडियो में नजर आ
रहे हैं। उद्गम स्थल से जल लेकर नर्मदा नदी की परिक्रमा का हिन्दु धर्म में अपना अलग महत्व है, अमरकंटक के अधिकांश मंदिर व मठों को शासन ने ट्रस्ट बनाकर इसकी जिम्मेदारी स्थानीय निकाय को सौंपी हुई है, विभिन्न स्थलों के बीच माई की बगिया नाम का पौराणिक स्थल है, नर्मदा परिक्रमा करने वाले भक्त परिक्रमा के दौरान यहां जरूर पहुंचते हैं। मंदिर परिसर की व्यवस्था और रख-रखाव का जिम्मा नगर परिषद अमरकंटक ने ले रखा है, माई की बगिया परिसर की जिम्मेदारी जिस कर्मचारी को परिषद ने सौंपी है, उस पर खुद व अपने पुत्रों से यहां पहुंच रहे भक्तों से अभद्रता और अवैध वसूली के आरोप लगे हैं, बीते दिवस यहां पहुंचे भक्तों के एक जत्थे से हुआ विवाद और उनसे पूजा के नाम पर नगदी बटोरने का वीडियो भी सोशल मीडिया में वॉयरल हुआ है, जिससे जिले सहित धार्मिक नगरी की छवि धूमिल हुई है, माई की बगिया में आने वाले भक्तों की आस्था के साथ खुलेआम सौदेबाजी का वीडियो वॉयरल होने के बावजूद परिषद द्वारा कार्यवाही न करना, कहीं न कहीं पूरे प्रबंधन की सांठ-गांठ का हिस्सा नजर आ रहा है।  अमरकंटक नर्मदा मंदिर ट्रस्ट के अंतर्गत स्थित माई की बगिया में नगर परिषद अमरकंटक में पदस्थ वर्ग-3 के कर्मचारी गणेश पाठक को यहां की जिम्मेदारी सौंपी गई है, गणेश पाठक परिषद की फाईलों को निपटाने के साथ ही यहां पुजारी की भूमिका में भी रहते हैं। प्रतिदिन माई की बगिया में सैकड़ों भक्त पहुंच रहे हैं, खासकर नर्मदा परिक्रमा
करने वाले भक्तों का जत्था नवम्बर-दिसम्बर माह से शुरू होने लगता है, मंगलवार को मंदिर परिसर में भक्तों का जत्था पहुंचा, जिनसे चढ़ावे के नाम पर गणेश पाठक की तू-तू, मैं-मैं हुई, सोशल मीडिया में वॉयरल वीडियो में भक्तों की टोली के प्रमुख ने गणेश पाठक पर अवैध वसूली के साथ ही अभद्रता के आरोप लगाये और मंदिर प्रबंधन ेके साथ ही कलेक्टर अनूपपुर से इस मामले में कार्यवाही करने की मांग भी कर दी। मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ ही नहीं बल्कि देश के तमाम प्रांतों से नर्मदा, सोन व जोहिला के उद्गम स्थल पर भक्त सैकड़ों की संख्या में पवित्र नगरी अमरकंटक पहुंचते हैं, नर्मदा मंदिर के साथ ही अन्य कई आश्रम और जैन तथा सिख समाज के मंदिर यहां स्थित हैं, देश की एक बड़ी आबादी की आस्था मां नर्मदा से जुड़ी हुई है, जिसमें धनाड्यों से लेकर गरीब तक यहां पहुंचते हैं, आस्था के नाम पर भक्तों की जेब खुलेआम काटी जा रही है, जिन लोगों को नगर परिषद ने यहां की व्यवस्था बनाने का जिम्मा सौंपा है, खुद उन्हीं के द्वारा आस्था के नाम पर भक्तों से अभद्रता और अवैध वसूली कहीं न कहीं हिन्दुओं के धार्मिक आस्था के साथ बड़ा कुठारा घात है। गणेश पाठक नगर परिषद में वर्ग-3 के कर्मचारी है, इनका कुछ समय परिषद की फाईलों में तो बाकी समय माई की बगिया में ही बीतता है, बीते दिन हुए विवाद और वॉयरल वीडियो पर नजर डाले तो, गणेश के पुत्र यहां पहुंचे भक्तों से चढ़ावे की राशि खुद अपने हाथ में लेते नजर आ रहे हैं। स्थानीयजनों की माने तो गणेश  पाठक, अन्नू पाठक व अंकित पाठक अर्से से मंदिर परिसर में इसी तरह का माहौल बनाए हुए हैं। वॉयरल वीडियो भी इस बात की पुष्टि करता है कि गणेश पाठक के पुत्र किसी न किसी का संरक्षण मिलने के बाद ही इस तरह की वसूली,
वह भी खुलेआम कर रहे हैं। यह एक दिन या एक माह का मामला नहीं, बल्कि बीते कई वर्षाे से प्रतिदिन इस तरह की वसूली होती रही है।

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