खुद के बिछाये जाल में फंसे शिकारी, पहले अस्पताल अब जाएंगे जेल

शहडोल। जंगली जानवर के शिकार के लिए लगाए गए फंदे में दौड़ रहे करंट की चपेट में आने से एक ग्रामीण की मौके पर मौत हो गई। मौत के बाद अपना जुर्म छिपाने के लिए शिकारियों ने घटना स्थल से 2 किलोमीटर की दूरी पर मृतक की कब्र बना दफना दिया। शिकार के लिए करंट लगाने के दौरान एक शिकारी करंट की चपेट में आने से झुलस गया जिसे, अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां इस से इस घटना का राज खुला। बहरहाल कोतवाली पुलिस ने संभावित आरोपियों को पकड़ लिया और उनसे पूछतांछ के साथ सुराग तलासे जा रहे हैं।
जब शाम तक राकेश अपने घर नहीं पहुंचा तो परिजनों ने राकेश के लापता की सूचना कोतवाली में दी, और पुलिस ने पड़ताल में पाया कि एक व्यक्ति करंट की लगने से जिला अस्पताल में उपचारार्थ है। पुलिस की पूछतांछ में यह तथ्य सामने आए कि जंगली जानवरों के शिकार के लिए लगाए गए करंट युक्त जाल में फंसने से राकेश बैगा की मौत हुई थी, जिसे छिपाने के लिए राकेश का शव दफन कर दिया था, पुलिस ने इस मामले में कई लोगों को हिरासत में लिया और पूछतांछ कर मामले की पड़ताल में लगी, पुलिस जल्द ही उन चेहरे को सामने लाएगी जिन्होंने इस घटना के बाद उसमें पर्दा डालने का प्रयास किया था।
गौरैया के समीप आज से 4 दिन पहले कुछ शिकारी जंगली जानवरों के शिकार के लिए करंट लगाकर एक जाल बिछाया था, इसी दौरान बाजार कर अपने घर जा रहे ग्रामीण राकेश बैगा उसी करेंट युक्त जाल की चपेट में आ गया, जिससे राकेश की मौके पर ही मौत हो गई । वहां मौजूद शिकारियों ने इस घटना में पर्दा डालने व अपने गुनाह को छिपाने के लिए राकेश का शव घटना स्थल से महज दो किलो मीटर दूर स्थित कोल्हुआ नाला के समीप जमीन में दफना दिया, लेकिन वो कहावत है न कि गुनाह छिपाए नही छिपता ऐसा ही कुछ उन शिकारियों के साथ भी हुआ इस घटना के पहले ही शिकारियों द्वारा शिकार क्व लिए लगाए जा रहे करेंट वाले जाल में उन्हीं शिकारियों में से एक साथी प्रेम लाल करेंट की चपेट में आने से झुलस गया था, जिसे उपचार के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था, वहीं से उनके गुनाह के साक्ष्य पुलिस के हाथ लगे।