जेसीबी से मनरेगा का कार्य करा, मजदूरी हड़पना चाहते हैं उपयंत्री

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वॉटर शेड की मद से मनरेगा के तहत 15 लाख में होना था तालाब निर्माण
मशीन से कार्य कराने की पुष्टि, सीईओ ने मांगा जवाब, उपयंत्री मौन

(अमित दुबे+8818814739)
शहडोल। बुढ़ार जनपद के ग्राम पंचायत कमता में नवीन तालाब निर्माण के कार्य में उपयंत्री विनय पटेल द्वारा नियमों के विपरीत कार्य करने और इसकी शिकायत के बाद जांच में आरोप साबित होने पर उन्हें नोटिस दिया गया है, मुख्य कार्यपालन अधिकारी बुढ़ार द्वारा दिये गये नोटिस में इस बात का उल्लेख किया गया है कि मनरेगा के कार्य में मशीनों की मनाही होने के बाद भी बिना सचिव और सरपंच को जानकारी दिए हुए, जेसीबी से चार दिवस तक कार्य कराया गया, शिकायत के बाद हुई जांच में इसकी पुष्टि भी हुई है, उपयंत्री का यह कृत्य महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम 2005 का उल्लंघन है। उपयंत्री को पत्र भेजते हुए मुख्य कार्यपालन अधिकारी ने 31 दिसम्बर तक जवाब मांगा था, लेकिन उपयंत्री कोई जवाब देने की जगह जुगाड़ से इस जांच से बाहर निकलने में जुटे हुए हैं।
वॉटर शेड से बनना था तालाब
जनपद से जुड़े सूत्रों की माने तो वॉटर शेड योजना के अंतर्गत बीते वित्तीय वर्ष के दौरान लगभग 15 लाख रूपये की राशि से तालाब मनरेगा के तहत बनाया जाना था, बीते वर्ष कार्य की शुरूआत हुई थी, कुछ राशि का आहरण भी हुआ था, लेकिन अज्ञात कारणों से कार्य रूक गया और बीते सप्ताहों में कार्य होने की सूचना मिली और यह जानकारी सामने आई कि उपयंत्री ने बिना सचिव, सरपंच को सूचना दिए मौके पर जेसीबी मशीन भेज दी और तालाब निर्माण शुरू करा दिया, जिसकी शिकायत ग्रामीणों द्वारा की गई और फिर मामले की जांच शुरू हुई।
…फिर भरेंगे फर्जी मस्टर रोल
मनरेगा के तहत बनने वाले तालाब में स्वीकृत राशि का बहुत कम हिस्सा अन्य व्यय के लिए आवंटित था, बाकी की राशि योजना के उद्देश्य की पूर्ति के लिए उन मजदूरों को कार्य आवंटित करना था, जो बेरोजगार हैं, उन्हें रोजगार के साथ गांव के विकास से जोडऩे का उद्देश्य था, लेकिन विनय पटेल ने इनके हक पर डाका मारने के लिए मशीनों से काम करवा लिया और उसके बाद फर्जी तरीके से मस्टर रोल में मनमाने नाम भरकर बैंक के माध्यम से उनके खातों में राशि भेज उसका आहरण कर लिया जाता। यह कोई पहला मौका नहीं है, जब विनय पटेल ने वॉटर शेड और अन्य योजनाओं से राशि गांव के विकास के नाम पर राशि लाकर खुद ठेकेदारी की हो, बाद में सचिव व सरपंच पर दबाव बनाकर गोलमाल किया हो।
विनय-शिव की जोड़ी कर रही कमाल
जनपद पंचायत अंतर्गत पदस्थ कथित उपयंत्री के पास लगभग 14 पंचायतें हैं, इन पंचायतों में पंचायत द्वारा कराये जा रहे निर्माण कार्याे की देखरेख के अलावा कथित उपयंत्री शिव कुमार पटेल के माध्यम से ठेकेदारी भी कर रहे हैं, कमता में कथित ठेकेदार ही जेसीबी से कार्य संपन्न कराने पहुंचे थे, जिसकी शिकायत के बाद यह मामला सामने आया। बीते वर्षाे के इतिहास को उठाकर देखा जाये तो कथित जोड़ी ने उक्त पंचायतों में करोड़ो रूपये के कार्य अधिनियम से परे हटकर किये हैं।
आरोपों की पुष्टि, कार्यवाही का इंतजार
मनरेगा के तहत निर्माणाधीन तालाब में चोरी छुपे मशीन से काम करवा दिया, मामले की शिकायत और जांच में आरोप सिद्ध हो गये, लेकिन कार्यवाही अभी तक नहीं हुई, खबर है कि विनय पटेल और शिव पटेल मिलकर सीईओ सहित जिला पंचायत से तालमेल बैठाने में लगे हुए हैं, शायद यही कारण है कि कार्यवाही करने वाले अधिकारी अभी जुगाड़ का वजन देख रहे हैं।

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