कुएँ में गिरे बारहसिंघा की ग्रामीणों ने बचाई जान
(देवलाल सिंह)घुलघुली।उमरिया।आज एक नर बारहसिंघा सुबह 7 बजे जंगल से भागते भागते पास के गांव कुएं में जा गिरा। देखते ही देखते गांव में भीड़ इकट्टा होंना शुरु हो गई।यह घटना उमरिया से 40 किलोमीटर दूर वन परिक्षेत्र जरहा ग्राम के चौधरी मोहल्ले की है। आनन फानन गांव वालों ने इसकी सुचना फॉरेस्ट विभाग को दी।वही बारहसिंघा को बचाने के लिए ग्रामीणों ने सराहनीय कार्य किया है।कुएं में गिरे बारहसिंघा को निकलवाने के लिए गांव के नन्दलाल बैगा और मनीष सोनी ने कुएं में घुस कर चारों पैर और कमर को बड़ी बहादुरी के साथ बांधा।घंटो मसक्कत के बाद गांव के लोगो द्वारा रस्सी से खीचा गया जहा उसे सकुशल निकाला गया ।बारहसिंघा के कुएं में गिरते समय पैर में चोट आई थी जिसे विटनरी विभाग के राम पाल परस्ते द्वारा मरहम पट्टी की गई।अब वह पूरी तरह स्वस्थ है।
जिसे अभी वन विभाग ने अपने पास रक्खा है।जानकारी लगते ही वन परिक्षेत्र उमरिया के रेंजर धीरेन्द्र सिंह डिप्टी रेंजर आनंद सिंह ने अपने स्टाफ के साथ मौके में पहोच कर घायल बारहसिंघा की मरहम पट्टी कर उसे अपनी कस्टडी में रख्खा है।2 दिन तक उसे देख रेख कर उसे वापस जंगल में छोड़ देने की बात कही।
वन विभाग ने बताया की कुत्तो के दौड़ाने से भागते भागते गांव के कुएं में गिरा ।
इनकी रही सराहनीय भूमिका
इसे सकुशल निकालने में गांव के नन्दलाल बैगा और मनीष सोनी के साथ दर्जनों ग्रामीणों में अज्जू गुप्ता, डालचंद विश्वकर्मा, जगत राम द्विवेदी, भगवत प्रसाद गुप्ता, अजय गुप्ता, यादवेंद्र गुप्ता ,भूपत सिंह राठौर ,ओंकार, शिवलाल चौधरी, गोकुल चौधरी, एवं वन स्टॉप रसा खींचने में मदद की ।