अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस सड़क पर उतरी महिलाएं

शहडोल। वैसे तो अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर कई जगह कार्यक्रम आयोजित करके महिलाओं का सम्मान किया गया, वहीं पर सोमवार को संभाग के अनूपपुर, उमरिया व शहडोल जिले की अति पिछड़ी जाति सैकड़ों बैगा महिलाओं ने कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर वर्षाे से चली आ रही दर्जनों समस्याएं गिनाई। ज्ञापन सौंपते समय संभाग की सैकड़ों बैगा महिलाओं के इस संगठनों ने हिस्सा लिया।
बैगा महिलाओं द्वारा सौंपे गये ज्ञापन में बताया गया है कि बैगा महिलाओं को 5 एकड़ जमीन देने की शासन स्तर से बात की गई थी, लेकिन आज तक नहीं मिली, जिसके एवज में भूमिहीन बैगा महिलाओं को 5 हजार रूपये का भत्ता मिलना चाहिए। इसके साथ ही जाति प्रमाण पत्र गांव के बुजुर्गाे के पंचनामा को ही आधार मानकर जाति प्रमाण पत्र बनाये जाने चाहिए, लेकिन बैगा महिलाओं को 1950 का रिकार्ड देखकर ही जाति प्रमाण पत्र बनाये जा रहे हैं, जिससे गरीब पिछड़ी जाति बैगा अपने अधिकारों से वंचित हो रही है।
इतना ही नहीं बैगा, भरिया, शहरिया आदिवासी महिलाओं को 1 हजार रूपये कुपोषण आहार का जो पैसा मिलता है, उससे भी आधे से अधिक बैगा महिलाएं वंचित हैं। इसके अलावा बैगा जाति पर लगातार दबंगों द्वारा कहर ढाकर उनकी जमीनों पर कब्जा कर रहे हैं। सरकारी अफसरों की मिली भगत से ऐसे दबंगों और सरकारी अफसरों पर एसटीएसी एक्ट के तहत सख्त कार्यवाही होनी चाहिए।
बैगाओं की सीधी भर्ती पर प्रतिबंध लगा दिया गया है, उसको दोबारा शुरू किया जाये, 3 साल से तहसील में जो अधिकारी पदस्थ हैं, उनका स्थानांतरण किया जाये। जिससे पिछड़ी जाति बैगा समाज का उत्थान हो सके।