जिले में मनरेगा योजना अंतर्गत संचालित 2685 कार्यो में से 164 कार्य पूर्ण
राकेश सिंह
उमरिया । परियोजना अधिकारी मनरेगा जिला पंचायत उमरिया से प्राप्त जानकारी के अनुसार जिले में मनरेगा योजना अंतर्गत पुराने तथा नये कार्यो को मिलाकर स्वीकृत कार्यो की संख्या 2685 है। जिनकी लागत 44 करोड 44 लाख 93 हजार रू0 है। इन कार्यो में 164 कार्य पूर्ण किए जा चुके है। जिनकी लागत 4 करोड 37 लाख 43 हजार रूपये है।
उन्होने बताया कि जिले में मनरेगा योजना के तहत रेल्वे से संबंधित 15 कार्य स्वीकृत किए गए थे, जिनकी लागत 76 लाख 5 हजार रू0 है। सामुदायिक गौशाला निर्माण के तहत वर्ष 2019- 20 में 4 कार्य 107 लाख रूपये की लागत से स्वीकृत किए गए है, जिनका कार्य प्रगति पर है। ग्राम से ग्राम जोडने हेतु सुदूर ग्राम संपर्क सडक योजना के तहत 89 कार्य 1030 लाख रूपये की लागत से स्वीकृत किए गए है जिनमें से 16 कार्य 126.56 लाख पूर्ण किए जा चुके है। जिले में 4955 लाख रूपये की लागत से 554 नवीन तालाब निर्माण स्वीकृत किए गए है जिनमे से 110 तालाबों का निर्माण पूरा कर लिया गया है। तालाब मरम्मत एवं जीर्णोद्धार के तहत 113 कार्य 527 लाख रूपये की लागत से स्वीकृत किए गए थे, जिनमें से 46 कार्य लागत 184.75 लाख रूपये पूर्ण कर लिए गए है। खेत तालाब निर्माण के तहत 433 कार्य लागत 690 लाख स्वीकृत किए गए थे, जिनमें से 223 कार्य लागत 315 लाख रूपये पूर्ण कर लिया गया है।
इसी तरह 1012 कपिलधारा कूप लागत 2045.87 लाख रूपये से स्वीकृत किए गए थे, जिनमें से 349 पूर्ण लागत 673.43 लाख रूपये से पूर्ण किए गए है। सार्वजनिक पेयजल पूर्ति हेतु 31 निर्मम कूप लागत 77.95 लाख रूपये से स्वीकृत किए गए थे, जिनमें से 3 कूप पूर्ण कर लिए गए है जिनकी लागत 5.94 लाख रूपये है। सामुदायिक टांका निर्माण के तहत 2 कार्य स्वीकृत किए गए थे, जिनकी लागत 8.16 लाख रूपये है। नदी पुर्नजीवन कार्य के तहत 571 कार्य लागत 2347 लाख रूपये स्वीकृत किए गए थे, जिनमें से 70 कार्य लागत 146 लाख रूपये पूर्ण किए गए। कंटूर ट्रंच निर्माण के तहत चार कार्य लागत 19.48 लाख रूपये स्वीकृत किए गए । मेढ़ बंधान के तहत 1581 कार्य लागत 584 लाख रूपये स्वीकृत किए गए थे, जिनमें से 823 कार्य लागत 301.66 लाख रूपये पूर्ण कर लिए गए है।
कैटल शेड निर्माण के तहत जिनमें 5 मवेशी या पांच से अधिक 10 मवेशी तक रह सकते है के 31 कार्य 30.11 लाख रूपये की लागत से स्वीकृत किए गए। जिले में 6 पंचायत भवन निर्माण कार्य 34.89 लाख रूपये की लागत सें स्वीकृत किए गए है। 17 आंगनबाडी भवन 41.61 लाख रूपये की लागत से स्वीकृत किए गए है। शासकीय स्कूलों में 7 विद्यालयों मे ंबाउण्ड्रीवाल निर्माण का कार्य 70 लाख रूपये की लागत से स्वीकृत किए गए थे, जिनमें से 5 कार्य पूर्ण हो चुके है। जिनकी लागत 45 लाख रूपये है। 53 खेल मैदान 179.02 लाख रूपये की लागत से स्वीकृत किए गए थे, जिनमें से 12 कार्य 39.03 लाख रूपये की लागत से पूरे किए गए है। शांति धाम निर्माण के 98 कार्य स्वीकृत किए गए थे , जिनकी लागत 198.19 लाख रूपये है , मेसे 35 कार्य पूर्ण किए जा चुके है जिनकी लागत 68.25 लाख रूपये है। किचन शेड कम डायनिंग हाल के 30 कार्य स्वीकृत किए गए थे, जिनकी लागत 67.80 लाख रू0 है में से 22 कार्य पूर्ण किए गए है जिनकी लागत 48.20 लाख रूपये है। सामुदायिक वृक्षारोपण एवं हितग्राही मूलक वृक्षारोपण कार्य के 763 कार्य स्वीकृत हुए थे जिनकी लागत 2623.54 लाख रू0 है मे से 14 कार्य 46.28 लाख रू0 से पूरे किए जा चुके है।
नर्सरी निर्माण के 2 कार्य 100.74 लाख रूपये से स्वीकृत किए गए । वाटर कोर्स फिल्ड चयन निर्माण के तहत 2 लाख रूपये से दो कार्य स्वीकृत किए गए है । सिंचाई नहरो की मरम्मत के 33 कार्य 87.15 लाख रूपये की लागत से स्वीकृत किए गए थे, जिनमें से 5 कार्य 26 लाख रूपये की लागत से पूरे किए गए है। नाडेप वर्मी कम्पोस्ट निर्माण का एक कार्य 20 हजार रू0 की लागत से स्वीकृत किए गए। रिचार्ज पिट तथा सोख्ता पिट निर्माण के 1523 कार्य लागत 226 लाख रू. से स्वीकृत किए गए थे जिनमें से 45 कार्य चार लाख 90 हजार रूपये की लागत से पूरे किए जा चुके है। जिले में मनरेगा योजना के तहत रेल्वे से संबंधित 15 कार्य 76 लाख 5 हजार रू0 की लागत से स्वीकृत किए गए, जो प्रगति पर है।