तकनीक से बढ़ सकती है किसान की आय
आशा संस्था ने एचडीएफसी बैंक परिवर्तन परियोजना के सहयोग
से मनाया किसान दिवस
शहडोल। संभागीय मुख्यालय से 20 किलोमीटर दूर गांव भमरहा ग्राम पंचायत परिसर में आशा संस्था द्वारा किसान दिवस मनाया गया। जिसमें मुख्य अतिथि के रुप में गीता कोल जिला पंचायत सदस्य विशिष्ट अतिथि डॉ. पी. एन. त्रिपाठी कृषि वैज्ञानिक ,श्रीमती अल्पना शर्मा कृषि वैज्ञानिक, महेंद्र सिंह बास्कर आजीविका मिशन जिला प्रबंधक कृषि , आर सी मांझी आरईएओ, परमा यादव वरिष्ठ किसान, श्रीमती उरमिला सिंह बीओडी, श्रीमती पुष्पलता सिंह बीओडी बिरसिंहपुर फार्मर प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड के उपस्थिति में अतिथियों के द्वारा सरस्वती माँ की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित कर व पुष्प अर्पित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। कार्यक्रम में सर्वप्रथम नर्मदा स्व सहायता समूह पतखई के सदस्यों द्वारा स्वागत गीत प्रस्तुत किया गया । स्वागत उद्बोधन व प्रतिवेदन रज्जन प्रसाद पटेल द्वारा किया गया । समस्त अतिथियों का पुष्प व माला पहनाकर स्वागत किया गया । कार्यक्रम में जिले के 2 किसानों श्रीमती मुन्नी सिंह गोड़ व परमा यादव का पुष्प माला व श्रीफल से सम्मान किया गया।
कृषि प्रधान देश
कार्यक्रम में जैविक खेती को प्रोत्साहित करने के लिए जैविक झांकियों के माध्यम से जनमानस को संदेश दिया गया कि अधिक से अधिक किसान उपयोग खेती की लागत मे कमी व लाभ का धंधा बनाएं । संस्था द्वारा चयनित 30 ग्रामों में एचडीएफसी की एचआरडीपी परियोजना अंतर्गत संचालित गतिविधियों पर डालते हुए विनय दास ने बताया के जुड़ कर अपनी आय कैसे दोगुनी करें साथ ही फार्मर प्रोडयुसर कंपनी के बारे में विस्तार से चर्चा की गई। संबोधित करते हुए डॉ.पी.एन.त्रिपाठी ने बताया की हमारा देश के कृषि प्रधान देश है, हमको अपनी आजीविका को बेहतर बनाने के लिए जो आधुनिक तकनीकों के माध्यम से खेती करके अपनी आय बढ़ा सकते हैं ।कृषि संबंधित नई नई तकनीक पर भी चर्चा की ।
अजीविका को बनाये बेहतर
डॉ. अल्पना शर्मा ने संबोधित करते हुये देसी नुक्से अजोला से लाभ , मुनगा की पत्ती, जैविक खाद पर किसानों को उपयोग व उससे होने वाले लाभ के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी देते हुये उसका अमल कर अपनी आजीविका से जोडऩे की पहल की गई । आजीविका मिशन डीएम महेंद्र बस्कर ने बताया कि स्वयं सहायता अपनी बचत करते हुए समूह को कृषि से जोड़ा जाए और उससे आजीविका को बेहतर बनाया जाए ।
जैविक खाद का करें उपयोग
कार्यक्रम को संबोधित करते मुख्य अतिथि श्रीमती गीता कॉल ने कहा कि किसान दिवस में हम सबको रासायनिक खाद का त्याग करते हुए जैविक खाद बनाए और उसका खेती में उपयोग करें। कार्यक्रम का संचालन अनिल साहू ने किया व आभार प्रदर्शन भैया सिंह झारे के द्वारा हुआ। सफल बनाने में प्रमुख रूप से अविनाश उइके, प्रकाश मिश्रा ,वृनदावन अहिरवार ,रूही बेगम ,सचिन बैगा, श्याम जायसवाल ,भगतराम कोल सहित 150 महिला किसान एवं 100 पुरुष किसान शामिल हुये।