गुरुद्वारा खालसा दीवान परिसर में अवैध गतिविधियों व साम्प्रदायिक टिप्पणी से मचा विवाद, सिख समाज ने पुलिस अधीक्षक को सौंपा शिकायत पत्र
गुरुद्वारा खालसा दीवान परिसर में अवैध गतिविधियों व साम्प्रदायिक टिप्पणी से मचा विवाद, सिख समाज ने पुलिस अधीक्षक को सौंपा शिकायत पत्र
कटनी।। गुरु नानक देव जी के पावन प्रकाश पर्व के अवसर पर गुरुद्वारा खालसा दीवान ऑर्डिनेंस फैक्टरी परिसर में एक विवादास्पद घटना सामने आई है। गुरुद्वारा श्री गुरु सिंह सभा, कटनी के पदाधिकारियों ने पुलिस अधीक्षक कटनी को ज्ञापन सौंपकर गुरुद्वारा खालसा दीवान के संचालक इंदरजीत सिंह विर्दी, उसके पुत्र दारा सिंह विर्दी तथा चमनलाल आनंद सहित अन्य व्यक्तियों पर अवैध गतिविधियाँ संचालित करने, अभद्र व्यवहार करने एवं साम्प्रदायिक माहौल बिगाड़ने के गंभीर आरोप लगाए हैं। गुरु सिंह सभा के पदाधिकारियों का कहना है कि समाज के कई सदस्यों ने पहले भी जानकारी दी थी कि गुरुद्वारा खालसा दीवान परिसर में इंदरजीत सिंह विर्दी एवं उसका पुत्र कुछ अवैध और धार्मिक मर्यादा के विपरीत गतिविधियाँ कर रहे हैं। इस पर स्पष्टता के लिए सभा के पदाधिकारी 16 नवंबर 2025, रविवार को स्वयं मौके पर पहुँचे।

विरोध करने पर गाली-गलौज और धमकी का आरोप
पदाधिकारियों ने बताया कि पहुँचने पर उन्होंने कुछ अवैध गतिविधियों को प्रत्यक्ष रूप से देखा। जब इसका विरोध किया गया तो इंदरजीत सिंह विर्दी कथित रूप से उत्तेजित हो उठा और गाली-गलौज करने लगा। आरोप है कि उसने अपने पुत्र दारा सिंह विर्दी व चमनलाल आनंद सहित अन्य लोगों के साथ मिलकर समाज के पदाधिकारियों को गुरुद्वारा परिसर से बाहर निकलने से रोकने की कोशिश की। पीड़ित पक्ष का कहना है कि यह आचरण न केवल अनुचित है बल्कि धार्मिक स्थल की गरिमा का उल्लंघन और कानूनन दंडनीय भी है।
चमनलाल आनंद द्वारा साम्प्रदायिक टिप्पणी का आरोप, सिख समाज में आक्रोश
घटना के दौरान चमनलाल आनंद ने कथित रूप से अत्यंत विवादित और साम्प्रदायिक टिप्पणी तुम सरदार 84 का दंगा भूल गए क्या? क्या तुम लोग दोबारा नहीं चाहते हो? कहकर सिख समाज की धार्मिक भावनाओं को गहराई से आहत किया। गुरु सिंह सभा के पदाधिकारियों ने इसे
जानबूझकर धार्मिक भावनाएँ भड़काने,
वैमनस्य फैलाने और साम्प्रदायिक तनाव उत्पन्न करने वाला कृत्य बताया है। उनका कहना है कि ऐसी टिप्पणी एक पवित्र धार्मिक कार्यक्रम के दौरान करना समाज की शांति के लिए गंभीर खतरा है और इससे हिंसा की स्थिति भी बन सकती थी।
कानूनी कार्रवाई की मांग
समाज के पदाधिकारियों- गुरचरण सिंह खुराना (प्रधान),
जसप्रीत सिंह लांबा (मीत प्रधान), तेजपाल सिंह भाटिया (सचिव), दूरेचा निपानी, जागीर सिंह, गुरखेन सिंह, रंजीत सिंह नारंग, त्रिलोचन सिंह, गुरदीप सिंह, सतवीर सिंह सहित अन्य
ने हस्ताक्षरित शिकायत में मांग की है कि चमनलाल आनंद के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की संबंधित धाराओं में प्रकरण दर्ज कर कठोर दंडात्मक कार्रवाई की जाए।
जांच की मांग, समाज में रोष
इस घटना से सिख समाज में गहरा रोष व्याप्त है और समाज ने पूरी घटना की निष्पक्ष जांच कराने तथा दोषियों पर सख्त कार्यवाही की मांग की है। पदाधिकारियों ने कहा कि धार्मिक स्थानों की मर्यादा और सौहार्द कायम रखने के लिए ऐसे व्यवहार पर रोक लगाना अत्यंत आवश्यक है।