रीठी जनपद कार्यालय में प्रशासनिक सर्जरी का अभाव , अंगद की तरह एक ही स्थान पर वर्षों से जमे हैं कर्मचारी, बिना चढ़ोत्तरी नहीं होते कोई काम, जनपद पंचायत व सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का मामला, तबादलों की बढी मांग
रीठी जनपद कार्यालय में प्रशासनिक सर्जरी का अभाव , अंगद की तरह एक ही स्थान पर वर्षों से जमे हैं कर्मचारी, बिना चढ़ोत्तरी नहीं होते कोई काम, जनपद पंचायत व सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का मामला, तबादलों की बढी मांग
रीठी/कटनी।।कटनी जिले की रीठी जनपद पंचायत व सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में कई वर्षों से एक ही स्थान पर जमकर बैठे कर्मचारी इतने निरंकुश हो चुके हैं कि हितग्राहीयों को शासन द्वारा लागू जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ मिलने में काफी मशक्कत करनी पड़ रही है। स्थिति यह है कि कार्यालय में बगैर चढ़ोत्तरी चढाये कोई कार्य नहीं होता। वर्षों से जमे इन कलयुगी अंगदों को हटाने की जा रही मांग पर अनसुनी हो रही है। जबकि ये वायरस शासन के पूरे सिस्टम को खोखला करने में लगे हुए हैं। ग्रामीणो की मानें तो रीठी जनपद कार्यालय में कई वर्षों से प्रशासनिक सर्जरी के अभाव में कई कर्मचारी अपने पदों पर जमें रहकर भारी भ्रष्टाचार कर रहे हैं। कुछ यही स्थिति सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के भी हैं यहां भी वर्षो से जमें कर्मचारी मनमानी पर उतारू हैं। भ्रष्ट कर्मचारीयो की मनमानी के चलते स्थिति यह हो गई है कि ग्रामीणों को शासकीय योजनाओं का लाभ पाने पसीना छूट रहा है। देखा गया कि जनपद पंचायत के माध्यम से हितग्राही मूलक योजनाओ लोगो को लाभ नही मिल पा रहा है। जनपद पंचायत में भ्रष्टाचार का दीमक इतने अंदर तक पैबस्त हो गया है कि कार्यालय में कोई भी कार्य बिना भैंट चढाये नही हो पा रहे हैं।
हर योजना में भ्रष्टाचार
जनपद पंचायत कार्यालय रीठी में सरकारी योजनाओ मे किए गए भ्रष्टाचार की लंबी फेहरिस्त है। चाहे वह मनरेगा हो, वृक्षारोपण हो, आवास योजना हो, श्रम कार्ड हो या अन्य निर्माण कार्य सभी मे भारी गोलमाल है। लेकिन अफसोस की बात तो यह है कि लगातार शिकायतों के बाद भी जिम्मेदार अधिकारीयो ने ना तो निरीक्षण किया और न ही जांच करना मुनासिब समझा। ग्रामीणो ने रीठी के जनपद पंचायत कार्यालय व सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में विगत पांच वर्ष के पूर्व से जमें सभी कर्मचारीयो को हटाने की मांग जिला कलेक्टर से की है। ताकि अंतिम छोर के व्यक्ति तक शासन की योजना पहुंच सके और लोगो को लाभ हो।