हेल्थ एवं वेलनेस सेन्टर को विकसित करने दान-दाताओं का ले सकेंगे सहयोग
राकेश सिंह
बालाघाट । आयुष राज्य मंत्री श्री रामकिशोर कावरे ने कहा है कि “होम्योपैथी और यूनानी विधाओं के जरिये रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने” विषय पर जल्द ही वेबिनार आयोजित किया जाये। उन्होंने कहा है कि आयुर्वेद की तरह होम्योपैथी और यूनानी पद्धति को अपनाने एवं उसे बढ़ावा देने की दिशा में प्रयास किये जायेंगे। श्री कावरे सोमवार को मंत्रालय से वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये सभी आयुष अधिकारियों के साथ चर्चा कर रहे थे।
राज्य मंत्री श्री कावरे ने कहा कि आयुष स्वास्थ्य एवं कल्याण केन्द्र (हेल्थ एण्ड वेलनेस सेन्टर- एच.डब्ल्यू.सी.)विकसित करने के लिये गाइड-लाइन तैयार की गई है। गाइड-लाइन में दिये दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए सुव्यवस्थित एवं सुसज्जित केन्द्र विकसित किया जाये। उन्होंने कहा कि ग्राम पंचायत के लोगों को औषधालय के विकास के लिये प्रेरित किया जाये, स्थानीय लोग स्वैच्छा से अपने या अपने परिवार के सदस्य या उनके पूर्वजों के नाम पर बाउण्ड्री-वॉल आदि के निर्माण करा सकते हैं।
श्री कावरे ने उपयुक्त स्थान चुनकर योग के लिये व्यवस्था करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि औषधालय क्षेत्र के लिये स्थानीय योग प्रशिक्षक की जानकारी सभी जिला अधिकारी संचालनालय को भेजें। हर्बल गार्डन की स्थापना के लिये पौधे की नाम-पट्टिका सहित स्थानीय भाषा में प्रदर्शन किया जाये। औषधीय पौधे घर पर भी लगाकर लोगों और मेहमानों को उसकी विशेषताओं से अवगत करवायें। उन्होंने कहा कि प्रतीक्षा-कक्ष में भी इन औषधीय पौधों की जानकारी दीवार-पेंटिंग आदि से दी जाये, जिससे ग्रामीण औषधीय पौधों की जानकारी के साथ उसकी उपयोगिता भी जान सकें।
राज्य मंत्री ने कहा कि कोरोना महामारी में आयुष विभाग ने ईमानदारी से काम कर अपनी एक अलग पहचान बनाई है। लोग आयुर्वेद के लाभ से परिचित होकर उसे अपनाने लगे हैं। श्री कावरे ने आयुष चिकित्सकों को पंचकर्म करने के लिये प्रेरित किया।
श्री कावरे ने कहा कि अपने अधीनस्थ जिलों का दौरा करें। जहाँ आवश्यक सुधार की गुंजाइश हो, वहाँ अपेक्षित सुधार किया जाये। आयुष के क्षेत्र में काम करने वाले लोगों को श्रेणीवार सूचीबद्ध किया जाये। किसी विशेष बीमारी के लिये विशेषज्ञता हासिल व्यक्तियों की भी सूची तैयार की जाये।