पूर्व पुलिस अधीक्षक 15 अगस्त को राष्ट्रपति पुरस्कार से होंगे सम्मानित

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शहडोल। जिले के अपराधियों में कानून का खौफ पैदा करने वाले कोयला कबाड़ नशीली दवाओं की अवैध बिक्री करने वालों के इरादों पर पानी फेरने वाले जिले के पूर्व पुलिस अधीक्षक सत्येंद्र कुमार शुक्ला 15 अगस्त को राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित होंगे। आईपीएस सत्येंद्र कुमार शुक्ला वर्तमान समय में प्रदेश की राजधानी भोपाल में डीआईजी पद पर पदस्थ है यह विशेष पुरस्कार पुलिस विभाग में दी गई सराहनीय सेवा के लिए दिया जा रहा है, सत्येंद्र शुक्ला 1995 में डीएसपी के पद पर चयनित हुए थे पहली पद-स्थापना मकरोनिया स्थित 16वीं बटालियन में सहायक सेनानी के पद पर हुई थी यहां से स्थानांतरित होकर मैहर जिला सतना के एसडीओपी पद की जिम्मेदारी उन्होंने निष्ठा पूर्वक निभाई थी प्रमोशन होने पर वह जबलपुर-इंदौर के एडिशनल एसपी सहित अन्य जिलों पर तैनात रहे रीवा जिले के निवासी सत्येंद्र कुमार शुक्ला पेशे से सिविल इंजीनियर है लेकिन देशभक्ति एवं जन सेवा के सिद्धांतों पर चलने का जुनून उन्हें पुलिस विभाग की ओर खींच लाया, अपनी मेहनत से उन्होंने वर्ष 1995 में पीएससी परीक्षा पास की और करीब 20 साल की सेवाओं के बाद शुक्ला को 2016 में आईपीएस अवार्ड बैच 2009 प्राप्त हुआ। शहडोल जिले की कमान सफलतापूर्वक संभालने वाले तत्कालीन पुलिस अधीक्षक सत्येंद्र कुमार शुक्ला ने नशीली दवाओं के अवैध कारोबार को जड़ से समाप्त करने के लिए विशेष अभियान शुरू किया था उनके इस अभियान की वजह से ही धनपुरी नगर की जनता नशीली दवाओं के अवैध कारोबार को जड़ से खत्म होते हुए देखने का सपना देखने लगी थी, उनके कार्यकाल के दौरान जिले में बड़ी संख्या में मादक पदार्थ गांजा की अवैध बिक्री करने वाले कई बड़े-बड़े तस्कर गिरफ्तार हुए थे उनके नेतृत्व में चल रहे अभियान के अंतर्गत धनपुरी नगर के अंदर नशीली दवाओं के सैकड़ो तस्कर रंगे हाथ गिरफ्तार हुए थे उनके स्वर्णिम कार्यकाल को जिले की जनता आज भी याद करती है और उन सुनहरी यादों को अपने दिलों में बसा कर रखती है। देशभक्ति एवं जन सेवा के सिद्धांतों पर चलते हुए पुलिस अधीक्षक सत्येंद्र शुक्ला उस समय देशभर की मीडिया में छा गए थे जब उन्होंने बांधवगढ़ उपचुनाव के दौरान राज्य सरकार के तत्कालीन मंत्री एवं उमरिया जिले के प्रभारी मंत्री रहे ओमप्रकाश धुर्वे को चुनावी आचार संहिता के चलते एक होटल से गिरफ्तार कर जिले की सीमा से बाहर कर दिया था सत्येंद्र शुक्ला शहडोल के साथ-साथ उमरिया सागर उज्जैन और खंडवा जिले में भी पुलिस अधीक्षक पद की जिम्मेदारी निष्ठा पूर्वक निभा चुके हैं वर्तमान समय में प्रदेश की राजधानी भोपाल पुलिस मुख्यालय में डीआईजी के पद पर पदस्थ है, शहडोल जिले के पूर्व पुलिस अधीक्षक सत्येंद्र कुमार शुक्ला को आगामी स्वतंत्रता दिवस पर राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित होने की खबर जैसे ही शहडोल जिले में उनके शुभचिंतकों को प्राप्त हुई सभी में खुशी की लहर छा गई। राष्ट्रपति पुरस्कार प्राप्त होने की जानकारी पर शहडोल संभाग के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक दिनेश चंद्र सागर, पुलिस अधीक्षक कुमार प्रतीक, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अंजू लता पटले, अनुविभागीय पुलिस अधिकारी धनपुरी अभिनव कुमार मिश्रा, थाना प्रभारी बुढार संजय जयसवाल, थाना प्रभारी धनपुरी शिव प्रताप सिंह चंदेल, थाना प्रभारी अमलाई जयप्रकाश नारायण शर्मा ,थाना प्रभारी गोहपारू मोहम्मद समीर, थाना प्रभारी सोहागपुर भूपेंद्र मणि पांडे, थाना प्रभारी कोतवाली राघवेंद्र तिवारी, नगर पालिका धनपुरी की अध्यक्ष रविंदर कौर छाबड़ा, उपाध्यक्ष हनुमान खंडेलवाल नेता प्रतिपक्ष शोभाराम पटेल, बुढार नगर पंचायत की अध्यक्ष शालिनी सरावगी, क्षेत्र के पत्रकार सनत शर्मा, कैलाश लालवानी, चंद्रेश कुमार मिश्रा, अतिकुर रहमान, शुभम तिवारी सहित बड़ी संख्या में शुभचिंतकों ने उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएं दी है।

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