कोविड वैक्सीनेशन का किया गया पूर्वाभ्यास

प्रथम चरण में 26 लोगों को लगाई जायेगी वैक्सीन
भारत सरकार की गाइड लाइन का अक्षरश: पालन करने
कलेक्टर ने दिये निर्देश
उमरिया। भारत सरकार द्वारा कोविड महामारी से बचाव के लिए कोविड वैक्सीनेशन की मंजूरी मिलने के बाद जिला चिकित्सालय में संजीव श्रीवास्तव की उपस्थिति में ड्राई रन का कार्यक्रम आयोजित किया गया। कलेक्टर ने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को निर्देशित किया कि कोविड वैक्सीनेशन के लिए भारत सरकार द्वारा जारी गाईड लाईन का अक्षरश: पालन सुनिश्चित किया जाये, इसके लिए सभी आवश्यक व्यवस्थाएं पूर्व से सुनिश्चित की जाए। जिला चिकित्सालय में आज शुक्रवार को 26 लोगों के वैक्सीनेशन का ड्राय रन किया गया।
2770 हेल्थ वर्करों का होगा वैक्सीनेशन
अनिल सिंह ने बताया कि प्रथम चरण में 2770 हेल्थ वर्करों का वैक्सीनेशन किया जाएगा, जिसके लिए जनपद स्तर पर प्रशिक्षण दिया जा रहा है। वैक्सीनेंशन के लिए जिले को 15 सेक्टर तथा 123 सब सेंटर में बांटा गया है। 14 फोकल प्वाइंट का निर्धारण इस तरह से किया गया है कि कोड चयन स्टोर स्थल पर तापमान मेनटेन रखा जा सके। बैकअप के लिए जनरेटर की व्यवस्था की गई है। 300 वैक्सीनेंटर इस कार्य को अंजाम देंगे। दवा को रखने के लिए फ्रीजर से आईएलआर बाक्स की भी व्यवस्था की गई है। यह दवा केवल 2 से चार डिग्री सेट्रीग्रेड में रखी जा सकेगी।
पहचान के बाद होगा परीक्षण
वैक्सीन किसी अपात्र व्यक्ति को नहीं लगे इसके लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा तैयारी की गई है। सूचीबद्ध व्यक्ति को वैक्सीन लगने के पहले मोबाइल संदेश आएगा फिर सेंटर में पहुंचते ही उसकी पहचान की जाएगी। पहचान पुख्ता करने के बाद स्वास्थ्य परीक्षण किया जाएगा। काउंसलर द्वारा दवा के बारे के बारे में जानकारी दी जाएगी। सभी शंका का समाधान करने के बाद एक अलग कक्ष में इंजेक्शन की व्यवस्था रहेगी।
28 दिन बाद दी जायेगी अगली डोज
वैक्सीन लगने के बाद एक घंटे तक वहीं रहना पड़ेगा। जिसका वैक्सीनेशन किया गया है उसे नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र का नंबर देकर घर रवाना किया जाएगा। वैक्सीन की अगली डोज 28 दिन बाद दी जाएगी। यह कार्य एएनएम एवं स्टाफ व नर्स द्वारा किया जाना है। वैक्सीनेशन कार्यक्रम की तैयारी निर्वाचन की भांति माइक्रो प्लान तैयार कर की जा रही है। एक बूथ पर पांच लोगो की ड्यूटी लगाई गई है।
ये रहे मौजूद
इस अवसर पर मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत अंशुल गुप्ता, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. राजेश श्रीवास्तव, जिला टीकाकरण अधिकारी श्री शाक्य, नोडल अधिकारी अनिल सिंह, रोहित सिंह, जिला चिकित्सालय का स्टाफ तथा आशा कार्यकर्ता उपस्थित रहीं।