वचनबद्ध नेता दिव्यांशु मिश्रा अंशु ने निभाया वादा, पुलिस को सौंपे 51 हजार रुपए.अर्चना की सकुशल बरामदगी पर पेश की मिसाल.“ निभाया भाई का धर्म”

वचनबद्ध नेता दिव्यांशु मिश्रा अंशु ने निभाया वादा, पुलिस को सौंपे 51 हजार रुपए.अर्चना की सकुशल बरामदगी पर पेश की मिसाल.“ निभाया भाई का धर्म”
भोपाल /कटनी।। (संवाददाता:-दिलीप शुक्ला) नर्मदा एक्सप्रेस से 7 अगस्त को लापता हुई कटनी निवासी युवती अर्चना तिवारी की सकुशल बरामदगी के बाद अब मामले में एक नया और सकारात्मक घटनाक्रम सामने आया है। अर्चना तिवारी की सुरक्षित वापसी के उपरांत उनके मुंहबोले भाई एवं युवा कांग्रेस के अध्यक्ष दिव्यांशु मिश्रा ‘अंशु’ ने वचन निभाते हुए 51 हजार रुपए की नगद राशि कटनी रेल थाना प्रभारी एल.पी. कश्यप को सौंपी। यह राशि रेल थाना कटनी द्वारा आगे रेल पुलिस अधीक्षक जबलपुर के पास प्रेषित की जाएगी। गौरतलब है कि अर्चना तिवारी के लापता होने के बाद दिव्यांशु मिश्रा ने घोषणा की थी कि अर्चना के संबंध में सही जानकारी देने वाले अथवा उसे सकुशल बरामद कराने में सहयोग करने वाले को वे 51 हजार रुपए इनाम स्वरूप देंगे।
उल्लेखनीय है कि 7 अगस्त को नर्मदा एक्सप्रेस से यात्रा के दौरान अर्चना अचानक गायब हो गई थीं। दो दिनों तक कोई सुराग न मिलने से परिवार और समाज में गहरी चिंता व्याप्त हो गई थी। इसके बाद जीआरपी भोपाल और रेल पुलिस ने विशेष टीम गठित कर तलाश शुरू की और अथक प्रयासों के बाद नेपाल बॉर्डर से सटे लखीमपुर उत्तर प्रदेश से अर्चना को सकुशल बरामद किया गया। अर्चना की सुरक्षित वापसी के बाद दिव्यांशु मिश्रा ने कटनी में रेल थाना पहुंचकर अपने वचन के अनुसार नगद राशि सौंपते हुए मीडिया से कहा कि “यह पूरी सफलता रेल पुलिस और मध्यप्रदेश पुलिस की संयुक्त मेहनत का परिणाम है। इस प्रकरण में पुलिस ने जिस तरह त्वरित और संवेदनशीलता के साथ कार्य किया है, वह काबिले तारीफ है। हम सभी पुलिस प्रशासन के आभारी हैं।” इस मौके पर उन्होंने रेल पुलिस के अधिकारियों और जवानों को धन्यवाद ज्ञापित किया और कहा कि इस तरह की त्वरित कार्यवाही से जनता का पुलिस पर विश्वास और अधिक मजबूत होता है।
✦ प्रमुख बिंदु
नर्मदा एक्सप्रेस से यात्रा के दौरान लापता हुई थीं अर्चना तिवारी।
जीआरपी भोपाल व रेल पुलिस ने नेपाल बॉर्डर से सटे लखीमपुर (यूपी) से की बरामदगी।
दिव्यांशु मिश्रा अंशु ने निभाया वचन, 51 हजार रुपए इनाम राशि पुलिस को सौंपी।
मीडिया से चर्चा में पुलिस प्रशासन की संवेदनशीलता की सराहना।