मानवीयता की मिसाल: घायल गाय के बछड़े को बचाकर निभाया पत्रकार धर्म — अविनाश दुबे का सराहनीय कार्य

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गिरीश राठौड़

मानवीयता की मिसाल: घायल गाय के बछड़े को बचाकर निभाया पत्रकार धर्म — अविनाश दुबे का सराहनीय कार्य

 

अनूपपुर/पत्रकारिता महज समाचारों के संकलन और प्रसारण तक सीमित नहीं है, बल्कि यह मानवीय मूल्यों, संवेदनाओं और सामाजिक उत्तरदायित्व का भी सशक्त माध्यम है। इसी बात को चरितार्थ किया जिले के सक्रिय पत्रकार और अपनी खबर 24×7 के संपादक अविनाश दुबे ने, जब उन्होंने शनिवार को एक घायल गाय के बछड़े की सहायता कर समाज के समक्ष करुणा, सेवा और पत्रकार धर्म का अनुपम उदाहरण प्रस्तुत किया।

 

शनिवार को जब बारिश लगातार हो रही थी, उसी दौरान तीपान नदी के पुल के ऊपर से गुजरते समय श्री दुबे की नजर एक बुरी तरह घायल बछड़े पर पड़ी। अज्ञात वाहन की टक्कर से बछड़ा गंभीर रूप से जख्मी था और लगातार भीग रहा था। पैर में गहरी चोट के कारण वह हिलने-चलने में भी असमर्थ था। आमतौर पर ऐसे दृश्य देखकर लोग आगे बढ़ जाते हैं, लेकिन अविनाश दुबे ने ऐसा नहीं किया। उन्होंने पत्रकार के साथ-साथ एक जिम्मेदार इंसान के रूप में संवेदना दिखाई और उस घायल बछड़े को उठाकर नजदीकी सामुदायिक भवन तीपान खोली (साई मंदिर के पास, ग्राम पंचायत बरी) तक ले जाकर सुरक्षित स्थान पर रखा।

 

वहां मौजूद ग्रामीणों को जब इस बात की जानकारी मिली तो उन्होंने भी तत्काल मिलकर बछड़े के इलाज की व्यवस्था शुरू कर दी। बछड़े को छांव और राहत देने के बाद स्थानीय लोगों ने श्री दुबे के इस कदम की मुक्तकंठ से सराहना की। ग्रामीणों और समाजसेवियों ने कहा कि ऐसे पत्रकार समाज के लिए प्रेरणा होते हैं, जो अपने पेशे से ऊपर उठकर इंसानियत की मिसाल कायम करते हैं।अविनाश दुबे का यह कार्य इस बात का प्रमाण है कि पत्रकारिता सिर्फ सवाल उठाने और खबरें दिखाने तक नहीं रुकी है, बल्कि आज भी ऐसे पत्रकार हैं जो ज़मीन से जुड़े हैं, संवेदनशील हैं और समाज के प्रति अपने कर्तव्यों के प्रति जागरूक हैं। उनका यह कदम निश्चित ही पत्रकारिता के मानवीय पक्ष को उजागर करता है और एक सकारात्मक संदेश समाज को देता है।यह घटना यह भी दर्शाती है कि किसी भी क्षेत्र में कार्य करते हुए, जब मनुष्य करुणा और कर्तव्य को साथ लेकर चले, तो वह समाज में बदलाव और प्रेरणा का कारण बन सकता है। अविनाश दुबे की यह पहल सिर्फ एक घायल जानवर की मदद नहीं, बल्कि पत्रकारिता में मानवता की ज़रूरत को उजागर करने वाला एक उजलाअध्याय है।

 

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