उपमुख्यमंत्री के स्वागत में दिखी नायाब इंजीनियरिंग @ डामर सड़क के गड्ढों में लगाए चैकर्स
(शुभम तिवारी)
शहडोल । मध्य प्रदेश के शहडोल जिले में सड़क निर्माण और उसकी देखरेख करने वाली मध्य प्रदेश रोड डेवलपमेंट कॉरपोरेशन की नायाब इंजीनियरिंग देखने को मिली है।
दरअसल पूरा मामला मध्य प्रदेश के उपमुख्यमंत्री और शहडोल जिले के प्रभारी मंत्री राजेंद्र शुक्ल के शहडोल आगमन से जुड़ा हुआ है, 28 अगस्त बुधवार को शहडोल जिले के पालक मंत्री राजेंद्र शुक्ल का प्रथम आगमन होना था, शहडोल से लेकर रीवा तक की सड़क बीते कई वर्षों से जर्जर है, हालांकि इस सड़क के जीर्णोधार के लिए बीते कुछ वर्षों से निर्माण कार्य भी हो रहा है, लेकिन प्रशासनिक और राजनैतिक ढील के कारण मध्य प्रदेश रोड डेवलपमेंट कॉरपोरेशन की देखरेख में ठेकेदार के द्वारा मनमानी से कार्य किया जा रहा है। जिसके फलस्वरुप सड़क में दर्जनो स्थान पर बड़े-बड़े गड्ढे हो गए हैं इन गड्ढों को छुपाने और मुख्यमंत्री उपमुख्यमंत्री के साथ स्वागत में कोई अड़चन न आए इसको लेकर एमपीआरडीसी ने बुधवार को उपमुख्यमंत्री के शहडोल दौरे से ठीक पहले मंगलवार की देर शाम से गड्ढों को भरकर उन्हे छुपाने की कवायत शुरू कर दी।
मजे की बात तो यह है कि विभाग के जिम्मेदारों ने रोड के बड़े बड़े गड्ढों को भरने के लिए रोड में पूर्व में उपयोग की गई डामर के मिक्चर सामग्री की जगह चैकर्स लाकर लगा दिए और शेष किनारो पर सीमेंट और मिट्टी का घोल डाल दिया
आपको बता दें कि शहडोल से होकर ब्योहारी होते हुए रीवा मार्ग डामर से निर्मित है और वर्तमान में भी सड़क का नवनिर्माण डामर के मिक्चर से ही कराया जा रहा है लेकिन जल्दबाजी में डामर का मिश्रण सूख नहीं पता इसलिए इन गड्ढों को छुपाने और उपमुख्यमंत्री को इस सड़क मार्ग से आने-जाने में असुविधा न हो इसके लिए एमपीआरडीसी वालों ने यह नायाब इंजीनियरिंग का नमूना पेश किया है, शहडोल से ब्योहारी होते हुए रीवा जाने वाले मार्ग में जगह-जगह बड़े गड्ढों को भरने के लिए चैकर्स लगाए गए हैं जो इन दिनों चर्चा का विषय बने हुए हैं।