देश के अंदर सर्जिकल स्ट्राइक की जरूरत: शैलेन्द्र
शहडोल। 14 फरवरी को पुलवामा में हुए आतंकी हमले के बाद भाजपा जिला मीडिया प्रभारी शैलेन्द्र श्रीवास्तव ने कहा कि इस समय देश दुखी स्तब्ध और आक्रोशित है। निश्चित तौर पर अब आतंकवाद के खिलाफ अंतिम और निर्णायक लड़ाई लडऩे का समय है। 2016 में कश्मीर के उरी में हुए आतंकी हमले के बाद ये अब तक का सबसे बड़ा आतंकी हमला है जिससे ये साफ तौर पर समझा जा सकता है कि आतंकवाद के सरपरस्तों ने सर्जिकल स्ट्राइक से कोई सबक नहीं सीखा है। देश के 40 जवान शहीद हुए है जबकि कई बुरी तरह घायल हैं। पर जिस तरह से जैश के आतंकी आदिल अहमद डार ने 350 किलो विस्फोटकों से भरी कार से सेना के क़ाफिले पर हमला किया, उससे ये साफ है कि उसको देश के अन्दर से ही लोकल सपोर्ट मिल रहा था। क्योंकि निश्चित तौर पर जिस कार में 350 किलो विस्फोटक लदा था वो बाहर से नहीं लाई गई होगी।
बिना लोकल सपोर्ट के ये मुमकिन नहीं था। असली हत्यारे आज भी देश में ही छिपे हुए हैं, और हो सकता है अगले हमले की साजिस रच रहे हों। इसलिये आज सबसे पहले देश के अंदर सर्जिकल स्ट्राइक की जरूरत है। जरूरत है देश के अन्दर छिपे गद्दारों को न सिर्फ बेपर्दा करने की बल्कि उन्हें सजा देने की।
केंद्र की मोदी सरकार ने जिस तरह सेना को जम्मू कश्मीर में ऑपरेशन ऑल ऑउट चलाने की अनुमति दी। उसके बाद आतंकवाद और आतंकवादी जम्मू कश्मीर के 22 जिलों से सिमटकर केवल 4 या 5 जिलों में रह गये है और लगातार उनके खिलाफ सेना का ऑपरेशन ऑल ऑउट जारी है। पुलवामा में कल हुआ कायराना आतंकी हमला उसी बौखलाहट में किया गया है पर अब आतंकवाद के खिलाफ अंतिम और निर्णायक लड़ाई लडऩे का समय है। पर सबसे पहले देश के अन्दर छिपे गद्दारों के खिलाफ सर्जिकल स्ट्राइक की जरूरत है।