स्टेट बैंक मानपुर में महीनों से बिगड़ा प्रिंटर मशीन, उपभोक्ता हो रहे परेशान

धन्नु सोनी
मानपुर। जहां एक तरफ लोग आज कोरोना के लॉकडाउन से भारी परेशान हैं। अपनी रोजी-रोटी से हाथ धो बैठे हैं, वही एसबीआई बैंक मानपुर इकलौते बैंक का महीनों से प्रिंटर खराब होने से उपभोक्ता एंट्री नहीं पुणे से से परेशान है। ज्ञात हो कि मानपुर क्षेत्र पर अधिकांश ग्रामीण क्षेत्र लगा हुआ है, और इस बैंक में लगभग 50 किलोमीटर दूर तक के लोगों का आना जाना बना रहता है। और ग्रामीण लोग एंट्री कराने के नाम पर सैकड़ों रुपए खर्च करके बैंक तक पहुंचते हैं लेकिन मनमर्जी के तर्ज पर उतर चुके बैंक मैनेजर द्वारा प्रबंधक प्रक्रिया ही नहीं देखी जा पा रही है। इसी कारण से महीनों से बिगड़ी प्रिंटर मशीन अभी तक नहीं बन पाई। ग्रामीण क्षेत्र के लोग अपने आय व्यय को लेकर सजग रहते हैं, साथ ही सैकड़ों लोगों का पेंशन भी इसी बैंक में आता है। और जब तक लोग लाइन में लगकर पैसा निकालने काउंटर में खड़े होते हैं तब उन्हें पता चलता है कि उनके खाते में पैसा ही नहीं आया है। इसी प्रकार कई ग्राम पंचायतों में काम करने वाले मजदूरों का भी यही हाल होता है। जो आधा सैकड़ा किलोमीटर का फासला तय कर अपने भुगतान के लिए आते हैं खाली हाथ वापस लौट कर लाक डाउन के उल्लंघन में जुर्माना भी कटाना पड़ जाता है। इस तरह लॉकडाउन के कारण स्थिति बद से बदतर हो चुकी है। ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले लोगों की पूछ परख करने को भूले नेताओं के तर्ज पर एसबीआई जैसे शासकीय उपक्रम भी लोगों के साथ खिलवाड़ का मशीन बनकर रह गई है। जिससे लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है लेकिन बैंक मैनेजर अपना महीने का भुगतान जरूर ले रहे हैं और जवाबदारीयो से मुंह मोड़ रहे हैं।