होली की खुशियों में जोड़ा नया रंग: साध्वी जनकल्याण समिति और विद्यालोक फाउंडेशन ने मनाया अनोखा उत्सव

होली की खुशियों में जोड़ा नया रंग: साध्वी जनकल्याण समिति और विद्यालोक फाउंडेशन ने मनाया अनोखा उत्सव
कटनी।। जब पूरा शहर बाजारों में रंग और पिचकारियों की खरीदारी में व्यस्त हैं, तब विद्यालोक सेवा फाउंडेशन और साध्वी जनकल्याण समिति के सदस्यों ने होली मनाने के लिए एक अनोखा रास्ता चुना। उन्होंने उन लोगों के साथ खुशियाँ बाँटने का फैसला किया, जिनके लिए त्योहार महज़ एक सपना बनकर रह जाता है।
इस विशेष कार्यक्रम के तहत टीम ने अबकारी मोहल्ले के झुग्गी क्षेत्र को चुना, जहाँ ज़्यादातर निम्न आर्थिक वर्ग के लोग रहते हैं। इन परिवारों के पास होली के रंग और मिठाइयाँ खरीदने की क्षमता नहीं थी, लेकिन इस बार उनकी होली बेरंग नहीं रही।
कार्यक्रम के दौरान ग़रीब बच्चों और परिवारों को रंग, पिचकारी, मिठाई, चॉकलेट और स्नैक्स वितरित किए गए। इसके साथ ही, स्वास्थ्य का ध्यान रखते हुए फेस मास्क भी बाँटे गए। लेकिन यह सिर्फ एक दान कार्यक्रम नहीं था—सदस्यों ने खुद बच्चों और बुजुर्गों के चेहरों पर गुलाल लगाया, उनके साथ नाचे, गाए और उन्हें अपने परिवार की तरह अपनाया। इस अनोखे आयोजन में साध्वी जनकल्याण समिति की अध्यक्ष साध्वी निगम, विद्यालोक सेवा फाउंडेशन के अरिजीत खरे, प्रभात विश्वकर्मा, नमन सोनी, मनमीत सिंह, ज्योति विश्वकर्मा, भवानी कन्नौजिया, उत्कर्ष गुप्ता, निखिल तनवानी, विकल्प खरे, दशमित सिंह, हर्ष आहूजा, तनु कुशवाहा, प्रांशु जैन, रिया मंगलानी, साहिल मानवानी, विपांशु पटेल, अभय पांडे, अमन सुहाने, गुलगुन, हर्षिता शुक्ला, आदित्य श्रीवास्तव और हर्ष कुमार सहित कई सदस्य मौजूद रहे। विद्यालोक सेवा फाउंडेशन और साध्वी जनकल्याण समिति का यह प्रयास समाज के उन चेहरों पर मुस्कान लाने के लिए था, जो अक्सर त्योहारों की चकाचौंध से दूर रह जाते हैं। इस अनूठी होली ने यह साबित कर दिया कि सच्ची खुशी बाँटने में ही है।