सार्वजनिक जीवन में हर व्यक्ति को निभाना चाहिए भागीदारी

शहडोल। ईमानदारी और कड़ी मेहनत के साथ हर व्यक्ति को सार्वजनिक जीवन में भागीदारी निभाना चाहिए, ताकि समाज को गति मिले। यह विचार हैं रोटेरियन राजकुमार खरया के। व्यवसाय के साथ-साथ सामाजिक भागीदारी निभा रहे श्री खरया वर्तमान में भले ही भारतीय जनता पार्टी से जुड़े हुए हैं, परंतु पूर्व में युवा जनता दल के जिलाध्यक्ष रहते हुए क्षेत्रीय आदिवासी विकास संघर्ष समिति के बैनर से ग्रामीण अंचल के विकास के लिये उन्होंने संघर्ष किया, जिसमें ङ्क्षजले के लगभग 05 हजार आदिवासी जुड़कर और आंदोलन करके छोटे-छोटे नदी-नालों को बंधाने का काम किया, ताकि सिंचाई का रकवा एवं भू-जल स्तर बढ़े।
70 लोगों के जीवन का सहारा
07 अगस्त 1960 में डिण्डौरी जिले के एक छोटे से गांव सरईटोला में जन्में राजकुमार खरया ने शहडोल में बीकॉम,एमए, एलएलबी तक की शिक्षा ग्रहण की। उन्होंने शहडोल में पशु आहार का व्यापार वर्ष 1989 में प्रारंभ किया, इसके बाद वर्ष 1998 में स्वराज टै्रक्टर की एजेंसी ली, टै्रक्टर का व्यवसाय शहडोल, उमरिया, अनूपपुर, डिण्डौरी एवं मंडला तक फैल गया। बाद में उमरिया एवं मंडला में टै्रक्टर की एजेंसी बंद हो गई। वर्ष 2012 में होण्डा बाइक व स्कूटर का शोरुम शहडोल में खुला, इससे पहले 2004 में कायनेटिक मोटर साइकिल, स्कूटर की एजेंसी एवं वर्ष 2006-07 में हिन्दुस्तान मोटर्स की कार विक्रय का काम शुरु किया। दो-तीन साल बाद हिन्दुस्तान मोटर्स कम्पनी बंद हो गई फिर भी वर्तमान में जो व्यवसाय चल रहा है, उसमें लगभग 70 लोगों को नौकरी मिली हुई है, जिनके परिवार का सहारा श्री खरया बने हुए हैं।
राजनीति एवं खेती में रुचि
भारतीय जनता पार्टी व्यापारी प्रकोष्ठ के जिला संयोजक एवं भाजपा नगर अध्यक्ष रह चुके श्री खरया वर्तमान में भाजपा के जिला कोषाध्यक्ष एवं व्यापारी प्रकोष्ठ के प्रदेश कार्यसमिति सदस्य हैं। आप व्यवसाय व समाज सेवा के साथ राजनीति एवं कृषि कार्य में भी रुचि रखते हैं। सहज-सरल स्वभाव के धनी राजकुमार खरया मंडला जिले के ग्राम सरईटोला एवं शहडोल जिले के ग्राम पोंगरी में खेती भी कराते हैं। श्री खरया की धर्मपत्नी श्रीमती आशा खरया, आशा मार्केटिंग नामक प्रतिष्ठान एमएलबी स्कूल के सामने संचालित करते कपड़ों का व्यवसाय करती हैं। इनके पिता स्व. रामेश्वर प्रसाद खरया भी खेती एवं व्यवसाय करते थे, केशु मेडिकोज नामक प्रतिष्ठान इनका परिवारिक व्यवसाय था। इसके परिवार का प्रत्येक सदस्य गरीबों एवं असहायों की मद्द करने में सदैव तत्पर रहता है।