गलत एमआईएस एन्ट्री पर रीठी एवं विजयराघवगढ़ के सीडीपीओ को शोकॉज
गलत एमआईएस एन्ट्री पर रीठी एवं विजयराघवगढ़ के सीडीपीओ को शोकॉज
कटनी ॥ आंगनबाड़ी केन्द्र समय पर खुलें। पोषण अभियान का वर्किंग प्लान हो। संचालित आंगनबाड़ी केन्द्रों में आने वाले बच्चों की प्रॉपर देखभाल हो और उनकी प्री-स्कूलिंग हो। विशेष तौर पर अतिकम वजन के बच्चों का फॉलोअप में किसी भी तरह की कोताही ना बरती जाये, यह सुनिश्चित करें। यह निर्देश गुरुवार को कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में आयोजित महिला एवं बाल विकास विभाग की समीक्षा बैठक में कलेक्टर प्रियंक मिश्रा ने दिये। उन्होने कहा कि एमआईएस की रिपोर्ट के आधार पर ही पूरक पोषण आहार का भुगतान हो। गलत एमआईएस एन्ट्री पर रीठी एवं विजयराघवगढ़ के सीडीपीओ को कारण बताओ सूचना पत्र जारी करने के आदेश भी कलेक्टर ने दिये।रिव्यू मीटिंग में समस्त सीडीपीओ को उनके विकासखण्ड में आंगनबाडि़यों में दर्ज अतिकम वजन के बच्चों को सुपोषित करने के लिये कार्ययोजना तैयार करने के निर्देश श्री मिश्रा ने दिये। उन्होने कहा कि इस विषय पर मुझे सामान्य चर्चा नहीं चाहिये। आप जब भी बात करें, स्पेसिफिक जानकारी के साथ बात करें। अतिकम वजन के बच्चों की सूची आपके हाथों में होना चाहिये। कितने बच्चों को सुपोषित की श्रेणी में लाने का आपका लक्ष्य है, यह तय हो।आंगनबाड़ी कार्यकर्ता द्वारा संधारित किये जाने वाले गृहभेंट रजिस्टर का सत्यापन करने के निर्देश संबंधित सुपरवाईजर्स और सीडीपीओ को कलेक्टर ने दिये। उन्होने कहा कि यदि कोई बच्चा एनआरसी केन्द्र पहुंचाया जाना जरुरी था और नहीं पहुंचाया गया, तो संबंधित सुपरवाईजर्स पर कार्यवाही होगी। आप प्रॉपर काउंसलिंग करें और सुपरवाईजर की काउंसलिंग पर भी परिवार एनआरसी नहीं जाता है, तो सीडीपीओ जाकर काउंसलिंग करें।अतिकम वजन के बच्चों को गोद दिलाने के कार्य को प्राथमिकता से करने के निर्देश महिला बाल विकास अधिकारी को कलेक्टर ने दिये। उन्होने कहा कि इसके लिये कार्ययोजना तैयार कर शीघ्र ही इस कार्य को प्रारंभ करें। बैठक में प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना का डिटेल्ड रिव्यू भी कलेक्टर ने किया। प्रकरणों के निराकरण में अस्सी प्रतिशत से कम प्रगति होने पर ढीमरखेड़ा, विजयराघवगढ़ और रीठी के सीडीपीओ को एससीएन जारी करने के निर्देश कलेक्टर श्री मिश्रा ने दिये। जिला कार्यक्रम अधिकारी को दो टूक लहजे में कलेक्टर ने कहा कि आप यह सुनिश्चित करें कि प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना की राशि के वितरण में डिले ना हो। यह वो राशि है, जो समय पर ही काम आती है। यदि समय पर संबंधित हितग्राही को यह राशि नहीं मिली, तो बाद में उसकी उपयोगिता नहीं रह जाती। सांझा चूल्हा, लाडली लक्ष्मी योजना, बाल शिक्षा केन्द्र, आदर्श आंगनबाड़ी केन्द्र, किचिन गार्डन सहित अन्य विभिन्न विभागीय योजनाओं और गतिविधियों की समीक्षा भी बैठक में कलेक्टर ने की। इस दौरान जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास विभाग नयन सिंह, सीएमएचओ डॉ0 प्रदीप मुढि़या, सिविल सर्जन डॉ0 यशवंत वर्मा सहित अन्य संबंधित विभागीय अधिकारी भी बैठक में उपस्थित रहे।