वन विभाग की कथित मनमानी पर भाजपा का हल्ला बोल, कलेक्टर व क्षेत्र संचालक को सौंपा ज्ञापन

मानपुर। बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के पनपथा-पतौर परिक्षेत्र में निर्दोष ग्रामीणों पर दर्ज किए गए कथित फर्जी प्रकरण अब राजनीतिक रंग लेने लगे हैं। भारतीय जनता पार्टी उमरिया ने इस मामले को गंभीर बताते हुए जिला कलेक्टर धरणेन्द्र कुमार जैन और क्षेत्र संचालक अनुपम सहाय से मुलाकात की तथा ज्ञापन सौंपकर दोषी अधिकारियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग की।
ग्रामीणों पर मनगढ़ंत आरोप का आरोप
भाजपा नेताओं ने कहा कि बीते दिनों वन विभाग के एसडीओ भूरा गायकवाड़ द्वारा 12 ग्रामीण आदिवासियों पर झूठा मुकदमा दर्ज कर उन्हें जेल भेजा गया। इन ग्रामीणों पर आरोप लगाया गया कि उन्होंने वन्य अधिनियम का उल्लंघन किया, जबकि वास्तविकता यह है कि वे केवल सड़क किनारे लगी पिहरी तोड़ रहे थे। भाजपा नेताओं के अनुसार ग्रामीणों ने न तो जंगल को नुकसान पहुंचाया और न ही जंगली जीवों को कोई क्षति पहुंचाई। इसके बावजूद वन अमले ने मनगढ़ंत धाराओं के तहत प्रकरण दर्ज कर दिया। पार्टी का यह भी आरोप है कि कुछ निर्दोष राहगीरों को भी जबरन मामले में फंसा दिया गया।

निष्पक्ष जांच की मांग
जिला भाजपा अध्यक्ष आशुतोष अग्रवाल के नेतृत्व और वरिष्ठ नेता मिथलेश मिश्रा के मार्गदर्शन में सौंपे गए ज्ञापन में स्पष्ट कहा गया कि इस प्रकरण की निष्पक्ष जांच आवश्यक है। ज्ञापन में यह भी उल्लेख किया गया कि यदि निर्दोष ग्रामीणों को शीघ्र न्याय नहीं मिला और दोषी एसडीओ भूरा गायकवाड़ पर कार्रवाई नहीं हुई, तो भाजपा इस मामले को पार्टी के वरिष्ठ नेतृत्व तक ले जाएगी और उग्र आंदोलन का रास्ता अपनाने से भी पीछे नहीं हटेगी।
ये रहे उपस्थित
ज्ञापन सौंपने के दौरान भाजपा महामंत्री दीपक छतवानी, उपाध्यक्ष ज्ञानेंद्र सिंह गहरवार, नेता दिनेश पांडे, धनुषधारी सिंह, सुमित गौतम, विनय मिश्र, मनीष सिंह, मौजीलाल चौधरी सहित बड़ी संख्या में आरोपी ग्रामीण और उनके परिजन मौजूद रहे। सभी ने एक स्वर से मांग की कि निर्दोष आदिवासियों पर लगे झूठे आरोपों को तत्काल समाप्त किया जाए और न्याय दिलाया जाए।