डेढ़ साल की मासूम तड़पती रही , इलाज के अभाव में तोड़ा दम
शशिकांत कुशवाहा
सिंगरौली । मध्यप्रदेश सरकार को व्यापारिक नगरी इंदौर के बाद सबसे रेवेन्यू देने वाली उर्जाधानी सिंगरौली में डेढ़ साल की मासूम बच्ची ने इलाज के आभाव में दम तोड़ दिया ।मानवता को शर्मसार करने की इस घटनाक्रम को देख कर प्रत्यक्ष दर्शियों ने जहाँ मासूम बच्ची की मौत से दुःखी थे वहीं दूसरी तरफ इस घटनाक्रम को लेकर नाराजगी जाहिर की है । सरकारी तंत्र के चक्कर में फसे मां बाप की लाचारी को देख , हर किसी ने जताया आक्रोश.
क्या है मामला
संबंधित घटना क्रम की अगर बात की जाए तो मिली जानकारी के अनुसार मध्यप्रदेश सीमा से लगे उत्तर प्रदेश राज्य के जिला सोनभद्र के रहने वाले दंपत्ति अपने बच्चे के इलाज के लिए सिंगरौली जिले के सरकारी जिला अस्पताल कम ट्रामा सेंटर आये , जहाँ मासूम बच्ची को अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया ।3 घन्टे के बाद बच्ची के शरीर में हरकत न देख वार्ड नर्स ने चिकित्सक से सम्पर्क साधा , और जाँच करने पहुंचे चिकित्सक ने जाँच उपरांत मृत घोषित कर दिया ।
शिशु रोग विशेषज्ञ नही पहुंचे अस्पताल
मृतक बच्ची फिरदौश खान ने दम इसलिए भी तोड़ दिया कि समय रहते उचित इलाज नहीं मिल सका । परिजनों ने बताया कि शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ ए पी पटेल की घर के द्वार पर मिलने का प्रयास किया गया एवम लगातार डॉक्टर साहब को फोन करते रहे पर डॉक्टर की तरफ से न तो घर पर बच्चे को देखा गया और न तो फोन उठाया गया । आपातकाल ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर ने भी बच्ची की गंभीर हालत होते हुए भी विशेषज्ञ को नहीं बुलाया गया ।
3 दिन के बुखार में गई जान
पीड़ित परिवार के लोगों ने बताया कि बच्ची को 3 दिन पहले से बुखार आ रहा था नस का इलाज जारी था एवं जिला चिकित्सालय जब लाया गया था बच्चे को सांस लेने में कठिनाई हो रही थी अतिथियों को बिगड़ता देख चिकित्सक से हाथ जोड़कर इलाज करने की बात कही जिस पर चिकित्सक के द्वारा बच्ची को देखकर अस्पताल में भर्ती कर लिया गया परंतु सही ढंग से देख रेख एवं समुचित इलाज ना होने के कारण बच्ची की मृत्यु हुई ऐसा परिजनों का आरोप है।