चिकित्सक अपने कर्तव्यों का निर्वहन ईमानदारी और निष्ठा के साथ करें- कमिश्नर

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राकेश सिंह
शहडोल । कमिश्नर शहडोल संभाग श्री नरेश पाल ने शहडोल संभाग के सभी चिकित्सकों से अपने कर्तव्यों का निर्वहन ईमानदारी  और निष्ठा के साथ करने के निर्देश दिये है। कमिश्नर ने कहा है कि सभी चिकित्सक मरीजों के साथ बेहतर से बेहतर संवाद कायम करें तथा मरीजों और उनके परिजनों के साथ आदर्ष व्यवहार करें। कमिश्नर ने कहा है कि कोरोना काल में चिकित्सकों के ऊपर एक बड़ी जिम्मेदारी और चुनौती है। इस जिम्मेदारी का निर्वहन चिकित्सक अपने चिकित्सकीय दायित्वों का निर्वहन निष्ठापूर्वक कर करे तथा कोरेाना की चुनौती को स्वीकार करते हुए कोरोना की बीमारी को परास्त करने के लिये सतत प्रयास करें। कमिश्नर ने कहा कि चिकित्सकों की टीम भावना और कार्य के प्रति समर्पण भावना, कोरोना एवं अन्य बीमारियों से पीडि़त मरीजों के उपचार में सहयोग करेगी। कमिश्नर  शहडोल संभाग श्री नरेष पाल ने बुधवार को मेडिकल कॉलेज शहडोल में चिकित्सकों को सम्बोधित कर रहे थें।

कमिश्नर ने कहा कि कोरोना काल में सभी चिकित्सकों का आचरण उच्च स्तर का होना चाहिए तथा मरीजो का उपचार चिकित्सकों द्वारा संवेदनशीलता के साथ किया जाना चाहिए। कमिश्नर ने चिकित्सकों को सम्बोधित करते हुए कहा कि संभाग में अन्य स्थानों पर कोरोना से संबंधित अपेक्षित स्वास्थ्य सुविधाओं का अभाव है और भविष्य में कोरोना के मरीजों की संख्या में तेजी से बढ़ोतरी अपेक्षित है। अतः यह संस्थान ना केवल अपने मरीजों के लिए बल्कि कोरोना के संक्रमण की स्थिति में चिकित्सकों और चिकित्सकों के परिजनों के इलाज के लिए भी अत्यंत महत्वपूर्ण है। संभव है कि आवश्यकता पड़ने पर इलाज के लिए अन्य बड़े शहरों के अस्पतालों की सुविधा ना मिल पाए क्योंकि वहां पहले से ही मरीजों की अधिकता है और संभव है कि आगे भी रहेगी।  कमिश्नर ने कहा  है कि यह नया मेडिकल कॉलेज है, जिसमें सीनियर एवं अनुभवी फैकेल्टी मेंबर्स का अभाव है, अतः आप सभी को एक दूसरे से सीखते हुए अनुशासित ढंग से मरीजों का उचित इलाज करना है। यद्यपि मेडिकल कॉलेज के सामने कई चुनौतियां हैं, फिर भी आपने कुछ मुश्किल कार्यों को भी सफलतापूर्वक किया है, जिसके लिए आप सभी बधाई के पात्र हैं।

कमिश्नर ने कहा कि मेडिकल कालेज में कोरोना से संबंधित आवश्यक एवं उचित स्वास्थ्य व्यवस्था के लिए जिला प्रशासन कॉलेज को, समय-समय पर आवश्यक उपकरण सामग्री मानव संसाधन उपलब्ध कराता रहा है, जैसे कि ऑक्सीजन की व्यवस्था, बेड की व्यवस्था, डाटा एंट्री ऑपरेटर लैब टेक्नीशियन इत्यादि की व्यवस्था की जा चुकी है और अतिरिक्त डाटा इंट्री आपरेटर, रेडियोग्राफर्स एवं काउंसलर की व्यवस्था एक-दो दिनों के भीतर की जा रही है।  कमिश्नर ने कहा है कि कॉलेज के प्रोटोकाल का यथासंभव पालन करें इसी परिपेक्ष्य में अस्पताल के बाहर आंगतुक मरीज एवं उसके परिजनों के लिए 24ग7 हेल्प डेस्क बनाया जा रहा है, जिसका उद्देश्य मरीज एवं परिजनों की परेशानियों को समझकर यथासंभव उसका निराकरण किया जा सके। इसके साथ ही यह अस्पताल एवं मरीज के परिजनों के बीच संवाद स्थापित करेगा जिससे मरीज की वस्तु स्थिति समय-समय पर उसके परिजनों को ज्ञात होती रहे। इसके लिए प्रशासन की तरफ से विभिन्न विभागों में पदस्थ काउंसलर उपलब्ध कराए जा रहे हैं। कमिश्नर ने कहा कि नई गाइडलाइन के अनुसार कोरोना के इलाज हेतु भर्ती मरीजों को अब सात दिवस में ही डिस्चार्ज किया जा सकेगा। किंतु इस संबंध में शासन की गाइडलाइन अभी प्राप्त नहीं हुई है गाइडलाइन प्राप्त होते ही आप सभी को सूचित किया जावेगा। इस अवसर पर डीन मेडिकल कॉलेज डॉ0 मिलिंद शिरालकर, डॉ. प्राणदा, डॉ. नागेष ने भी चिकित्सकों को सम्बोधित किया।

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