मिर्गी का दौरा बना मौत का सबब, बेलहा नाला के किनारे झरिया निवासी की दर्दनाक मौत!
शहडोल। जिले के देवलोंद थाना क्षेत्र के अंतिम छोर पर बसे ग्राम झरिया में शनिवार की सुबह एक दर्दनाक घटना ने पूरे इलाके को स्तब्ध कर दिया। 35 वर्षीय रामप्रकाश बैगा पिता इंद्रजीत बैगा की अचानक मिर्गी का दौरा पड़ने से मौके पर ही मौत हो गई। बताया गया कि रामप्रकाश प्रतिदिन की तरह अपने ट्रैक्टर को ले जाकर बेलहा नाला में धोने के लिए गया था, इसी दौरान उसे मिर्गी का दौरा पड़ा और वह गिर पड़ा, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई।
जानकारी के अनुसार, मृतक रामप्रकाश बैगा पिछले कई वर्षों से मिर्गी की बीमारी से पीड़ित था। बताया गया कि उसका इलाज लगातार चल रहा था और सावधानी के तौर पर सामान्यतः कोई न कोई व्यक्ति उसके साथ ट्रैक्टर पर रहता था, लेकिन आज सुबह वह अकेले ही चला गया। जब वह बेलहा नाले के किनारे ट्रैक्टर धोने के लिए पहुंचा, तभी अचानक उसे दौरा पड़ा और वह वहीं गिर पड़ा। कुछ देर बाद ग्रामीणों ने जब देखा तो वह अचेत था, और थोड़ी ही देर में उसकी सांसें थम चुकी थीं।
घटना की सूचना मिलते ही देवलोंद पुलिस मौके पर पहुंची और स्थिति का जायजा लिया। पुलिस ने मौके से ट्रैक्टर को जप्त किया और मर्ग कायम करते हुए शव का पंचनामा तैयार कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। जांच में यह भी स्पष्ट हुआ कि ट्रैक्टर पलटा नहीं था और न ही उसके नीचे दबने जैसी कोई बात सामने आई। ट्रैक्टर पूरी तरह खाली और धूल से भरा हुआ मिला।
वहीं, इस हादसे के बाद इलाके में अवैध रेत खनन का मुद्दा फिर चर्चा में आ गया है। ग्रामीणों का आरोप है कि बेलहा नाला और उसके आसपास के छोटे नालों से चोरी-छुपे रेत का अवैध खनन और विक्रय लंबे समय से जारी है, लेकिन पुलिस और प्रशासन की ओर से कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है। लोगों का कहना है कि इस नाले के आसपास अक्सर ट्रैक्टर-ट्रॉली खनन में जुटी रहती हैं, और हादसे का यह स्थान भी उसी क्षेत्र के पास का है।
थाना प्रभारी ने बताया कि मिर्गी के दौरे के चलते मौत की प्रारंभिक पुष्टि हुई है, हालांकि अवैध खनन से जुड़े आरोपों की भी जांच की जाएगी। गांव में इस घटना के बाद मातम पसरा हुआ है। परिवार के सदस्य बदहवास हैं और ग्रामीणों का कहना है “अगर आज कोई साथ होता… तो शायद रामप्रकाश की जान बच जाती।”