12वें राष्ट्रीय साहित्य कटनी पुस्तक मेला एवं साहित्य महोत्सव का हुआ समापन, मुख्य वक्ता के रूप में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रांत प्रचारक बृजकांत एवं मुख्य अतिथि के रूप में मध्य प्रदेश शासन के शिक्षा मंत्री उदय प्रताप सिंह ने की शिरकत

12वें राष्ट्रीय साहित्य कटनी पुस्तक मेला एवं साहित्य महोत्सव का हुआ समापन,
मुख्य वक्ता के रूप में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रांत प्रचारक बृजकांत एवं मुख्य अतिथि के रूप में मध्य प्रदेश शासन के शिक्षा मंत्री उदय प्रताप सिंह ने की शिरकत
कटनी।। “जो हृदय के निकट आए, संवेदना युक्त है उसको साहित्य कहते हैं ,जब भावतीरेक कोई चीज होती है और उसको शब्द का स्वरूप बनाया जाता है तो उसको साहित्य कहते हैं; साहित्य की सबसे बड़ी विशेषता होती है कि वह संवेदना से युक्त होता है, दुनिया में जब भी साहित्य लिखा जाता है देख करके लिखा जाता है अनुभूति करके लिखा जाता है केवल साक्षी भाव से नहीं लिखा जाता है साक्षी भाव से जी करके लिखा जाता है , करौंदी भारत का केंद्र बिंदु है तो पूरे भारत में साहित्य का भाव कहां से जाना चाहिए ,कटनी से जाना चाहिए, आदि गुरु शंकराचार्य महेश्वर से जब प्रयागराज गए तो कटनी से ही होकर गए इसीलिए भगवान शंकर की, आदि गुरु शंकराचार्य की भूमिका का निर्वहन कटनी को करना चाहिए और साहित्य यदि राष्ट्रीय हो तो सोने पर सुहागा होता है, राष्ट्रीयता इस जीवन की पहचान है राष्ट्र संस्कृति है इतिहास है जीवन दृष्टि है जीवन दर्शन है जो साहित्य के रूप में आज यहां दृष्टिगोचर है” उक्त आशय के उद्गार स्थानीय साधुराम विद्यालय प्रांगण में विगत पांच दिवस से चल रहे राष्ट्रीय साहित्य पुस्तक मेला एवं साहित्य महोत्सव में जबलपुर से उपस्थित हुए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ महाकौशल प्रांत के प्रांत प्रचारक ब्रजकांत ने मुख्य वक्ता की आसंदी से व्यक्त किया।
मुख्य अतिथि के रूप में मध्य प्रदेश शासन के शिक्षा एवं परिवहन मंत्री तथा कटनी जिले के प्रभारी मंत्री उदय प्रताप सिंह ने कहा कि “पुस्तकों का अध्ययन सही मायने में आपकी वह संपत्ति, वह संपदा है जिससे आप कभी विमुख नहीं हो सकते, आप दूर नहीं हो सकते, व्यवस्था में धीरे-धीरे यदि कोई वैचारिक परिवर्तन आया है तो इन पुस्तकों के माध्यम से ही आया है, मैं हृदय से आभार व्यक्त करता हूं और पुस्तक मेला की व्यापकता के लिए प्रयास करूंगा कि देशभर में कटनी का नाम, पुस्तक मेला एवं साहित्य महोत्सव के लिए लिया जाए”
उल्लेखनीय है कि कटनी नगर में 12 वें राष्ट्रीय साहित्य पुस्तक एवं स्वदेशी मेले का आयोजन स्थानीय साधुराम विद्यालय प्रांगण में 16 अप्रैल से प्रारंभ होकर के 20 अप्रैल तक किया गया। समापन के अवसर पर मंचासीन अन्य अतिथियों में अध्यक्षता मनीष गेई, विशिष्ट अतिथि अनुराग जैन एवं पुस्तक मेला के संयोजक मुकेश चंदेरिया जी रहे। कार्यक्रम के प्रारंभ में प्रस्तावना रखी गई जिसमें पुस्तक मेला के अभी तक के आयोजनों और पांच दिवसीय आयोजनों के बारे में विस्तार से बताया गया, समापन कार्यक्रम में कटनी के लिए उल्लेखनीय कार्य करने वाले संस्थाओं को सम्मानित भी किया गया जिसमें सुदर्शना क्लब, दिगंबर जैन सोशल ग्रुप रॉयल, कटनी ब्लड डोनर समिति ,राजेंद्र ठाकुर और अलका गुप्ता को उनके सामाजिक कार्यों के लिए प्रभारी मंत्री ने सम्मानित किया ।
आभार प्रदर्शन पारस जैन और मंच का संचालन अमित कनकने ने किया। कार्यक्रम में विभिन्न विद्यालय के प्रतिभागी बच्चों को पुरस्कार भी दिये गए और सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ। पुस्तक मेला परिसर में अहिल्या देवी जी की प्रदर्शनी ,संघ की शताब्दी वर्ष की प्रदर्शनी और संघ के सेवा कार्यों की प्रदर्शनी भी अवलोकनार्थ लगी रही । पुस्तक मेला समिति के डॉ जैनेन्द्र द्विवेदी और सभी सदस्यों ने सफल आयोजन के लिए बाहर से आए प्रकाशकों, स्थानीय साहित्यकारों स्थानीय संस्थाओं तथा प्रत्यक्ष अप्रत्यक्ष रूप से सहभागी रहे सभी जनों का हृदय से आभार व्यक्त किया है और आगे भी ऐसे आयोजनों हेतु सहयोग की अपेक्षा की है ।कार्यक्रम में बड़ी संख्या में कटनी नगर के प्रबुद्धजन मातृ शक्ति एवं जनप्रतिनिधि गण तथा गणमान्य नागरिक जन उपस्थित रहे।