कोरोना महामारी की रोकथाम के लिए कंपनी ने चलाई मुहिम

शशिकांत कुशवाहा
उर्जांचल। कोरोना महामारी के आंकड़े पूरे देश में बहुत तेजी से बढ़ रहे हैं वही सिंगरौली-सोनभद्र जिला भी इससे अछूता नहीं रह गया है। आए दिन हो रहे कोरोना विस्फोट से औद्योगिक इकाइयों व कोयला खदानों पर संकट मंडराने लगा है। महामारी की रोकथाम व संक्रमण के प्रसार को रोकने हेतु वीपीआर आउटसोर्सिंग कंपनी ने अपने प्रयास तेज कर दिए हैं। कोरोना महामारी के खिलाफ वीपीआर ने प्रयास किए तेज और समय समय पर कार्यस्थल का किया जाता है सैनिटाईजेशन।
गाइडलाइन का पूर्णतया पालन
एनसीएल दुद्धीचुआ परियोजना में कार्यरत वीपीआर आउटसोर्सिंग कंपनी द्वारा सोशल डिस्टेंसिंग व कोरोना गाइडलाइन का पूर्णतया पालन किया जा रहा है। श्रमिकों को कार्य स्थल तक ले जाने के लिए उचित सामाजिक दूरी का पालन करते हुए एक सीट पर एक श्रमिक को बैठने की अनुमति दी गई है। वहीं बस में चढ़ने से पुर्व सभी श्रमिकों का तापमान चेक किया जाता है। हर एक शिफ्ट के बाद बस को सैनीटाइज करने के उपरांत ही दूसरी शिफ्ट में श्रमिकों को लाने ले जाने के कार्य किया जाता है।
प्रबंधन ने सोसल डिस्टेंसिंग के मद्देनजर बनाये गोले
श्रमिकों को ड्यूटी पर तैनाती से पूर्व हाजिरी लगाने के लिए सामाजिक दूरी का पालन कराने हेतु वीपीआर प्रबंधन ने गोले बनाए हुए हैं जिसमें श्रमिक उचित दूरी पर एक दूसरे से खड़े होकर हाजिरी लगाते हैं। कार्यस्थल पर हर शिफ्ट के उपरांत सैनीटाइज कराया जाता है और स्कैनिया को भी पूर्ण रूप से सैनिटाइज करने के उपरांत ही दूसरे ड्राइवर को ड्यूटी की तैनाती दी जाती है। कोरोना महामारी के दौर में श्रमिकों के बचाव के लिए वीपीआर ओवरबर्डन कंपनी का प्रयास सराहनीय है। उच्च अधिकारियों द्वारा समय-समय पर समूचे कार्य का निरीक्षण किया जाता है। बरहाल सिंगरौली जिले में कोरोनावायरस मामलों में यह आंकड़ा 300 के पार पहुंच गया है एवं बैढ़न कोतवाली के अंदर कोरोना वायरस ने फिर से दस्तक दी है ।