सिग्निफाई इनोवेशन इंडिया लिमिटेड के कारपोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व प्रावधान और मध्य प्रदेश टूरिज्म बोर्ड की साझेदारी में शुरू की गई ‘हर गांव रोशन’ पहल से जिले का कोनिया पर्यटन-प्रधान गांव अब सौर ऊर्जा से रोशन

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सिग्निफाई इनोवेशन इंडिया लिमिटेड के कारपोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व प्रावधान और मध्य प्रदेश टूरिज्म बोर्ड की साझेदारी में शुरू की गई ‘हर गांव रोशन’ पहल से जिले का कोनिया पर्यटन-प्रधान गांव अब सौर ऊर्जा से रोशन
कटनी।। जिले के विकासखंड विजयराघवगढ़ के पर्यटन ग्राम कोनिया की गलियां एलईडी लाइटों और हाई मास्ट सौर ऊर्जा की दूधिया रोशनी की जगमगाहट से रोशन हो रहीं हैं। सिग्निफाई इनोवेशन इंडिया लिमिटेड के कारपोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व प्रावधान और मध्य प्रदेश टूरिज्म बोर्ड की साझेदारी में शुरू की गई ‘हर गांव रोशन’ पहल से जिले का कोनिया पर्यटन-प्रधान गांव अब यहां लगी सोलर रोशनी की वजह से रात में भी दिन के उजाले सा एहसास दे रहा है। यहां एनर्जी- एफिशिएंट लाइटिंग सिस्टम्स लगाया गया है। जो टूरिस्ट के लिए सुरक्षित और आकर्षक अनुभव को सुनिश्चित करते हैं। सोलर लाइट्स की वजह से पर्यटकों को रात में गांव की सैर करना सुरक्षित और खूबसूरत  अनुभव प्रदान करेगा। कोनिया में मध्य प्रदेश टूरिज्म बोर्ड की भागीदारी से मानव जीवन विकास समिति बिजौरी के सहयोग से यहां प्राकृतिक ग्रामीण परिवेश के बीच शानदार होम स्टे बनाया गया है। वाण सागर बांध की अथाह जल राशि और प्रकृति के नयनाभिराम मनमोहक दृश्यों से समृद्ध कोनिया गांव एक प्रकार से बांधवगढ़ नेशनल पार्क के बफर जोन में आता है और यहां आने वाले पर्यटकों का मन बरबस ही मोह लेता है। पर्यावरणविद् एवं सचिव मानव जीवन विकास समिति निर्भय सिंह बताते हैं कि कोनिया के पर्यटन होम स्टे में अब तक कई देशी और विदेशी पर्यटक रूक कर ग्राम्यांचल के खान-पान,रहन -सहन को करीब से देख कर खासे प्रभावित हुए हैं।  निर्भय सिंह के मुताबिक मध्य प्रदेश टूरिज्म बोर्ड की यह पहल  ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के साथ ही टूरिस्ट को प्रामाणिकता देता है और इसे इकोफ्रेंडली एक्सपीरियंस प्रदान करता है।कोनिया ,ग्राम पंचायत तिमुआ का पोषक ग्राम है, यहां के सरपंच तीरथ पटेल बताते हैं कि कोनिया में 38 एल ई डी लाइट्स लगीं हैं। होमस्टे हर गांव रोशन योजना के अंतर्गत कोनिया में बने होम स्टे में  ठहर कर ,जहां टूरिस्ट स्थानीय परिवारों के साथ रहकर उनकी कला और संस्कृति को करीब से जान सकते हैं। यहां कोनिया में टूरिस्ट स्थानीय खान-पान, हस्तशिल्प और पारंपरिक नृत्य-संगीत का लुत्फ भी उठा सकते हैं। कोनिया गांव में दो और होम स्टे निर्माणाधीन है। जबकि जमुनिया में 3 और खितौली में भी होम स्टे निर्माण का कार्य प्रगति पर है।

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