डाइट में डी.एल.एड नियमित प्रथम/द्वितीय वर्ष 2020 के परीक्षा आवेदन पत्रों का कार्य प्रारंभ
Staff June 2, 2020 0सचिव, मा.शि.मण्डल म.प्र. भोपाल के आदेशानुसार डी.एल.एड. नियमित प्रथम/द्वितीय वर्ष 2020 के परीक्षा आवेदन पत्रों को भरने का कार्य कार्यालय डाइट में प्रारंभ किया गया है। कोविड 19 को दृष्टिगत रखते हुए राज्य शिक्षा केन्द्र स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा डिजिटल शिक्षक प्रशिक्षण का कार्यक्रम सीएम राइस (नये क्षितिज) पूर्व से ही संचालित है ।
शहडोल। प्रशासन द्वारा स्कूल/प्रशिक्षण संस्थानों को बंद करने के निर्देश दिये गये हैं इसीलिए डिजिटल एवं सूचना प्रौद्योगिकी के माध्यम से शिक्षक प्रशिक्षण का कार्य संपादित किया जा रहा है और अब इसी क्रम में सचिव माध्यमिक शिक्षा मण्डल के आदेशानुसारए केन्द्र ,राज्य,जिला प्रशासन एवं स्वास्थ्य विभाग के निर्देशानुसार कार्यालय डाइट में कोविड 19 की सम्पूर्ण सावधानियों को बरतते हुए कार्यालय डाइट में डी.एल.एड. नियमित प्रथम/द्वितीय वर्ष के परीक्षा आवेदन पत्रों को भरवाने का कार्य सम्पादित किया जा रहा है । क्योंकि प्रशिक्षण संस्थानों को आगामी आदेश तक बंद करने के निर्देश दिये गये हैं इसके लिए आवेदन पत्र भरने की अंतिम तिथि माध्यमिक शिक्षा मण्डल द्वारा 10 जून निर्धारित कर दी गई है ।
कोविड 19 को दृष्टिगत रखते हुए दिनांक 02 जून से 07 जून तक प्रत्येक कक्षा के कम से कम समूह बनाकर एक दिवस में कुछ ही छात्राध्यापकों को अलग-अलग समय पर बुलाकर सोशल डिस्टेंसिंग का कड़ाई से पालन करते हुए, आवश्यक दस्तावेज एवं निर्धारित शुल्क जमा कराने संबंधी समस्त औपचारिकताएं पूर्ण कराने के उपरांत छात्राध्यापकों को शीघ्र अपने घर की ओर प्रस्थान करने के निर्देश दिये गये हैं ।
प्रवेश पूर्व होगी थर्मल स्केनिंग मशीन सेे तापमान की जाँच
कार्यालय डाइट में प्रशिक्षण संस्थान को बंद रखते हुए यह कार्य कोविड 19 को मद्देनजर रखते हुए प्रशासन एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा प्रदान की गई सम्पूर्ण सावधानियों के अनुसार यथा:- प्रवेश के समय हैण्डवाश, हैण्ड सेनेटाइजर के उपयोग के लिए उपलब्ध कराये गये हैं, थर्मल स्केनिंग मशीन तापमान मापन के लिए उपलब्ध कराई गई है । मास्क या गमछे से चेहरा ,नाक तथा मुंह को ढंकना अनिवार्य किया गया है साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग का कड़ाई से पालन करने के निर्देश दिये गये हैं। आवेदन-पत्रों के भरवाये जाने हेतु सम्पूर्ण औपचारिकताएं हाल एवं लाइबे्ररी में सम्पादित की जायेंगी, जहां पर सम्पूर्ण व्यवस्थायें सुदृढ़ हैं। कम्पेटिबल मोबाइल फोन रखने वालों को आरोग्य सेतू एप इंस्टाॅल करने हेतु कहा गया है। कार्यालय डाइट में पानी की व्यवस्था बनाये रखने के लिए अलग से वाटर वेसल उपलब्ध कराये जायेंगे एवं सम्पूर्ण व्यवस्थायें सुचारू रूप से कर दी गई हैं ।
फरवरी से नहीं निकला वेतन
