दिन में ज्योतिषाचार्य, रात में अवैध रेत का कारोबार

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दिन में ज्योतिषाचार्य, रात में अवैध रेत का कारोबार
निर्माणाधीन सब एरिया कार्यालय को चोरी की रेत बेंच रहा पंडित अखिलश त्रिपाठी
घर के बगल से गुजरी कठना नदी से चोरी कर पहुंचा रहे एसईसीएल के ठीहे तक

धर्म और अध्यात्म का चोला ओढकर रेत का अवैध कारोबार करने वाले पाखंड तपस्वी अखिलेश त्रिपाठी महाराज कई बार रंगे हाथ अवैध गतिविधि में पकडे गये हैेे। कभी क्षेत्रीय पुलिस तो कभी वन विभाग की टीम ने पकडा, तो कभी ग्रामीणों ने पकड कर मारपीट भी कर दी। परंतु जब अवैध कारोबार बंद होता है तो कुछ दिनों के लिए ज्योतिषाचार्य बन जाते है और ग्रामीण क्षेत्रों में प्रवचन भी करने लगते है।

अनूपपुर। साउथ ईस्टर्न कोल फील्ड्स लिमिटेड सोहागपुर की रामपुर-बटुरा परियोजना के आगमन से ही अवैध कारोबारियों का ठिकाना बन गया है। यहां छोटे-छोटे रेत के अवैध कारोबारी से लेकर कोल माफिया तक लगातार सक्रिय रहते है। कई बार पुलिस के द्वारा अवैध गतिविधियों को रोक लगाने के लिए कार्यवाही भी की, परंतु माफियाओं के अंगरक्षक और बडे-बडे नेताओं के दवाब के कारण पूरा सिस्टम मैनेजमेंट से फिर चलने लगा। वही ट्रैक्टर के माध्यम से रेत का अवैध कारोबार करने वाले ग्राम बैरिहा रामपुर निवासी अखिलेश त्रिपाठी लगातार सक्रिय देखे गये है, अपने गुर्गो के माध्यम से कठना नदी से रात्रि में रेत की चोरी कर एसईसीएल की निर्माणाधीन क्षेत्रीय कार्यालय को बेंच रहा है।
ज्योतिषाचार्य के साथ है दर्जनों पद
रामपुर के ग्राम बैरिहा निवासी अखिलेश त्रिपाठी शुरू से ही बहरूपिया है, इसके पास ज्योतिषाचार्य केे अतिरिक्त अन्य कई पद भी है। फिलहाल अपने सोशल फैन्स केे लिए यह ज्योतिषाचार्य, वैदिक तांत्रिक, श्रीमद्भागवत, कालसर्प दोष, मंगलदोष के ज्ञाता बना हुआ है। इसके साथ ही ब्राम्हण संसार युवा मोर्चा के जिला संगठन मंत्री भी रह चुका है, मामला यहां तक नही रूका यह पूर्व में राष्ट्रीय युवा हिन्दु वाहनी के जिलामंत्री के पद का भी उल्लेख कर चुका है। कई वर्षो से अतिथि शिक्षक वर्ग-2 में जुगाड लगाकर संस्कृत के विधाता भी बन जाता है। कुल मिलाकर इसकी महिमा का गुणगान कोई सामान्य आदमी नही कर सकता है, खुद भगवान को धरती में अवतार लेकर इसकी महिमा का यश बताना पडेगा।


चोरी करते कई बार पकडे गये महाराज
पांखड तपस्वी अखिलेश त्रिपाठी महाराज कई बार रंगे हाथ अवैध गतिविधियों में शामिल पाया गया है। बीते वर्ष वन विभाग की टीम के द्वारा इसका टै्रक्टर पकडा गया था, परंतु गुंडागर्दी करते हुए अपनी गाडी के साथ भाग खडे हुए थे, वही पुलिस के द्वारा कार्यवाही भी की गई। जब किसी भी तरह का कोई सुधार नही हुआ तो बीते कुछ महीने पहले ग्रामीणों ने जमकर कूटा था और लहुलुहान कर दिया था, जिसके बाद अमलाई थाने में प्राथिमिकी भी दर्ज कराई थी। यहां तक ही एसईसीएल के सुरक्षाकर्मियों के साथ भी कई बार गुंडागर्दी व मारपीट चुका है, किंतु उक्त सुरक्षाकर्मियों ने अपने नौकरी व अपने सम्मान को बचाने को लेकर किसी भी प्रकार की कार्यवाही नही किये। किंतु उक्त सभी विषय चर्चित हैे।


समय देख कर बदलता है भेष
जब इसका गोरखधंधा पर किसी प्रकार की पावंदी लग जाती है, या जब इसको मालूम हो जाता है कि अपने गोरख धंधे को बंद करना पडेगा, तो नया विकल्प तैयार कर कही फर्जी ज्योतिषाचार्य बन जाता है, जब ज्योतिषाचार्य की ज्योतिष फेल होने लगती है तो अलग क्षेत्र में जाकर भगवताचार्य बन जाता है। भगवान की महिमा का गुणगान कर लोगों में अलख जगाने का काम करता है, किंतु जिसका चरित्र ही पापमय व पापयुक्त हो तो ऐसे में श्रोताओं को भी पाप का भागीदारी बनाता है। यही नही जब इसमें भी दाल नही गलती तो अपने आप को संस्कृत का महाविद्वान बताकर क्षेत्र के विद्यालयों में बतौर अतिथि शिक्षक बच्चों का भविष्य से खिलवाड करता है।ये सब कला और गुण एक ही व्यक्ति में पाये जा रहे है, जो अपने आप को महामंडलेश्वर से कम नही आक रहा, ब्राम्हणों के ब्राम्हण, पुजारियों के पुजारी और ज्ञानियों के महाज्ञानी बनने की कला भी इसी व्यक्ति में समाहित है, जिसको क्षेत्रवासी पाखंड अखिलेश महाराज के नाम से जानते है।
इनका कहना है
आज ही जांच में गये हुए थे, वहां पर ज्यादा मात्रा में स्टाक पाया गया है, सृष्टि कांन्ट्रक्शन पर प्रकरण दर्ज कर कलेक्टर न्यायालय में प्रस्तुत किया जायेगा।
ईशा वर्मा, खनिज निरीक्षक
खनिज विभाग अनूपपुर

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