साहब…अवैध प्लाटिंग पर कब लगेगा अंकुश
नगर पालिका में शामिल होने का सब्जबाग दिखा काट रहे चांदी
राजस्व रिकार्ड में हर दिन बढ़ रहे बटांक, जिम्मेदारों ने साध रखी है चुप्पी
शहडोल। जिला मुख्यालय व उसके आस-पास के क्षेत्रों में कृषि भूमि पर अवैध प्लाटिंग कर बिना डायवर्सन के खरीद बिक्री करने का गोरखधंधा बदस्तूर जारी है। अवैध प्लानिंग कर जमीन को ऊंचे दामों में बिक्री करने वाले भू-माफियाओं पर प्रशासनिक शिकंजा नहीं कसे जाने से भू-माफियाओं के हौसले बुलंद हैं। इस अवैध कारोबार की शिकायतें लगातार होने और मीडिया के माध्यम से प्रशासन के संज्ञान में लाने के बावजूद राजस्व अमला मूकदर्शक बना हुआ है, पंचगांव, वासिन क्षेत्र के पटवारी, आरआई द्वारा भू-माफियाओं से सांठ-गांठ कर चांदी काटी जा रही है, बीते माहों में अवैध प्लाटिंग की सूची जिले के मुखिया के टेबिल पर पहुंची थी, लेकिन कार्यवाही के आभाव में फाईल धूल खा रही है। पंचगांव रोड में रेलवे का कर्मचारी ऑफ रिकार्ड प्लाटिंग करवा रहा है, बीते सप्ताह विचारपुर निवासी शंकर बैगा पिता स्व. धन्नी बैगा उम्र 35 वर्ष ने कोतवाली में शिकायत दी थी कि हम दो भाई हैं, प्रेमचंद बैगा अपने हिस्से की जमीन संजय पासी निवासी ग्राम विचारपुर को तीन-चार दिन पहले बेच दिया था, हालाकि शिकायतकर्ता से समझौता कर मामले का ठण्डा कर दिया गया।
भू-माफिया के हौसले बुलंद
रे कानून का असर जिले में नहीं दिखाई दे रहा है, कठोर प्रावधान होने के बाद भी आप पंजीकृत रियल एस्टेट के प्रोजेक्ट व्यापार व्यवसाय कर रहे हैं और साथ ही ग्राहकों को धोखे में रखकर ऊंचे कीमत पर जमीन बेचकर खुद तो मालामाल हो रहे हैं, कथित संजय पासी नामक भू-माफिया द्वारा कृषि भूमि के टुकड़े कर दर्जनों की संख्या में रजिस्ट्री करवाई जा रही है, सूत्रों की मानें तो इस पूरे कार्य में रजिस्टार कार्यालय के जिम्मेदार भी अपनी जेबें गरम कर रहे हैं। खबर है कि वासिन एवं पंचगांव को नगर पालिका में शामिल होने की बातों का सपना दिखाकर जमीन के भाव बढ़ाकर बाहरी लोगों को ऊंचे दामों पर भू-खण्ड बेचा जा रहा है।
राजस्व जमा करने से बचने अवैध प्लाटिंग
कॉलोनी की प्लाटिंग करने से पहले कृषि योग्य जमीन को व्यावसायिक या आवासीय योग्य जमीन बनाने के लिए लागत के अनुसार एकमुश्त प्रीमियम राशि और वार्षिक लगान सरकार को देना होता है। खबर है कि भू-माफिया ने जमीन की उपयोगिता बदले बिना ही कृषि योग्य जमीन को प्लाटिंग कर बेचना शुरू कर दिया। कृषि योग्य जमीन को छोटे-छोटे टुकड़ों में भी बेचना अवैध है, इसके साथ ही कॉलोनी की कुल जमीन का 15 प्रतिशत भाग आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के लोगों को देने के लिए प्रशासन को हैंडओवर किया जाता है।
सेटिंग से हो रहा खेल
वर्तमान में वासिन क्षेत्र में खसरा नंबर 19 के अलावा आस-पास के भू-खण्ड प्लाटिंग का खेल शुरू हो चुका है, पूर्व में तिवारी बाबा नामक अवैध कालोनी कथित भू-माफिया द्वारा यहां अवैध रूप से बसा दी गई, चर्चा है कि संभागीय मुख्यालय सटे ग्रामीण क्षेत्र में किसानों सस्ते दामों पर जमीन खरीद कर राजस्व सहित रजिस्टार कार्यालय में सेटिंग कर लोगों को सब्जबाग दिखाकर उन्हें कालोनियों का झांसा देकर फंसा रहा है, भू-माफिया कृषि भू-खण्ड को टुकड़ों में काटकर महंगे दाम पर बेच रहा हैं। भू-माफिया इस खेल से गांव के कृषि भू-खण्ड के दाम आसमान छूने लगे है, भू-माफिया के दखलअंदाजी से गांव के सामान्य व बड़े किसान भी एक डिसमिल भू-खण्ड नहीं खरीद पा रहे हैं।
अवैध प्लाटिंग पर लगे अंकुश
भू-माफिया पंचगांव-वासिन क्षेत्र में कृषि भू-खण्ड पर अवैध रूप से कॉलोनी बनाने के लिए प्लॉटिंग कर बेचना शुरू कर दिया है, शहर से सटे पंचगांव के मुख्य मार्ग से अंदर की ओर अवैध कॉलोनी बसाई जा रही है। सूत्रों की माने तो उक्त रकवे के कई टुकड़े होने के बाद रजिस्ट्री भी हो गई है, मजे की बात तो यह है कि आये दिन इस रोड से अधिकारियों से दौरे होते हैं, संभवत: इस क्षेत्र में हो रही प्लाटिंग अधिकारियों को नजर ही नहीं आती, जागरूक लोगों ने मांग की है कि जिम्मेदार इस क्षेत्र में हो रही अवैध प्लाटिंग मामले में जांच की जाये, जिससे अवैध प्लाटिंग पर अंकुश लग सके।