प्राचार्य डाइट शहडोल आर के मंगलानी कोरोना वारियर के रूप में भी ड्यूटी कर रहें हैं और वह ड्यूटी करते हुए भी डाइट का अपना उत्तर दायित्व पूर्ण रूप से निभा रहे हैं एवं कोषालय कार्यालय द्वारा आहरण संवितरण रोक कर रखने के बावजूद उनके द्वारा सम्पूर्ण व्यवस्थायें निर्देशों के अनुक्रम में उपलब्ध करा दी गई है जो की प्राचार्य की एक सकारात्मक सोच का उदहारण है। शासन द्वारा वित्तीय शक्ति के नियमों के अनुसार प्राचार्य डाइट के प्रभार के पद को पूर्व में कार्यालय प्रमुख (आहरण संवितरण अधिकारी) घोषित किया गया है । इसी के अनुसार प्राचार्य का प्रभार ग्रहण करते ही सम्बंधित को सम्पूर्ण वित्तीय अधिकार स्वतः ही प्रत्यावर्तित हो जाते हैं । इसके बावजूद डाइट प्राचार्य का आहरण संवितरण रोक कर रखा हुआ है। सूत्रों की माने तो जिसका कारण शायद तत्कालीन कलेक्टर ललित दाहिमा द्वारा वित्तीय नियमों की अवहेलना एवं पद में काफी कनिष्ठ व्यक्ति को प्राचार्य का प्रभार सौंपने से निर्मित स्थिति एवं उस पर माननीय उच्च न्यायालय का स्थगन आदेश और वर्तमान के जिला कोषालय अधिकारी आर.एम. सिंह का वित्तीय नियमों की जानकारी जिला प्रशासन को सही ढंग से न देना होना लगता है ।
प्राचार्य के विरुद्ध फैलाई अनर्गल बातें
माननीय उच्च न्यायालय के स्थगन आदेश उपरांत सम्पूर्ण नियमों एवं वैधानिक रूप से प्राचार्य के पद पर कार्यरत आर.के. मंगलानी को स्वयंभू प्राचार्य कहकर कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा भ्रम फैलाया जा रहा है ए इससे यह पता चलता है कि उन्हें तथ्यो एवंं दस्तावेजों तथा नियमों की सही जानकारी नहीं है । बिना पर्याप्त सूचना के एवं जानकारी के कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा माननीय उच्च न्यायालय के आदेश को सही से न जानकर डाइट प्राचार्य श्री मंगलानी के विरुद्ध अनर्गल बातें फैलाई है जो तथ्यपरक नहीं है।
किस नियम के तहत प्राचार्य को नहीं दे रहे वित्तीय अधिकार
श्री मंगलानी के पुनः प्राचार्य के प्रभार में आ जाने के बाद भी जिला कोषालय अधिकारी द्वारा आहरण संवितरण रोक कर रखा हुआ है जबकि प्रभारी प्राचार्य को कार्यालय प्रमुख होने के नाते आहरण संवितरण अधिकार प्राप्त हैं जिसका एक कारण शायद कोषालय अधिकारी का वित्तीय नियमों की जानकारी जिला प्रशासन को सही ढंग से न देना होना लगता है भी हो इन सब का खामियाजा डाइट संस्थान में पदस्थ कर्मचारियों के साथ साथ ही दो अन्य विद्यालयों व प्रौढ़ शिक्षा केंद्र के कर्मचारियों को भुगतना पड़ रहा है ।
परेशान हो रहे कर्मचारी
लगातार तीन महीनो से वेतन न मिलने से डाइट के कर्मचारी की आर्थिक स्थिति बेहद ख़राब हो गई है ।विभागीय उठापटक और नियम विरुद्ध कार्रवाई से सबसे ज्यादा परेशान इन कर्मचारियों को रही है । इनकी परेशानी देखने कोई वरिष्ठ अधिकारी नहीं आ रहा है और नियमानुसार कार्रवाई करने से कोषालय क्यों पीछे हो रहा है यह जाँच का विषय है ।