बड़वारा में संचालित अल्ट्राटेक बिरला व्हाइट एवं जेके वॉलपुट्टी में खनिज के अवैध भंडारण में सरकार को करोड़ों रुपये के राजस्व का नुकसान -लगा आरोप, लोकायुक्त पहुंची शिकायत माइनिंग अधिकारी की टीम के द्वारा की गई जांच,शासन को भेजी गईं रिपोर्ट, राज्य स्तर का माइनिंग डिपार्टमेंट लेगा निर्णय

बड़वारा में संचालित अल्ट्राटेक बिरला व्हाइट एवं जेके वॉलपुट्टी में खनिज के अवैध भंडारण में सरकार को करोड़ों रुपये के राजस्व का नुकसान -लगा आरोप, लोकायुक्त पहुंची शिकायत
माइनिंग अधिकारी की टीम के द्वारा की गई जांच,शासन को भेजी गईं रिपोर्ट, राज्य स्तर का माइनिंग डिपार्टमेंट लेगा निर्णय
कटनी।। बड़वारा में संचालित अल्ट्राटेक बिरला व्हाइट एवं जेके वॉलपुट्टी में खनिज के अवैध भंडारण में सरकार को करोड़ों रुपये के राजस्व नुकसान की शिकायत शासन प्रशासन सहित लोकायुक्त से की गईं हैं। बड़वारा के अधिवक्ता अनिलसिंह सेंगर ने लोकायुक्त पुलिस संगठन से की गई शिकायत में करीब 80 से सौ करोड़ रुपये की रायल्टी चोरी का आरोप लगाया है। अधिवक्ता अनिल सिंह सेंगर द्वारा 16 अक्टूबर 2024 को लोकायुक्त संगठन भोपाल से की गई शिकायत में आरोप लगाया था कि तत्कालीन प्रभारी खनिज अधिकारी संतोष व खनि निरीक्षक अशोक मिश्रा ने अल्ट्राटेक बिरला व्हाइट एवं जेके वॉलपुट्टी को अवैध भंडारण में जमकर लाभ पहुंचाया। भंडारण लायसेंस नहीं होने के बाद भी दोनों संस्थानों में भारी मात्रा में खनिज का भंडारण किया जाता रहा है। गईं। अधिवक्ता श्री सेंगर ने शिकायत में बताया कि के खनिज अधिकारियों की मिलीभगत से अल्टाटेक सीमेंट कंपनी और बिरला व्हाइट कंपनी के प्रबंधन द्वारा नियमों की जमकर धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। श्री सेंगर के अनुसार मैहर में संचालित अल्टाटेक सीमेंट कंपनी ने वहां पर खनिज के भंडारण के लिए लायसेंस लिया है लेकिन कटनी में लायसेंस लेने की जरुरत नहीं समझी। बड़वारा में संचालित अल्ट्राटेक बिरला व्हाइट एवं जेके वॉलपुट्टी में फॉयर क्ले के अवैध भंडारण में भी कुछ ऐसी स्थिति है।
अल्ट्राटेक बिरला व्हाइट एवं जेके वॉलपुट्टी में बिना लायसेंस भंडारित 80 हजार टन फॉयर क्ले के अवैध भंडारण पर जांच में पुष्टि होने पर भी आज दिनांक तक कार्रवाई नहीं की गई, वरन दोनों फैक्टरियों को बचाने के लिए संचालक भौमिकी एवं खनि कर्म विभाग भोपाल के पाले में गेंद डाल दी गई। दो साल पहले अवैध भंडारण की पुष्टि अधिवक्ता अनिल सिंह सेंगर ने लोकायुक्त पुलिस संगठन भोपाल में की गई। शिकायत में कटनी खनिज निरीक्षक अशोक कुमार मिश्रा के उस जांच प्रतिवेदन की कापी भी भेजी है, जो 5 जनवरी 2023 को प्रभारी अधिकारी खनिज शाखा कटनी
को सौंपा गया था। इस जांच प्रतिवेदन में लेख किया गया है कि बड़वारा तहसील के ग्राम रूपौंध के खसरा नंबर 1043, 1044, 1045, 10446,1047, 1048, 1049, 1054/20 1058/1, कुल रकबा 4.30 हैक्टेयर क्षेत्र पर जे.के. व्हाइट कटनी ने चायना क्ले, डोलोमाइट, पायरोफिलाइट, रिजेक्ट मार्बल, सोप स्टोन, व्हाइट क्ले के खनिज व्यापारी अनुज्ञप्ति हेतु आवेदन किया था। आवेदित क्षेत्र का मौका निरीक्षण किया गया। खनिज निरीक्षक अशोक कुमार मिश्रा के प्रतिवेदन में स्पष्ट उल्लेख किया है कि निरीक्षण दिनांक को प्लांट परिसर में डोलोमाइट 65 हजार मीट्रिक टन एवं रिजेक्ट मार्बल 10700 मीट्रिक टन रखा था। जिस पर कंपनी को 10/05/2023 को शोकाज नोटिस दिया गया था। कंपनी ने 17/07/2023 को जवाब प्रस्तुत किया। इस संबंध में संचालक भौमिकी एवं खनि कर्म विभाग भोपाल को कार्यालयीन पत्र क्रमांक 1669 दिनांक 25/07/2023 को प्रेषित किया, तब से अब तक भोपाल से कार्यवाही के लिए मार्गदर्शन नहीं मिला।
इनका कहना हैं।
कटनी जिले के बड़वारा तहसील में एक अल्ट्राटेक प्लांट है जेके का इसकी शिकायत प्राप्त हुई है. जो काफी प्राचीन और पुरानी है .इसके संदर्भ में माइनिंग ने पूरी जांच कर ली है और शासन के पास इसकी रिपोर्ट भेजी गई है। शासन में रिपोर्ट पेंडिंग है इसलिए कुछ भी कहना अभी संभव नहीं है, जो रिपोर्ट भेजी है वह विस्तृत रिपोर्ट है। भंडारण के संबंध में आवेदन दे रखा है प्रशासन स्तर पर तय होगा कि कोई कंपनी अपना काम कर रही है तो उसको कितना भंडारण करने की क्षमता है। भंडारण में उसकी कितनी छूट मिलेगी.क्योंकि शासन के राजस्व से जुड़ा मामला है शासन स्तर पर निर्णय लिया जाएगा। बीच-बीच में माइनिंग के नियम चेंज होते रहते हैं अभी कुछ स्पष्ट नियम समझ में नहीं आए हैं शासन के नियम चेंज हुए हैं। उसमें भी नियम चेंज हुए हैं जो कि मामला जांच कर शासन को भेजा जा चुका है. लंबित है अभी वहां से जो भी निर्देश आएंगे तत्काल कार्रवाई की जाएगी. जिला माइनिंग अधिकारी टीम के द्वारा जांच की गईं हैं। अब उसमे राज्य स्तर का माइनिंग डिपार्टमेंट निर्णय लेगा।
((प्रदीप मिश्रा SDM कटनी))