अवैध खनन के खिलाफ चला प्रशासन का चाबुक,खनिज के अवैध परिवहन व भण्डारण के 35 प्रकरण हुए दर्ज 

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16 लाख 87 हजार रूपये का माफिया को लगाया अर्थदण्ड 
शहडोल। अकूत मात्रा में खनिज संपदा से परिपूर्ण जिले में अवैध रूप से रेत, पत्थर व अन्य खनिज संपदा का अवैध उत्खनन लगातार हो रहा है, दूसरी तरफ इन पर लगाम लगाने के लिए कलेक्टर श्रीमती वंदना वैद्य के निर्देशन में खनिज अधिकारी देवेन्द्र पटले व उनके मातहत अधिकारियों-कर्मचारियों के द्वारा प्रभावी कार्यवाहियां भी की जा रही है। शहडोल पदस्थापना के बाद समय-समय पर निरीक्षण और मुखबिरों से सूचना मिलने के उपरांत विभाग ने लगभग 3 दर्जन कार्यवाहियां की हैं। यही कारण रहा है कि पूर्व के  वर्षाे की तुलना में बीते कुछ माहों में शहडोल में खनिज के अवैध उत्खनन व परिवहन पर अंकुश लगा है, खासकर बुड़वा में हुई पटवारी की मौत के बाद प्रशासन ने वहां अतिरिक्त नाके लगवाये और प्रमुख स्थानों पर सीसीटीवी कैमरे भी लगवाये गये हैं, जिससे अवैध उत्खनन और परिवहन पर लगभग अंकुश लग चुका है।
15 दिनों में 35 प्रकरण
कलेक्टर श्रीमती वंदना वैद्य के निर्देशन में खनिज अधिकारी देवेन्द्र पटले, खनिज निरीक्षक प्रभात पट्टा, माईनिंग सर्वेयर समय लाल गुप्ता व अन्य स्टॉफ के द्वारा बीते 15 दिनों में अवैध खनन, परिवहन व भण्डारण के खिलाफ अभूतपूर्व कार्यवाहियां की गई। 18 दिसम्बर को 2 मामले दर्ज किये गये, जिसमें शासन को 2 लाख 88 हजार 375 रूपये का राजस्व प्राप्त हुआ, वहीं 22 दिसम्बर को सबसे अधिक 12 मामले एक ही दिन में अवैध परिवहन के दर्ज किये गये, जिसमें 2 लाख 15 हजार 625 रूपये की राशि जमा की गई है, जबकि 3 लाख 7 हजार 625 रूपये की राशि अभी जमा किया जाना शेष है, इनमें से कुछ मामले अभी कलेक्टर न्यायालय में लंबित भी है, इसी तरह 12 दिसम्बर को एक, 5 जनवरी को दो, 26 दिसम्बर को एक, 31 दिसम्बर को एक, 2 जनवरी को आठ, 4 जनवरी को छ:, 26 दिसम्बर को एक और 4 जनवरी को एक कुल 35 मामले अवैध परिवहन, खनन व भण्डारण के दर्ज किये गये हैं।
16 लाख 87 हजार का लगाया जुर्माना
खनिज अधिकारी देवेन्द्र पटले के द्वारा 15 दिनों के अंतराल में 35 प्रकरण दर्ज किये गये, जिन पर अलग-अलग जुर्माना लगाया गया, कुल जुर्माने की राशि 16 लाख 87 हजार 471 रूपये अधिरोपित की गई है, इनमें से 12 प्रकरण निराकृत किये जा चुके हैं, जबकि 23 प्रकरण अभी भी कलेक्टर न्यायालय में लंबित है, इन 12 प्रकरणों में 7 लाख 52 हजार 250 रूपये अर्थदण्ड के रूप में शासन के खाते में जमा कराये जा चुके हैं, वहीं 9 लाख 35 हजार 221 रूपये अभी जमा कराया जाना शेष है। खनिज अधिकारी श्री पटले ने कहा कि लगातार इस तरह की कार्यवाहियां तब तक जारी रहेंगी, जब तक पूर्ण रूप से जिले में खनिज का अवैध उत्खनन, परिवहन और भण्डारण खत्म नहीं हो जायेगा।
खदान शुरू होने से मिलेगी राहत
बीते 3-4 महीनों से जिले में रेत को लेकर कारोबारी और उपभोक्ता खासे परेशान है, पहले वर्षा ऋतु के तीन महीने पर्यावरण विभाग के आदेश के कारण नदियो में रेत का खनन बंद था, जिस कारण भण्डारण से रेत की आपूर्ति होने की वजह से कीमते काफी बढ़ गई थी, वहीं ठेका अवधि समाप्त होने के बाद भी नया ठेका न होने के कारण रेत की आपूर्ति लगभग ठप्प हो चुकी थी, खनिज अधिकारी ने बताया कि नई ठेका कंपनी को काम आवंटित कर दिया गया है और सप्ताह भर के भीतर खदाने शुरू हो जायेंगी, उन्होंने कहा कि इससे रेत के दामों में कमी आयेगी और कारोबारी तथा आम व्यक्ति अपने उपयोग के लिए रेत आसानी से प्राप्त कर सकेंगे, उन्होंने यह भी बताया कि रेत की आपूर्ति कम होने व मांग अधिक होने के कारण अवैध खनन, परिवहन के मामले अधिक संख्या में सामने आ रहे थे, लेकिन अब एक तरफ से कार्यवाहियां हो रही हैं, जिससे आमजनों को राहत मिलेगी।

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