दद्दा जी की कृपा से ही मिला जीवन का अर्थ 100 जन्म भी लूं तो दद्दा जी का ही शिष्य बनना चाहूंगा- अभिनेता राजपाल यादव दद्दा धाम प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव में भक्ति, श्रद्धा और गुरु कृपा का अद्भुत संगम

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दद्दा जी की कृपा से ही मिला जीवन का अर्थ 100 जन्म भी लूं तो दद्दा जी का ही शिष्य बनना चाहूंगा- अभिनेता राजपाल यादव
दद्दा धाम प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव में भक्ति, श्रद्धा और गुरु कृपा का अद्भुत संगम


कटनी।। झिंझरी स्थित श्रीकृष्ण वृद्ध आश्रम प्रांगण, दद्दा धाम में चल रहे प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव के तृतीय दिवस पर श्रद्धा और भक्ति का अपार सागर उमड़ पड़ा। इस दिव्य आध्यात्मिक पर्व में जब फिल्म जगत के प्रसिद्ध हास्य अभिनेता राजपाल यादव ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई, तो सम्पूर्ण वातावरण भाव-विभोर हो उठा। राजपाल यादव ने पूज्य गृहस्थ संत परम पूज्य पं. देव प्रभाकर शास्त्री “दद्दा जी” की पावन स्मृतियों को नमन करते हुए कहा मेरे जीवन में सैकड़ों गुरु और शिक्षक आए, किसी ने मुझे अभिनय सिखाया, किसी ने शब्दों की शक्ति, लेकिन दद्दा जी ने मुझे जीवन का सच्चा अर्थ सिखाया। उन्होंने बताया कि कर्म ही पूजा है, सेवा ही साधना है और प्रेम ही परमात्मा का स्वरूप है।”
उन्होंने आगे कहा मेरा और दद्दा जी का संबंध कोई साधारण नहीं, बल्कि आत्मिक बंधन है। यह संबंध वर्ष 1999 से प्रारंभ हुआ और आज 25 वर्ष बाद भी उनकी कृपा का प्रकाश मेरे जीवन पथ को आलोकित कर रहा है। मैं यदि सौ जन्म भी लूं, तो हर जन्म में दद्दा जी का ही शिष्य बनना चाहूंगा।”
राजपाल यादव ने भावविभोर होकर कहा कि वे पूज्य दद्दा जी के प्रमुख शिष्यों में से एक हैं और गुरुदेव का आशीर्वाद ही आज मेरी सफलता का मूल कारण है। दद्दा जी ने मुझे सिखाया कि प्रसिद्धि तभी सार्थक है, जब उसमें सेवा और विनम्रता का भाव जुड़ा हो। समाधि स्थल पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्होंने मौन नमन किया और कहा दद्दा जी का जीवन ही धर्म का प्रत्यक्ष रूप था। सवा करोड़ से 11 करोड़ पार्थिव शिवलिंग निर्माण, महारुद्र यज्ञ, विश्व कल्याण हेतु अनुष्ठान ये सब केवल अनुष्ठान नहीं थे, बल्कि करुणा, सेवा और भक्ति की सजीव व्याख्या थे। उन्होंने कहा कि दद्दा जी ने साधारण गृहस्थ जीवन में असाधारण अध्यात्म का दीप प्रज्वलित किया। उन्होंने दिखाया कि धर्म केवल मठ-मंदिरों तक सीमित नहीं, बल्कि हर घर की रसोई, हर व्यक्ति के कर्म और हर हृदय की भावना में निवास करता है। कार्यक्रम में उपस्थित विशाल जनसमूह ने अभिनेता राजपाल यादव का हार्दिक स्वागत किया। वातावरण में “जय दद्दा जी” के उद्घोष गूंज उठे। मंच पर भक्ति संगीत, पार्थिव शिवलिंग निर्माण और महारुद्राभिषेक के बीच श्रद्धा का प्रवाह अविरल बना रहा। दद्दा धाम का प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव अब केवल एक आयोजन नहीं रहा, यह गुरु कृपा, भक्ति और मानवता का दिव्य संगम बन गया है जहाँ देशभर से संत, महात्मा, कथा वाचक और श्रद्धालु एकत्र होकर पूज्य दद्दा जी के उपदेशों के माध्यम से जीवन की दिशा और मोक्ष का संदेश पा रहे हैं।

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